हमारे अतीत Iii भाग 1 Chapter 5 जब जनता बग़ावत करती है 1857 और उसके बाद
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    NCERT Solution For Class 8 सामाजिक विज्ञान हमारे अतीत Iii भाग 1

    जब जनता बग़ावत करती है 1857 और उसके बाद Here is the CBSE सामाजिक विज्ञान Chapter 5 for Class 8 students. Summary and detailed explanation of the lesson, including the definitions of difficult words. All of the exercises and questions and answers from the lesson's back end have been completed. NCERT Solutions for Class 8 सामाजिक विज्ञान जब जनता बग़ावत करती है 1857 और उसके बाद Chapter 5 NCERT Solutions for Class 8 सामाजिक विज्ञान जब जनता बग़ावत करती है 1857 और उसके बाद Chapter 5 The following is a summary in Hindi and English for the academic year 2021-2022. You can save these solutions to your computer or use the Class 8 सामाजिक विज्ञान.

    Question 1
    CBSEHHISSH8008172

    झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई की अंग्रेजों से ऐसी क्या माँग थी जिसे अंग्रेज़ों ने ठुकरा दिया?

    Solution

    झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई चाहती थी की उसके पति की मृत्यु के बाद गोद लिए गए बेटे को अंग्रेज़ उसके राज्य के वैध उत्तराधिकारी मान लें।

    Question 2
    CBSEHHISSH8008385

    ईसाई धर्म अपनाने वालों के हितों की रक्षा के लिए अंग्रेजों ने क्या किया?

    Solution
    उन्होंने 1850 में एक नया कानून पास किया जिसके तहत जिन भारतियों ने ईसाई धर्म स्वीकार कर लिया था उन्हें अपने पूर्वजों की सम्पति प्राप्त करने के अधिकार दे दिया गया।
    Question 3
    CBSEHHISSH8008386

    मई 1857  से पहले भारत में अपनी स्थिति को लेकर अंग्रेज़ शासकों के आत्मविश्वास के क्या कारण थे?

    Solution

    (i)अंग्रेज़ों की सोच था कि भारतीय सिपाही उनके विश्वसनीय हैं। उन्हीं के बल पर तो हमने इतना बड़ा साम्राज्य खड़ा किया हैं।
    (ii) वे जानते थे कि कई स्थानीय जमींदार एवं राजा उनके शासन के समर्थन करते हैं।
    (iii) 1857 से पहले उन्होंने इन्हीं सैनिकों की सहायता से कई लड़ाइयाँ जीती थी तथा कई बड़े विद्रोहों को कुचल था।
    अतः वे भारत में अपनी स्थिति को लेकर आत्मविश्वास से भरे हुए थे।

    Question 4
    CBSEHHISSH8008387

    अंतिम मुग़ल बादशाह ने अपने आखिरी साल किस तरह बिताए?  

    Solution

    अंतिम मुगल सम्राट बहादुर शाह जफ़र को अदालत में पेश किया गया था और उन्हें सजा सुनाई गई। उसके बेटों को उसकी आँखों के सामने गोली मार दी गई। उन्हें और उनकी पत्नी बेगम जिनात महल को अक्टूबर 1858 में रंगून में जेल भेजा गया था। बहादुर शाह जफर का नवंबर 1862 में रंगून जेल में निधन हो गया।

    Question 5
    CBSEHHISSH8008388

    मई 1857 से पहले भारत में अपनी स्थिति को लेकर अंग्रेज़ शासकों के आत्मविश्वास के क्या कारण थे?

    Solution

    (i) अंग्रेज़ों की सोच थी कि भारतीय सिपाही उनके विश्वसनीय हैं। उन्हीं के बल पर तो हमने इतना बड़ा साम्राज्य खड़ा किया हैं।
    (ii) वे जानते थे कि कई स्थानीय जमींदार एवं राजा उनके शासन के समर्थन करते हैं।
    (iii) 1857 से पहले उन्होंने इन्हीं सैनिकों की सहायता से कई लड़ाइयाँ जीती थी तथा कई बड़े विद्रोहों को कुचल था।
    अतः वे भारत में अपनी स्थिति को लेकर आत्मविश्वास से भरे हुए थे।

    Question 6
    CBSEHHISSH8008389

    बहादुर शाह जफ़र द्वारा विद्रोहियों को समर्थन दे देने से जनता और राज-परिवारों पर क्या असर पड़ा? 

