विज्ञान Chapter 2 अम्ल, क्षारक एवं लवण
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    NCERT Solution For Class 10 विज्ञान विज्ञान

    अम्ल, क्षारक एवं लवण Here is the CBSE विज्ञान Chapter 2 for Class 10 students. Summary and detailed explanation of the lesson, including the definitions of difficult words. All of the exercises and questions and answers from the lesson's back end have been completed. NCERT Solutions for Class 10 विज्ञान अम्ल, क्षारक एवं लवण Chapter 2 NCERT Solutions for Class 10 विज्ञान अम्ल, क्षारक एवं लवण Chapter 2 The following is a summary in Hindi and English for the academic year 2021-2022. You can save these solutions to your computer or use the Class 10 विज्ञान.

    Question 1
    CBSEHHISCH10014992

    आप को तीन परखनलियाँ दी गई हैं इनमें से एक में आसवित जल एवं शेष दो में से एक में अम्लीय विलयन तथा दूसरी में क्षारीय विलयन है यदि आप को केवल लाल लिटमस पत्र दिया जाता है तो आप प्रत्येक परखनली में रखे गए पदार्थों की पहचान कैसे करेंगे?

    Solution

    लिटमस पत्र को तीन भागों में बांटकर तीनो परखनलियों में डुबाओl जिस परखनली में इस का रंग नीला हो जाएगा वह क्षारीय विलयन होगाl जिन अन्य दो परखनलियों में रंग परिवर्तन नहीं होगा उन में जल और अम्लीय विलयन होगाl जब इसी लिटमस पत्र को, जो क्षारीय विलयन में डालने से नीला हो चुका है, उसे जल और अम्लीय विलियन में डालोl जिस परखनली में रंग में कोई परिवर्तन नहीं होगा उस में जल होगा पर जिस परखनली में अम्लीय विलयन होगा उस में नीले लिटमस का रंग पुन: लाल हो जाएगाl

    Question 2
    CBSEHHISCH10014993

    पीतल एवं ताँबे के बर्तनों में दही एवं खट्टे पदार्थ क्यों नहीं रखने चाहिए?

    Solution

    दही और दूसरे खट्टे पदार्थों में अम्ल होते है। इसलिए जब ये अम्ल धातु के साथ क्रिया करते है तो विषैले यौगिकों का निर्माण करते है जो हमारे शरीर के लिए हानिकारक होते है। इसलिए पीतल एवं ताँबे के बर्तनों में दही और दूसरे खट्टे पदार्थ नहीं रखने चाहिए।

    अम्ल ( acid ) + धातु ( metal ) → लवण ( salt ) + हाइड्रोजन गैस ( hydrogen gas )

    Question 3
    CBSEHHISCH10014994

    धातु के साथ अम्ल की अभिक्रिया होने पर  सामान्यतः कौन-सी गैस निकलती है? एक उदाहरण के द्वारा समझाइएl इस गैस की उपस्थिति की जाँच आप कैसे करेंगे?

    Solution

    जब धातु के साथ अम्ल अभिक्रिया करते हैं तब प्राय: हाइड्रोजन गैस उत्पन्न होती हैl


    Zn ( s ) + H2SO4 ( dil ) → ZnSO4 ( aq ) H2 ( g )
    हाइड्रोजन गैस को साबुन के घोल से गुजारोl बुलबुले उत्पन्न होंगेl उन बुलबुलों के निकट जलती हुई मोमबत्ती की ज्वाला लाओl वह फट-फट की ध्वनि के साथ जलेंगेl इससे हाइड्रोजन गैस की उपस्थिति सिद्ध हो जाती हैl

    Question 4
    CBSEHHISCH10014995

    कोई धातु यौगिक ‘A’ तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के साथ अभिक्रिया करता है तो बुदबुदाहट उत्पन्न होती हैl इससे उत्पन्न गैस जलती मोमबत्ती को बुझा देती हैl  यदि उत्पन्न यौगिकों में एक कैल्सियम क्लोराइड है, तो इस अभिक्रिया के लिए संतुलित रासायनिक समीकरण लिखिएl

