जहाँ पहिया है

Question
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आपके विचार से लेखक ने इस पाठ का नाम ‘जहाँ पहिया है’ क्यों रखा होगा?

Solution
लेखक द्वारा पाठ का शीर्षक ‘जहाँ पहिया है’ रखना पूर्णतया उचित है क्योंकि पहिए को गतिशीलता का प्रतीक माना जाता है और जब पुडुकोट्टई में महिलाओं द्वारा साइकिल आंदोलन चला तो उनका जीवन भी गतिशील हो गया। वे भी रूढ़िवादी विचारधाराओं के बंधनों को तोड़कर आधुनिकता व आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर हुई। इससे ही उनमें आत्मसम्मान की भावना भी जागृत हुई।

Some More Questions From जहाँ पहिया है Chapter

फातिमा ने कहा, '..मैं किराए पर साइकिल लेती हूँ ताकि मैं आज़ादी और खुशहाली का अनुभव कर सकूँ।”
साइकिल चलाने से फातिमा और पुडुकोट्टई की महिलाओं को ‘आज़ादी’ का अनुभव क्यों होता होगा?

पुडुकोट्टई में कोई महिला अगर चुनाव लड़ती तो अपना पार्टी-चिन्ह क्या बनाती और क्यों?

अगर दुनिया के सभी पहिए हड़ताल कर दें तो क्या होगा?

“1992 मे अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के बाद अब यह ज़िला कभी भी पहले जैसा नहीं हो सकता।” इस कथन का अभिप्राय स्पष्ट कीजिए।

मान लीजिए आप एक संवाददाता हैं। आपकी 8 मार्च 1992 के दिन पुडुकोट्टई में हुई घटना का समाचार तैयार करना है। पाठ में दी गई सूचनाओंं और अपनी कल्पना के आधार पर एक समाचार तैयार कीजिए।

इस पाठ के अंत में दी गयी ‘पिता के बाद’ कविता पढ़िए। क्या कविता में और फातिमा की बात में कोई संबंध हो सकता है? अपने विचार लिखिए।

उपसर्गों और प्रत्ययों के बारे में आप जान चुके हैं। इस पाठ में आए उपसर्गयुक्त शब्दों को छाँटिए। उनके मूल शब्द भी लिखिए। आपकी सहायता के लिए इस पाठ में प्रयुक्त कुछ ‘उपसर्ग’ और ‘प्रत्यय’ इस प्रकार हैं-अभि, प्र, परि, वि (उपसर्ग), इक वाला, ता, ना।

‘साइकिल चलाना एक सामाजिक आंदोलन’ इससे आप क्या समझते हैं?

साइकिल चलाने से संबंधित कैसे कार्यक्रमों का आयोजन किया गया?

 

‘साइकिल ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया’-कैसे?