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आप को तीन परखनलियाँ दी गई हैं इनमें से एक में आसवित जल एवं शेष दो में से एक में अम्लीय विलयन तथा दूसरी में क्षारीय विलयन है यदि आप को केवल लाल लिटमस पत्र दिया जाता है तो आप प्रत्येक परखनली में रखे गए पदार्थों की पहचान कैसे करेंगे?
लिटमस पत्र को तीन भागों में बांटकर तीनो परखनलियों में डुबाओl जिस परखनली में इस का रंग नीला हो जाएगा वह क्षारीय विलयन होगाl जिन अन्य दो परखनलियों में रंग परिवर्तन नहीं होगा उन में जल और अम्लीय विलयन होगाl जब इसी लिटमस पत्र को, जो क्षारीय विलयन में डालने से नीला हो चुका है, उसे जल और अम्लीय विलियन में डालोl जिस परखनली में रंग में कोई परिवर्तन नहीं होगा उस में जल होगा पर जिस परखनली में अम्लीय विलयन होगा उस में नीले लिटमस का रंग पुन: लाल हो जाएगाl
पीतल एवं ताँबे के बर्तनों में दही एवं खट्टे पदार्थ क्यों नहीं रखने चाहिए?
दही और दूसरे खट्टे पदार्थों में अम्ल होते है। इसलिए जब ये अम्ल धातु के साथ क्रिया करते है तो विषैले यौगिकों का निर्माण करते है जो हमारे शरीर के लिए हानिकारक होते है। इसलिए पीतल एवं ताँबे के बर्तनों में दही और दूसरे खट्टे पदार्थ नहीं रखने चाहिए।
अम्ल ( acid ) + धातु ( metal ) → लवण ( salt ) + हाइड्रोजन गैस ( hydrogen gas )
धातु के साथ अम्ल की अभिक्रिया होने पर सामान्यतः कौन-सी गैस निकलती है? एक उदाहरण के द्वारा समझाइएl इस गैस की उपस्थिति की जाँच आप कैसे करेंगे?
जब धातु के साथ अम्ल अभिक्रिया करते हैं तब प्राय: हाइड्रोजन गैस उत्पन्न होती हैl
Zn ( s ) + H2SO4 ( dil ) → ZnSO4 ( aq ) H2 ( g )
हाइड्रोजन गैस को साबुन के घोल से गुजारोl बुलबुले उत्पन्न होंगेl उन बुलबुलों के निकट जलती हुई मोमबत्ती की ज्वाला लाओl वह फट-फट की ध्वनि के साथ जलेंगेl इससे हाइड्रोजन गैस की उपस्थिति सिद्ध हो जाती हैl
कोई धातु यौगिक ‘A’ तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के साथ अभिक्रिया करता है तो बुदबुदाहट उत्पन्न होती हैl इससे उत्पन्न गैस जलती मोमबत्ती को बुझा देती हैl यदि उत्पन्न यौगिकों में एक कैल्सियम क्लोराइड है, तो इस अभिक्रिया के लिए संतुलित रासायनिक समीकरण लिखिएl
इस अभिक्रिया के लिए संतुलित रासायनिक समीकरण है:
CaCO3 (s) + 2HCl (dil) → CaCl2 (aq) + H2O (l) + CO2 (g)
कैल्सियम कार्बोनेट कैल्सियम क्लोराइड कार्बन डाइऑक्साइड
योगिक ‘A’ अवश्य ही कैल्सियम कार्बोनेट हैl यह तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल से क्रिया कर कैल्सियम क्लोराइड, जल और कार्बन-डाईऑक्साइड बनाता हैl कार्बन डाइऑक्साइड में आग बुझाने का गुण होताl इसलिए वह जलती मोमबत्ती को बुझा देती हैl
अम्ल का जलीय विलयन क्यों विद्युत का चालन करता है?
शुष्क हाइड्रोक्लोरिक गैस शुष्क लिटमस पत्र का रंग क्यों नहीं बदलती है?
शुष्क हाइड्रोक्लोरिक गैस शुष्क लिटमस पत्र का रंग नहीं बदलती क्यूंकि जल की अनिपस्थिति में यह आयनीकरण न कर पाने के कारण आयन उतपन्न नहीं कर पातीl इस कारण वह अम्ल की तरह कार्य नहीं करतीl
अम्ल को तनुकृत करते समय यह क्यों अनुशंसित करते हैं कि अम्ल को जल में मिलाना चाहिए न कि जल को अम्ल में?