    Solution

    इस अभिक्रिया के लिए संतुलित रासायनिक समीकरण है:
    CaCO3 (s) + 2HCl (dil) → CaCl2 (aq) + H2O (l) + CO2 (g)
    कैल्सियम कार्बोनेट              कैल्सियम क्लोराइड            कार्बन डाइऑक्साइड
    योगिक ‘A’ अवश्य ही कैल्सियम कार्बोनेट हैl यह तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल से क्रिया कर कैल्सियम क्लोराइड, जल और कार्बन-डाईऑक्साइड बनाता हैl कार्बन डाइऑक्साइड में आग बुझाने का गुण होताl इसलिए वह जलती मोमबत्ती को बुझा देती हैl

    Question 5
    CBSEHHISCH10014996

    HCl, HNO3 आदि जलीय विलियन में अम्लीय अभिलक्षण क्यों प्रदर्शित करते हैं, जबकि एल्कोहॉल एवं ग्लूकोज़ जैसे  यौगिकों के विलियन में अम्लीयता के अभिलक्षण नहीं प्रदर्शित करते हैं?

    Solution
    जब HCl या HNO3 को जल के साथ मिश्रित किया जाता है तो वे जल में  H+ or H3O+ आयन के रूप में घुलते है जो उनके अम्लीय अभिलक्षण प्रदर्शित करते हैl
    उदाहरण :

    HCl (aq) → H+ + Cl-
    H+ + H2O → H3O+

    लेकिन जब अल्कोहॉल और ग्लूकोज़ को जल के साथ मिलाया जाता है तो आयन नहीं बनातेl ये जलीय विलयन में विद्युत का गन प्रदर्शित नहीं करतेl इसलिए वे अम्लीय अभिलक्षण प्रदर्शित नहीं करतेl
    Question 6
    CBSEHHISCH10014997

    अम्ल का जलीय विलयन क्यों विद्युत का चालन करता है?

    Solution
    अम्ल का जलीय विलयन विद्युत जका चालन करता है क्यूंकि यह हाइड्रोजन और हाइड्रोनियम आयन उतपन्न करता हैl
    HCl (aq) rightwards arrow H3O+ (aq) + Cl- (aq)
    HNO3 (aq) rightwards arrow H3O+ (aq) NO3- (aq)
    Question 7
    CBSEHHISCH10014998

    शुष्क हाइड्रोक्लोरिक गैस शुष्क लिटमस पत्र का रंग क्यों नहीं बदलती है?

    Solution

    शुष्क हाइड्रोक्लोरिक गैस शुष्क लिटमस पत्र का रंग नहीं बदलती क्यूंकि जल की अनिपस्थिति में यह आयनीकरण न कर पाने के कारण आयन उतपन्न नहीं कर पातीl इस कारण वह अम्ल की तरह कार्य नहीं करतीl

    Question 8
    CBSEHHISCH10014999

    अम्ल को तनुकृत करते समय यह क्यों अनुशंसित करते हैं कि अम्ल को जल में मिलाना चाहिए न कि जल को अम्ल में?

    Solution
    जल में अम्ल के घुलने की प्रक्रिया अत्यंत ऊष्माक्षेपी होती हैl इसलिए जल में किसी सांद्र अम्ल को सावधानीपूर्वक मिलाना चाहिएl अम्ल और जल को धीरे-धीरे हिलाते रहना चाहिएl ऐसा न करने पर अम्ल में जल मिलाने पर उतपन्न ऊष्मा के कारण मिश्रण आसफलित हो कर बाहर आ सकता हैl इस से स्थानीय ताप बढ़ जाता है जिस कारण उपयोग किया जाने वाला कांच का पात्र टूट भी सकता हैl
    Question 9
    CBSEHHISCH10015000

    अम्ल के विलयन को तनिकृत करते समय हाइड्रोनियम आयन (H3O+) की सांद्रता कैसे प्रभावित हो जाती है?