    Solution

    (i) आम जनता बहादुर शाह जफ़र द्वारा विद्रोहियों को अपना समर्थन दिए जाने से बहुत उत्साहित हुई । इससे उनमें आशा के संचार हुआ। वे सोचने लगे की अब शायद अत्याचारी एवं शोषक अंग्रेजी सत्ता को उखाड़ फेंका जा सकेगा।
    (ii) विभिन्न ब्रिटिश नीतियों के कारण कई राज-परिवारों को अपनी सत्ता पड़ी थी। वे इस खबर से बहुत खुश हुए। उन्होंने भी विद्रोहियों को समर्थन दिया। वे आब सोचने लगे थे की ब्रिटिश राज खत्म होगा तथा उन्हें उनका राज्य वापस मिल जायेगा।

    Question 7
    CBSEHHISSH8008390

    अवध के बागी भूस्वामियों से समर्पण करवाने के लिए अंग्रेजों ने क्या किया?

    Solution

    (i) अंग्रेज़ों ने घोषणा की जो भूस्वामी ब्रिटिश राज के प्रति स्वामिभक्त बने रहेंगे, उन्हें अपनी ज़मीन पर पारंपरिक अधिकार का उपभोग करने की स्वतंत्रता बनी रहेगी।
    (ii) जिन भूस्वामियों ने विद्रोह किया था, यदि उन्होंने किसी गोरे लोग की हत्या न की हैं और वे आत्मसम्पर्पण करना चाहते हों तो उनकी सुरक्षा की गारंटी दी जाएगी तथा जमीन पर उनके दावे तथा जमीन पर उनके दावे तथा अधिकार का विरोध नहीं किया जायेगा।

    Question 8
    CBSEHHISSH8008391

    1857 की बग़ावत के फलस्वरूप अंग्रेज़ों ने अपनी नीतियाँ किस तरह बदलीं?

    Solution

    (i) भारतीय मामलों के अधिक जिम्मेदार प्रबंधन को सुनिश्चित करने के लिए ईस्ट इंडिया कंपनी की शक्तियों को ब्रिटिश क्राउन में स्थानांतरित किया गया था। भारत के गवर्नर-जनरल को वायसराय का नाम दिया गया था, जो कि क्राउन का एक व्यक्तिगत प्रतिनिधि है।
    (ii) देश के सभी शासकों को भरोसा दिया गया कि भविष्य में कभी भी उनके भूक्षेत्र पर कब्ज़ा नहीं किया जाएगा। उन्हें अपनी रियासत अपने वंशजों, यहाँ तक कि दत्तक पुत्रों को सौंपने कि छूट दे दी गईं। लेकिन उन्हें इस बात के लिए प्रेरित किया गया कि वे ब्रिटैन की रानी को अपना अधिपति स्वीकार करें।
    (iii) सेना में भारतीय सिपाहियों का अनुपात कम करने और यूरोपीय सिपाहियों की संख्या बढ़ाने का फैसला लिया गया। यह भी तय किया गया कि अवध, बिहार, मध्य भारत और दक्षिण भारत ने सिपाहियों को भर्ती करने की बजाय अब गोरखा, सिखों और पठानों में से ज़्यादा सिपाही भर्ती किए जाएँगे।
    (iv) अंग्रेज़ों ने फ़ैसला किया कि वे भारत का लोगों के धर्म और सामाजिक रीती- रिवाजों के सम्मान करेंगे।
    (v) भूस्वामियों और ज़मींदारों की रक्षा करने तथा ज़मीन पर उनके आधिकारों को स्थायित्व देने के लिए नीतियाँ बनाई गईं।

    Question 9
    CBSEHHISSH8008393

    सिपाहियों को नए कारतूसों पर क्यों ऐतराज़ था?

    Solution

    बंदूक में कारतूस लगाने के लिए उसके ऊपर लगी एक पट्टी को दाँत से काटना पड़ता था। ऐसी खबर थी कि उस पट्टी को बनाने में गाए और सुअर की चर्बी का इस्तेमाल किया गया है। ऐसी चीजों के उपयोग से हिन्दू एवं मुसलमान सिपाहियों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचती थी। अत: उन्हें कारतूसों पर ऐतराज़ था।

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