जब सोडियम हाइड्रॉक्साइड विलयन में आधिक्य क्षारक मलते हैं तो हाइड्रॉक्साइड आयन (OH–) की सांद्रता प्रति इकाई आयतन बढ़ती जाती हैl यदि क्षारक, जल में घुलनशील नहीं है तो हाइड्रॉक्साइड आयन की सांद्रता स्थिर रहती हैl
आप के पास दो विलयन 'A' एवं 'B' हैl विलयन 'A' के pH का मान 6 है एवं विलयन 'B' के pH का मान 8 हैl किस विलयन में हाइड्रोजन आयन की सांद्रता अधिक हैl इन में से कौन अम्लीय है तथा कौन क्षारकीय?
विलयन A में हाइड्रोजन आयन की सांद्रता अधिक हैl विलयन A हल्का अम्लीय और विलयन B हल्का क्षारीय हैl
H+ (aq) आयन की सांद्रता का विलयन की प्रकृति पर प्रकृति पर प्रभाव पड़ता हैl H+ (aq) की जितनी सांद्रता होगी, उतना ही विलयन अधिक अम्लीय होगाl
क्षारकीय विलयन में H+ (aq) आयन होते हैं पर साथ ही उसमें OH- आयन भी होते हैं वे क्षारकीय इसलिए होते हैं क्योंकि उन में OH- आयन की सांद्रता अधिक H+ आयन की अपेक्षा अधिक होती हैl
कोई किसान खेत की मृदा की किस परिस्थिति में बिना बुझा हुआ चूना ( कैल्सियम ऑक्साइड ) बुझा हुआ चूना ( कैल्सियम हाइड्रॉक्साइड ) या चॉक ( कैल्सियम कार्बोनेट ) का उपयोग करेगा?
पौधों के अच्छे विकास के लिए pH एक निम्न श्रेणी में होनी चाहिएl पौधों का विकास अच्छा होता है यदि उनका pH मान 6-8 होl इसलिए किसान खेत की मृदा में इन का उपयोग कर सकेगा यदि उस खेत की प्रकृति अम्लीय हैl
CaOCl2 योगिक का प्रचलित नाम विरंजक चूर्ण ( bleaching powder ) हैl
उस पदार्थ का नाम बताइए जो क्लोरीन से क्रिया करके विरंजक चूर्ण बनता है?
कठोर जल को मृदु करने के लिए किस सोडियम यौगिक का उपयोग किया जाता है?
सोडियम कार्बोनेट का उपयोग कठोर जल से मृदु जल बनाने में किया जाता है, इसको धावन सोडा ( NaCO3 ) भी कहा जाता हैl
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सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट के विलयन को गर्म करने पर क्या होगा? इस अभिक्रिया के लिए समीकरण लिखिएl
सोडियन हाइड्रोजन कार्बोनेट गर्म करने पर सोडियम कार्बोनेट (i), कार्बन डाइऑक्साइड (ii) और जल (iii) में विघटित हो जाएगाl
2NaHCO3 → Na2CO3 + CO2 + H2O
प्लास्टर ऑफ पेरिस का जल के साथ अभिक्रिया के लिए समीकरण लिखिएl
प्लास्टर ऑफ पेरिस जल के साथ अभिक्रिया करके जिप्सम ( CaSO4.2H2O ) बनाता है और लगभग आधे घंटे में जम कर ठोस बन जाता हैl
प्लास्टर ऑफ पेरिस जल जिप्सम
कोई विलयन लाल लिटमस को नीला कर देते है, इस का pH संभवत: क्या होगा?
1
4
5
10
D.
10
विलयन लाल लिटमस को नीला कर देता है इसलिए इस का pH अवश्य 7 से अधिक होना चाहिएl
कोई विलयन अंडे के पिसे हुए कवच से अभिक्रिया कर एक गैस उतपन्न करत है जो चूने के पानी को दूधिया कर देते हैl इस विलयन में क्या होगा?
NaCl
HCl
LiCl
KCl
B.
HCl
अंडे के पिसे हुए कवच में CaCO3 होता है जो HCl से क्रिया कर के CO2 उतपन्न करता है जो चूने के पानी को दूधिया कर देती हैl
NaOH का 10ml विलयन, HCl के 8ml विलयन में पूर्णत: उदासीन हो जाता हैl यदि हम NaOH के उसी विलयन का 20ml लें तो इसे उदासीन करने के लिए HCl के उसी विलयन की कितनी मात्रा की आवश्यकता होगी?