    Solution
    जब एक अम्ल को निश्चित मात्रा में पानी में डाला जाता है, उस विलयन के प्रति इकाई मात्रा में हाइड्रोनियम आयनों की निश्चित संख्या होती हैl प्रति इकाई हाइड्रोनियम आयनों की संख्या कम करने पर हाइड्रोनियम आयन की सांद्रता कम हो जाती हैl
    Question 10
    CBSEHHISCH10015001

    जब सोडियम हाइड्रॉक्साइड विलयन में आधुकी क्षारक मलते हैं तो हाइड्रॉक्साइड आयन (OH–) की सांद्रता कैसे प्रभावित होती है?

    Solution

    जब सोडियम हाइड्रॉक्साइड विलयन में आधिक्य क्षारक मलते हैं तो हाइड्रॉक्साइड आयन (OH–) की सांद्रता प्रति इकाई आयतन बढ़ती जाती हैl यदि क्षारक, जल में घुलनशील नहीं है तो हाइड्रॉक्साइड आयन की सांद्रता स्थिर रहती हैl

    Question 12
    CBSEHHISCH10015003

    H+(aq) आयन की सांद्रता का विलयन की प्रकृति पर क्या प्रभाव पड़ता है?

    Solution

    H+ (aq) आयन की सांद्रता का विलयन की प्रकृति पर प्रकृति पर प्रभाव पड़ता हैl H+ (aq) की जितनी सांद्रता होगी, उतना ही विलयन अधिक अम्लीय होगाl

    Question 13
    CBSEHHISCH10015004

    क्या क्षारकीय विलयन में H(aq) आयन होते हैं? अगर हाँ, तो यह क्षारकीय क्यों होते हैं?

    Solution

    क्षारकीय विलयन में H+ (aq) आयन होते हैं पर साथ ही उसमें OH- आयन भी होते हैं वे क्षारकीय इसलिए होते हैं क्योंकि उन में OH- आयन की सांद्रता अधिक H+ आयन की अपेक्षा अधिक होती हैl

    Question 14
    CBSEHHISCH10015005

    कोई किसान खेत की मृदा की किस परिस्थिति में बिना बुझा हुआ चूना ( कैल्सियम ऑक्साइड ) बुझा हुआ चूना ( कैल्सियम हाइड्रॉक्साइड ) या चॉक ( कैल्सियम कार्बोनेट ) का उपयोग करेगा?

    Solution

    पौधों के अच्छे विकास के लिए pH एक निम्न श्रेणी में होनी चाहिएl पौधों का विकास अच्छा होता है यदि उनका pH मान 6-8 होl इसलिए किसान खेत की मृदा में इन का उपयोग कर सकेगा यदि उस खेत की प्रकृति अम्लीय हैl

    Question 15
    CBSEHHISCH10015006

    CaOCl2 योगिक का प्रचलित नाम क्या है?

    Solution

    CaOCl2 योगिक का प्रचलित नाम विरंजक चूर्ण ( bleaching powder ) हैl

    Question 17
    CBSEHHISCH10015008

    कठोर जल को मृदु करने के लिए किस सोडियम यौगिक का उपयोग किया जाता है?

    Solution

    सोडियम कार्बोनेट का उपयोग कठोर जल से मृदु जल बनाने में किया जाता है, इसको धावन सोडा ( NaCO3 ) भी कहा जाता हैl

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    Question 18
    CBSEHHISCH10015009

    सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट के विलयन को गर्म करने पर क्या होगा? इस अभिक्रिया के लिए समीकरण लिखिएl

    Solution

    सोडियन हाइड्रोजन कार्बोनेट गर्म करने पर सोडियम कार्बोनेट (i), कार्बन डाइऑक्साइड (ii) और जल (iii) में विघटित हो जाएगाl
    2NaHCO3 → Na2CO3 + CO2 + H2O

    Question 19
    CBSEHHISCH10015010

    प्लास्टर ऑफ पेरिस का जल के साथ अभिक्रिया के लिए समीकरण लिखिएl

    Solution

    प्लास्टर ऑफ पेरिस open parentheses space CaSO subscript 4.1 half straight H subscript 2 straight O space close parentheses जल के साथ अभिक्रिया करके जिप्सम ( CaSO4.2H2O ) बनाता है और लगभग आधे घंटे में जम कर ठोस बन जाता हैl
    CaSO subscript 4.1 half straight H subscript 2 straight O space plus space 1 1 half straight H subscript 2 straight O space rightwards arrow space CaSO subscript 4.2 straight H subscript 2 straight O
    प्लास्टर ऑफ पेरिस    जल            जिप्सम

    Question 20
    CBSEHHISCH10015011

    कोई विलयन लाल लिटमस को नीला कर देते है, इस का pH संभवत: क्या होगा?