4ml
8ml
12ml
16ml
D.
16ml
हम NaOH विलयन की दुगुनी मात्रा लेंगे ताकि HCl विलयन को उदासीन किया जा सके तो उसे भी दुगुना होना चाहिएlनिम्न अभिक्रिया के लिए पहले शब्द समीकरण लिखिए तथा उसके बाद संतुलित समीकरण लिखिए-
(a) तनु सल्फ्यूरिक अम्ल, दानेदार ज़िंक के साथ अभिक्रिया करता हैl
(b) तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल, मैग्नीशियम पट्टी के साथ अभिक्रिया करता हैl
(c) तनु सल्फ़्यूरिक अम्ल, ऐलुमिनियम चूर्ण के साथ अभिक्रिया करता हैl
(d) तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल, लौहे के रेतन के साथ अभिक्रिया करता हैl
(a) ज़िंक + सल्फ़्यूरिक अम्ल ( तनु ) → ज़िंक सल्फ़ेट + हाइड्रोजन
Zn + H2SO4 → ZnSO4 + H2
b) मैग्नीशियम + हाइड्रोक्लोरिक अम्ल → मैग्नीशियम क्लोराइड + हाइड्रोजन
Mg + 2HCl → MgCl + H2
c) ऐलुमिनियम + सल्फ़्यूरिक अम्ल → ऐलुमिनियम सल्फेट + हाइड्रोजन
2Al + 3H2SO4 → Al2(SO4)3 + 3H2
d) लौहा + हाइड्रोक्लोरिक अम्ल → लौहा (II) क्लोराइड + हाइड्रोजन
2Fe + 6HCl → 2FeCl3 + 3H2
ऐल्कोहॉल एवं ग्लूकोज़ जैसे यौगिकों में भी हाइड्रोजन होती है लेकिन इनका वर्गीकरण अम्ल की तरह नहीं होता हैl एक क्रियाकलाप के द्वारा साबित कीजिएl
यद्यपि एल्कोहॉल एवं ग्लूकोज़ जैसे यौगिकों में हाइड्रोजन होती है पर वे विलियन में आयनीकृत नहीं होते और आयन उतपन्न नहीं करतेl यह इस तथ्य से साबित होता है कि उन के विलयन विद्युत चालन नहीं करतेl
क्रिया-कलाप- एक बीकर में ऐल्कोहॉल, ग्लूकोज़ आदि का विलयन लीजिएl एक कार्क पर दो कील लगाकर कार्क को बीकर में रख दीजिएl किलों को 6 वाल्ट कि एक बैटरी के दोनों टर्मिनलों के साथ एक बल्ब और स्विच के माध्यम से जोड़ दीजिएl अब विद्युत धरा प्रवाहित कीजिए विद्युत चलण नहीं हुआl
आसवित जल विद्युत चालन क्यों नहीं होता जबकि वर्षा जल होता है?
वर्षा जल में CO2, SO2 जैसी गैसें घुली होती है जो कार्बोनेट अम्ल, सल्फ़्यूरस अम्ल आदि बनती हैl इनका आयनों में विच्छेदन होता हैl इसलिए वर्षा जल में विद्युत का चालन होता हैl आसवित जल में घुलनशील लवण या गैसों नहीं होतीं इसलिए इसका आयनीकरण नहीं होता और इस में विद्युत का चालन नहीं होताl
जल की अनुपस्थिति में अम्ल का व्यवहार अम्लीय क्यों नहीं होता है?
जल किसी अम्ल के विच्छेदन में सहायक होता है जिस से हाइड्रोनियम ( H3O+ ) आयन उतपन्न होता हैl जल की अनुपस्थिति में आयन उतपन्न नहीं होते इसलिए जल की अनुपस्थिति में अम्ल का व्यव्हार अम्लीय नहीं होताl
पाँच विलयनों A, B, C, D, E की जब सार्वत्रिक सूचक से जाँच की जाती है तो pH के मान क्रमश: 4, 1, 11, 7 एवं 9 प्राप्त होते हैं कौन-सा विलयन:
(a) उदासीन है?
(b) प्रबल क्षारीय है?
(c) प्रबल अम्लीय है?
(d) दुर्बल अम्लीय है?
(e) दुर्बल क्षारीय है?
pH के मानों को हाइड्रोजन आयन की सांद्रता के आरोही क्रम में व्यवस्थित कीजिएl
विलयन | pH | गुण |
A | 4 | दुर्बल अम्लीय है |
B | 1 | प्रबल अम्लीय है |
C | 11 | प्रबल क्षारीय है |
D | 7 | उदासीन है |
E | 9 | दुर्बल क्षारीय है |
आरोही क्रम में हाइड्रोजन आयन सांद्रता का pH मान
11 < 9 < 7 < 4 < 1
परखनली 'A' एवं 'B' में समान लंबाई की मैग्नीशियम की पट्टी लीजिएl परखनली 'A' में हाइड्रोक्लोरिक अम्ल ( HCl ) तथा परखनली 'B' में एसिटिक अम्ल (CH3COOH ) डालिएl किस परखनली में तेज़ी से बुदबुदाहट होगी और क्यों?
ताज़ा दूध के pH का मान 6 होता हैl दही बन जाने पर इसके pH के मान में क्या परिवर्तन होगा? अपना उत्तर समझाइएl
जब ताज़ा दूध दही में बदल जाता है तप pH कम होl जाएगा ऐसा इसलिए होगा कि दही अधिक अम्लीय होता हैl दही में लैक्टिक अम्ल होता हैl जितना अधिक अम्ल होगा उस का pH उतना ही कम होगाl
एक ग्वाला ताज़े दूध में थोड़ा बेकिंग सोडा मिलता हैl
(a) ताज़ा दूध के pH के मान को 6 से बदल कर थोड़ा क्षारीय क्यों बना देता है?
(b) इस दूध को दही बनने में अधिक समय क्यों लगता है?
(a) ताज़ा दूध अम्लीय है और खट्टा हो कर अधिक अम्लीय हो जाता हैl बेकिंग सोडा की उपस्थिति में दूध क्षारीय हो जाएगा और जल्दी से खट्टा नहीं होगा क्योंकि क्षार दूध को शीघ्रता से अम्लीय बनने से रोक देगाl
(b) जब दूध दही में बदलता है लैक्टिक अम्ल बनने के कारण उसका pH कम हो जाता हैl क्षार की उपस्थिति इसे जल्दी से अधिक अम्लीय होने से रोकती है इसलिए दूध को दही बनने में अधिक समय लगता हैl
प्लास्टर ऑफ पेरिस को आर्द्र-रोधी बर्तन में क्यों रखा जाना चाहिए? इसकी व्याख्या कीजिएl
उदासीनीकरण अभिक्रिया क्या है? दो उदाहरण दीजिएl
जब अम्ल किसी क्षार से क्रिया करता है तब लवण और जल बनता हैl इसे उदासीनीकरण अभिक्रिया कहते हैंl
क्षार + अम्ल → लवण + जल
उदाहरण:
NaOH + HCl → NaCl + H2O
(क्षार) (अम्ल) (लवण) (जल)
KOH + HNO3 → KNO3 + H2O
(क्षार) (अम्ल) (लवण) (जल)
धोने का सोडा एवं बेकिंग सोडा के दो-दो उपयोग बताइएl
बेकिंग सोडा ( NaHCO3) के उपयोग:
(i) इसका प्रयोग सोडा-अम्ल अग्निशामक में किया जाता हैl
(ii) यह ऐंटैसिड का एक संघटक है जो पेट के अम्ल की अधिकता को उदासीन करके राहत पहुंचाता हैl
धोने सोडा ( Na2CO3.10H2O ) के उपयोग:
(i) इसका उपयोग कांच, साबुन और कागज़ उद्योगों में होता हैl
(ii) जल की स्थाई कठोरता को दूर करने के लिए इसका उपयोग होता हैl
धातु के साथ अम्ल की अभिक्रिया होने पर सामान्यत: कौन सी गैस निकलती है? एक उदाहरण के द्वारा समझाइए। इस गैस की उपस्थिति की जाँच आप कैसे करेंगे?