    • 1

    • 4

    • 5

    • 10

    Solution

    D.

    10

    विलयन लाल लिटमस को नीला कर देता है इसलिए इस का pH अवश्य 7 से अधिक होना चाहिएl

    Question 21
    CBSEHHISCH10015012

    कोई विलयन अंडे के पिसे हुए कवच से अभिक्रिया कर एक गैस उतपन्न करत है जो चूने के पानी को दूधिया कर देते हैl इस विलयन में क्या होगा?

    • NaCl

    • HCl

    • LiCl

    • KCl

    Solution

    B.

    HCl

    अंडे के पिसे हुए कवच में CaCO3 होता है जो HCl से क्रिया कर के CO2 उतपन्न करता है जो चूने के पानी को दूधिया कर देती हैl

    Question 22
    CBSEHHISCH10015013

    NaOH का 10ml विलयन, HCl के 8ml विलयन में पूर्णत: उदासीन हो जाता हैl यदि हम NaOH के उसी विलयन का 20ml लें तो इसे उदासीन करने के लिए HCl के उसी विलयन की कितनी मात्रा की आवश्यकता होगी?

    • 4ml

    • 8ml

    • 12ml

    • 16ml

    Solution

    D.

    16ml

    हम NaOH विलयन की दुगुनी मात्रा लेंगे ताकि HCl विलयन को उदासीन किया जा सके तो उसे भी दुगुना होना चाहिएl
    Question 24
    CBSEHHISCH10015015

    निम्न अभिक्रिया के लिए पहले शब्द समीकरण लिखिए तथा उसके बाद संतुलित समीकरण लिखिए-

    (a) तनु सल्फ्यूरिक अम्ल, दानेदार ज़िंक के साथ अभिक्रिया करता हैl

    (b) तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल, मैग्नीशियम पट्टी के साथ अभिक्रिया करता हैl

    (c) तनु सल्फ़्यूरिक अम्ल, ऐलुमिनियम चूर्ण के साथ अभिक्रिया करता हैl

    (d) तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल, लौहे के रेतन के साथ अभिक्रिया करता हैl

    Solution

    (a) ज़िंक + सल्फ़्यूरिक अम्ल ( तनु ) → ज़िंक सल्फ़ेट + हाइड्रोजन
         Zn + H2SO→ ZnSO4 + H2
    b) मैग्नीशियम + हाइड्रोक्लोरिक अम्ल → मैग्नीशियम क्लोराइड + हाइड्रोजन
         Mg + 2HCl → MgCl + H2
    c) ऐलुमिनियम + सल्फ़्यूरिक अम्ल → ऐलुमिनियम सल्फेट + हाइड्रोजन
         2Al + 3H2SO4 → Al2(SO4)3 + 3H2
    d) लौहा + हाइड्रोक्लोरिक अम्ल → लौहा (II) क्लोराइड + हाइड्रोजन
         2Fe + 6HCl → 2FeCl3 + 3H2

    Question 25
    CBSEHHISCH10015016

    ऐल्कोहॉल एवं ग्लूकोज़ जैसे यौगिकों में भी हाइड्रोजन होती है लेकिन इनका वर्गीकरण अम्ल की तरह नहीं होता हैl एक क्रियाकलाप के द्वारा साबित कीजिएl

    Solution

    यद्यपि एल्कोहॉल एवं ग्लूकोज़ जैसे यौगिकों में हाइड्रोजन होती है पर वे विलियन में आयनीकृत नहीं होते और आयन उतपन्न नहीं करतेl यह इस तथ्य से साबित होता है कि उन के विलयन विद्युत चालन नहीं करतेl

    क्रिया-कलाप- एक बीकर में ऐल्कोहॉल, ग्लूकोज़ आदि का विलयन लीजिएl एक कार्क पर दो कील लगाकर कार्क को बीकर में रख दीजिएl किलों को 6 वाल्ट कि एक बैटरी के दोनों टर्मिनलों के साथ एक बल्ब और स्विच के माध्यम से जोड़ दीजिएl अब विद्युत धरा प्रवाहित कीजिए विद्युत चलण नहीं हुआl

    Question 26
    CBSEHHISCH10015017

    आसवित जल विद्युत चालन क्यों नहीं होता जबकि वर्षा जल होता है?

    Solution

    वर्षा जल में CO2, SO2 जैसी गैसें घुली होती है जो कार्बोनेट अम्ल, सल्फ़्यूरस अम्ल आदि बनती हैl इनका आयनों में विच्छेदन होता हैl इसलिए वर्षा जल में विद्युत का चालन होता हैl आसवित जल में घुलनशील लवण या गैसों नहीं होतीं इसलिए इसका आयनीकरण नहीं होता और इस में विद्युत का चालन नहीं होताl

    Question 27
    CBSEHHISCH10015018

    जल की अनुपस्थिति में अम्ल का व्यवहार अम्लीय क्यों नहीं होता है?

    Solution

    जल किसी अम्ल के विच्छेदन में सहायक होता है जिस से हाइड्रोनियम ( H3O+ ) आयन उतपन्न होता हैl जल की अनुपस्थिति में आयन उतपन्न नहीं होते इसलिए जल की अनुपस्थिति में अम्ल का व्यव्हार अम्लीय नहीं होताl

    Question 29
    CBSEHHISCH10015020

    परखनली 'A' एवं 'B' में समान लंबाई की मैग्नीशियम की पट्टी लीजिएl परखनली 'A' में हाइड्रोक्लोरिक अम्ल ( HCl ) तथा परखनली 'B' में एसिटिक अम्ल (CH3COOH ) डालिएl किस परखनली में तेज़ी से बुदबुदाहट होगी और क्यों?

    Solution
    दोनों में हाइड्रोजन गैस उतपन्न होती हैl जब धातु अम्ल के साथ क्रिया करती है तो लवण और हाइड्रोजन गैस उतपन्न होती हैl
    धातु + अम्ल rightwards arrowलवण + हाइड्रोजन गैस
    परखनली 'A' में अधिक तेज़ी से बुदबुदाहट होगीl ऐसा इसलिए कि हाइड्रोक्लोरिक अम्ल एसिटिक अम्ल से प्रबल हैl मैग्नीशियम की क्रिया हाइड्रोक्लोरिक अम्ल से तीव्र होगी और हाइड्रोजन गैस उतपन्न होगीl
    Mg + 2HCl rightwards arrow MgCl2 + H2
    Question 30
    CBSEHHISCH10015021

    ताज़ा दूध के pH का मान 6 होता हैl दही बन जाने पर इसके pH के मान में क्या परिवर्तन होगा? अपना उत्तर समझाइएl

    Solution

    जब ताज़ा दूध दही में बदल जाता है तप pH कम होl जाएगा ऐसा इसलिए होगा कि दही अधिक अम्लीय होता हैl दही में लैक्टिक अम्ल होता हैl जितना अधिक अम्ल होगा उस का pH उतना ही कम होगाl

    Question 31
    CBSEHHISCH10015022

    एक ग्वाला ताज़े दूध में थोड़ा बेकिंग सोडा मिलता हैl

    (a) ताज़ा दूध के pH के मान को 6 से बदल कर थोड़ा क्षारीय क्यों बना देता है?

    (b) इस दूध को दही बनने में अधिक समय क्यों लगता है?