जब एक अम्ल धातु के साथ क्रिया करता है तो हाइड्रोजन गैस मुक्त होती है।
जाँच: हाइड्रोजन गैस की उपस्थिति की जाँच गैस के पास एक जलती हुई तीली ले जाने से होती है। गैस ज्वलनशील है तथा पॉप की ध्वनि के साथ जलती है।
उस समय आप क्या प्रेक्षण करते हैं जब आप एसीटिक अम्ल की कुछ बूंद उस परखनली में मिलाते हैं जिसमें भरा है :
(a) फिनॉलफ्थेलिन
(b) आसुत जल
(c) सार्वत्रिक सूचक
(d) सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट चूर्ण
एसीटिक अम्ल कमजोर अम्ल है निम्न परिवर्तन तब होंगे जब दिए गए समाधानों में एसीटिक अम्ल की कुछ बूंदों को जोड़ा जाएगा:
(a) फिनॉलफ्थेलिन - फिनॉलफ्थेलिन रंगहीन रहता है, क्योंकि एसीटिक अम्ल मूल पदार्थों के रंग में परिवर्तन दर्शाता है(कोई बदलाव नहीं)।
(b) आसुत जल - आसुत जल में एसीटिक अम्ल घुल जाता है(कोई बदलाव नहीं)।
(c) सार्वत्रिक सूचक - एसीटिक अम्ल सार्वभौमिक सूचक के लिए नारंगी रंग में बदल जाता है।(बदलाव हुआ)।
(d) सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट चूर्ण - जब सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट पाउडर में जोड़ा जाता है, तो एसीटिक एसिड इस प्रक्रिया में कार्बन डाइऑक्साइड गैस के विकास के कारण उत्तेजित करता है:
CH3COOH(aq) + NaHCO3(S) CH3COONa(aq) + H2O(I) + CO2(
)
किसी उचित उदारण की सहायता से होने वाली अभिक्रिया के लिए आवश्यक परिस्थितियों का उपयोग करते हुए, हाइड्रोजनीकरण अभिक्रिया की व्याख्या कीजिए तथा इस अभिक्रिया में बने उत्पाद के भौतिक गुणधर्म में होने वाले परिवर्तन का उल्लेख भी कीजिये।
एक असंतृप्त परिसर में ‘हाइड्रोजन जोड़ने’ की प्रक्रिया को हाइड्रोजनीकरण कहा जाता है।
उदाहरण: हाइड्रोजनीकरण पर एक उत्पाद के रूप में ईथेन, 'ईथेन' देता है।
हाइड्रोजनीकरण के लिए शर्तें:
i) असंतृप्त परिसर अर्थात असंतृप्त हाइड्रोकार्बन मौजूद होना चाहिए।
ii) एक उत्प्रेरक की उपस्थिति जैसे- पतले विभाजित दुर्ग या गिलट।
वनस्पति तेलों के हाइड्रोजनीकरण के दौरान, तरल असंतृप्त वसायुक्त अम्ल ठोस संतृप्त वसायुक्त अम्ल में परिवर्तित होते हैं।
कोई छात्र एक परखनली में 2mL आसुत जल लेकर उसमें 2 mL एसिटिक अम्ल मिलता है इसके पश्चात् वह इस मिश्रण को भलीभांति हिलाकर कुछ देर के लिए रख देता है। लगभग 5 मिनट के पश्चात वह प्रेक्षण करने पर पता है परखनली में :
एक स्वच्छ पारदर्शी रंगहीन विलयन
एक स्वच्छ पारदर्शी गुलाबी विलयन
कोई अवक्षेप जो तली पर बैठ रहा है
एसिटिक अम्ल की परत पर जल की परत
A.
एक स्वच्छ पारदर्शी रंगहीन विलयन
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उन दो प्रेक्षणों की सूची बनाइए जिन्हें आप उस समय करते है, जब आप किसी परखनली में एसिटिक अम्ल लेकर उसमें एक चुटकी सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट मिलते हैं होने वाली अभिक्रिया का रासायनिक समीकरण लिखिए।
जब एक परखनली में एसीटिक अम्ल में सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट की चुटकी को जोड़ा जाता है, तो रंगहीन और गंधहीन गैस के कारण एक तेज उबाऊ देखा जाता है, जो CO2 है।
प्रतिक्रिया में शामिल रासायनिक समीकरण है:
CH3COOH(aq) + NaHCO3(s) CH3COONa(aq) + H2O(l) + CO2(g)
पकौड़ों को स्वादिष्ट और खस्ता बनाने के लिए उपयोग किए जाने वाले किसी लवण-मान 14 है। इस लवण को पहचानिए तथा इसके निर्माण के लिए रासायनिक समीकरण लिखिए । इसके दो उपयोगों की सूची बनाइए ।
सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट / सोडियम बाइकार्बोनेट (NaHCO3)लवण का उपयोग स्वादिष्ट और कुरकुरा पकौड़ों बनाने के लिए किया जाता है।
NaCl + H2O +CO2 + NH3 → NH4Cl + NaHCO3
उपयोग:
(i) बेकिग पाउडर बनाने में
(ii) प्रतिअस्ल केअवयव / अश के रूप में
(iii) सोडा अस्ल अग्निशामक यत्रो में
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