    Solution

    (a) ताज़ा दूध अम्लीय है और खट्टा हो कर अधिक अम्लीय हो जाता हैl बेकिंग सोडा की उपस्थिति में दूध क्षारीय हो जाएगा और जल्दी से खट्टा नहीं होगा क्योंकि क्षार दूध को शीघ्रता से अम्लीय बनने से रोक देगाl
    (b) जब दूध दही में बदलता है लैक्टिक अम्ल बनने के कारण उसका pH कम हो जाता हैl क्षार की उपस्थिति इसे जल्दी से अधिक अम्लीय होने से रोकती है इसलिए दूध को दही बनने में अधिक समय लगता हैl

    Question 32
    CBSEHHISCH10015023

    प्लास्टर ऑफ पेरिस को आर्द्र-रोधी बर्तन में क्यों रखा जाना चाहिए? इसकी व्याख्या कीजिएl

    Solution
    प्लास्टर ऑफ पेरिस ( कैल्सियम सुल्फ़ेट हेमिहाइड्रेट ) CaSO subscript 4.1 half straight H subscript 2 straight O हैl नमी की उपस्थिति के कारण यह बन जाता हैl
    CaSO subscript 4.1 half straight H subscript 2 straight O space plus space 1 1 half straight H subscript 2 straight O space rightwards arrow space CaSO subscript 4.2 straight H subscript 2 straight O
प ् ल ा स ् टर space ऑफ space प े र ि स space space space space space space space space space space space space space space space space space space space space space space space ज ि प ् सम
    इसलिए इसे आर्द्र-रोधी बर्तन में रखा जाना चाहिएl
    Question 33
    CBSEHHISCH10015024

    उदासीनीकरण अभिक्रिया क्या है? दो उदाहरण दीजिएl

    Solution

    जब अम्ल किसी क्षार से क्रिया करता है तब लवण और जल बनता हैl इसे उदासीनीकरण अभिक्रिया कहते हैंl
    क्षार + अम्ल → लवण + जल
    उदाहरण:
    NaOH + HCl → NaCl + H2O
    (क्षार)    (अम्ल)   (लवण)   (जल)
    KOH + HNO3 → KNO3 + H2O
    (क्षार)    (अम्ल)     (लवण)   (जल)

    Question 34
    CBSEHHISCH10015025

    धोने का सोडा एवं बेकिंग सोडा के दो-दो उपयोग बताइएl

    Solution

    बेकिंग सोडा ( NaHCO3) के उपयोग:
    (i) इसका प्रयोग सोडा-अम्ल अग्निशामक में किया जाता हैl
    (ii) यह ऐंटैसिड का एक संघटक है जो पेट के अम्ल की अधिकता को उदासीन करके राहत पहुंचाता हैl
    धोने सोडा ( Na2CO3.10H2O ) के उपयोग:
    (i) इसका उपयोग कांच, साबुन और कागज़ उद्योगों में होता हैl
    (ii) जल की स्थाई कठोरता को दूर करने के लिए इसका उपयोग होता हैl

    Question 35
    CBSEHHISCH10015405

    धातु के साथ अम्ल की अभिक्रिया होने पर सामान्यत: कौन सी गैस निकलती है? एक उदाहरण के द्वारा समझाइए। इस गैस की उपस्थिति की जाँच आप कैसे करेंगे?

    Solution

    जब एक अम्ल धातु के साथ क्रिया करता है तो हाइड्रोजन गैस मुक्त होती है।
    Zn space left parenthesis straight s right parenthesis space plus space 2 space HCL space left parenthesis aq right parenthesis space rightwards arrow for space of space ZnCl subscript 2 space left parenthesis aq right parenthesis space plus space straight H subscript 2 space left parenthesis straight g right parenthesis
    जाँच: हाइड्रोजन गैस की उपस्थिति की जाँच गैस के पास एक जलती हुई तीली ले जाने से होती है। गैस ज्वलनशील है तथा पॉप की ध्वनि के साथ जलती है।

    Question 37
    CBSEHHISCH10015440

    उस समय आप क्या प्रेक्षण करते हैं जब आप एसीटिक अम्ल की कुछ बूंद उस परखनली में मिलाते हैं जिसमें भरा है :
    (a) फिनॉलफ्थेलिन
    (b) आसुत जल
    (c) सार्वत्रिक सूचक
    (d) सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट चूर्ण

    Solution

    एसीटिक अम्ल कमजोर अम्ल है निम्न परिवर्तन तब होंगे जब दिए गए समाधानों में एसीटिक अम्ल की कुछ बूंदों को जोड़ा जाएगा:
    (a) फिनॉलफ्थेलिन - फिनॉलफ्थेलिन रंगहीन रहता है, क्योंकि एसीटिक अम्ल मूल पदार्थों के रंग में परिवर्तन दर्शाता है(कोई बदलाव नहीं)।
    (b) आसुत जल - आसुत जल में एसीटिक अम्ल घुल जाता है(कोई बदलाव नहीं)।
    (c) सार्वत्रिक सूचक - एसीटिक अम्ल सार्वभौमिक सूचक के लिए नारंगी रंग में बदल जाता है।(बदलाव हुआ)।
    (d) सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट चूर्ण - जब सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट पाउडर में जोड़ा जाता है, तो एसीटिक एसिड इस प्रक्रिया में कार्बन डाइऑक्साइड गैस के विकास के कारण उत्तेजित करता है:
                 CH3COOH(aq) + NaHCO3(S) rightwards arrow CH3COONa(aq) + H2O(I) + CO2(upwards arrow)

    Question 38
    CBSEHHISCH10015449

    किसी उचित उदारण की सहायता से होने वाली अभिक्रिया के लिए आवश्यक परिस्थितियों का उपयोग करते हुए, हाइड्रोजनीकरण अभिक्रिया की व्याख्या कीजिए तथा इस अभिक्रिया में बने उत्पाद के भौतिक गुणधर्म में होने वाले परिवर्तन का उल्लेख भी कीजिये।

    Solution

    एक असंतृप्त परिसर में ‘हाइड्रोजन जोड़ने’ की प्रक्रिया को हाइड्रोजनीकरण कहा जाता है।
    उदाहरण: हाइड्रोजनीकरण पर एक उत्पाद के रूप में ईथेन, 'ईथेन' देता है।
    हाइड्रोजनीकरण के लिए शर्तें:
    i) असंतृप्त परिसर अर्थात असंतृप्त हाइड्रोकार्बन मौजूद होना चाहिए।
    ii) एक उत्प्रेरक की उपस्थिति जैसे- पतले विभाजित दुर्ग या गिलट।
    वनस्पति तेलों के हाइड्रोजनीकरण के दौरान, तरल असंतृप्त वसायुक्त अम्ल ठोस संतृप्त वसायुक्त अम्ल में परिवर्तित होते हैं।

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    Question 42
    CBSEHHISCH10015476

    उन दो प्रेक्षणों की सूची बनाइए जिन्हें आप उस समय करते है, जब आप किसी परखनली में एसिटिक अम्ल लेकर उसमें एक चुटकी सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट मिलते हैं होने वाली अभिक्रिया का रासायनिक समीकरण लिखिए।

    Solution

    जब एक परखनली में एसीटिक अम्ल में सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट की चुटकी को जोड़ा जाता है, तो रंगहीन और गंधहीन गैस के कारण एक तेज उबाऊ देखा जाता है, जो CO2 है।
    प्रतिक्रिया में शामिल रासायनिक समीकरण है:
     

    CH3COOH(aq) + NaHCO3(s) rightwards arrow CH3COONa(aq) + H2O(l) + CO2(g)

    Question 43
    CBSEHHISCH10015487

    पकौड़ों को स्वादिष्ट और खस्ता बनाने के लिए उपयोग किए जाने वाले किसी लवण-मान 14 है। इस लवण को पहचानिए तथा इसके निर्माण के लिए रासायनिक समीकरण लिखिए । इसके दो उपयोगों की सूची बनाइए ।

    Solution

    सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट / सोडियम बाइकार्बोनेट (NaHCO3)लवण का उपयोग स्वादिष्ट और कुरकुरा पकौड़ों बनाने के लिए किया जाता है।

    NaCl + H2O +CO2 + NH3 → NH4Cl + NaHCO3

    उपयोग:
    (i) बेकिग पाउडर बनाने में
    (ii) प्रतिअस्ल केअवयव / अश के रूप में
    (iii) सोडा अस्ल अग्निशामक यत्रो में

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