समकालीन भारत 1 Chapter 3 अपवाह
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    NCERT Solution For Class 9 सामाजिक विज्ञान समकालीन भारत 1

    अपवाह Here is the CBSE सामाजिक विज्ञान Chapter 3 for Class 9 students. Summary and detailed explanation of the lesson, including the definitions of difficult words. All of the exercises and questions and answers from the lesson's back end have been completed. NCERT Solutions for Class 9 सामाजिक विज्ञान अपवाह Chapter 3 NCERT Solutions for Class 9 सामाजिक विज्ञान अपवाह Chapter 3 The following is a summary in Hindi and English for the academic year 2021-2022. You can save these solutions to your computer or use the Class 9 सामाजिक विज्ञान.

    Question 7
    CBSEHHISSH9009588

    जलविभाजक का क्या कार्य है? एक उदाहरण दीजिए l

    Solution

    वह उच्च भूमि जो दो पड़ोसी अफवाह द्रोणियों को एक-दूसरे से अलग करती है, जलविभाजक कहलाती हैl उदाहरण के लिए अंबाला, सिंधु और गंगा नदी प्रणाली के बीच जलविभाजक पर स्थित है।

     
    Question 8
    CBSEHHISSH9009589

    लंबी धारा होने के बावजूद तिब्बत के क्षेत्रों में ब्रह्मपुत्र में कम गाद (सिल्ट) क्यों है?

    Solution
    लंबी धारा होने के बावजूद तिब्बत के क्षेत्रों में ब्रह्मपुत्र में कम गाद (सिल्ट) है क्योंकि ये एक शीत और शुष्क क्षेत्र है तथा जल की मात्रा काफी कम है, जिसके परिणामस्वरूप अपरदन अत्यधिक कम व धीमी गति से होता है।
     
    Question 9
    CBSEHHISSH9009590

    नदियों तथा झीलों के कुछ आर्थिक महत्व को बताएँ।

    Solution

    नदियों के आर्थिक लाभ:
    (i) यह गाद और तलछट बहाकर लाती है, जो बाढ़ के मैदानों को उपजाऊ बनाकर देश को उपजाऊ कृषि भूमि प्रदान करती हैं।
    (ii) नदियाँ घरेलू कार्यों और वस्तुओं के लिए जल उपलब्ध करवाती है। विशेषकर भारत जैसे देश में जहाँ फसल मानसून पर निर्भर करती है।
    (iii) नदियों के साथ-साथ औद्योगिक विकास भी फलता-फूलता है क्योंकि अनेक औद्योगिक प्रक्रियाओं में जल की अत्यंत आवश्यकता होती है। जैसे शीतलक में और जलविधुत उत्पादन में।
    (iv) नदियाँ अपशिष्ट को गला देती है या बहाकर ले जाती हैं।
    (v) नदियाँ परिवहन के साधन और अन्तर्दर्शीय जलमार्ग उपलब्ध करवाती है।
    (v) तटीय नगरों के साथ-साथ मनोरंजन, पर्यटन प्रोत्साहन आदि भी विकसित होते हैं।

    झीलों के आर्थिक महत्व:
    (i) नदी के बहाव को सुचारु बनाने में झीले महत्पूर्ण भूमिका निभाती है।
    (ii) विद्युत उत्पन्न करने के लिए भी झीलों का उपयोग किया जा सकता है।
    (iii) अत्यधिक वर्षा के समय यह बाढ़ को रोकती।
    (iv) सूखे के मौसम में यह पानी के बहाव को संतुलित करती है।
    (v) जलीय पारितंत्र को संतुलित रखती है।
    (vi) इनके द्वारा आस-पास के क्षेत्रों की जलवायु सामान्य बनती है।
    (vii) झीलें प्राकृतिक सुंदरता व पर्यटन को बढ़ाती हैं।

    Question 10
    CBSEHHISSH9009591

    नीच भारत की कुछ झीलों के नाम दिए गए हैं। इन्हे प्रकृति तथा मानव निर्मित वर्गो में बाँटिए।
    (क) वुलर, (ख) डल, (ग) नैनीताल, (घ) भीमताल, (ङ) गोबिंद सागर, (च) लोकताक, (छ) बारापानी, (ज) चिल्का, (झ) सांभर, (य) राणा प्रताप सागर, (ट) निज़ाम सागर, (ठ) पुलीकट, (ड) नागार्जुन सागर, (ढ) हीराकुंड

     

    Solution

    प्राकृतिक झीलें- (क) वुलर, (ख) डल, (ग) नैनीताल, (घ) भीमताल, (ङ) लोकताल, (च)बारापान, (छ) चिल्का, (ज) सांभर, (झ) पुलीकट।
    मानव निर्मित झीले- (क) गोबिंद सागर,(ख) राणा प्रताप सागर, (ग) निज़ाम सागर, (घ) नागार्जुन सागर, (ङ) हीराकुंड।

    Question 11
    CBSEHHISSH9009592

    प्रायद्वीपीय नदियों और हिमालय की नदियों के बीच के कोई तीन अंतर बताइए।

    Solution
    हिमालय नदियाँ

    प्रायद्वीपीय नदियाँ

    (i) हिमालय नदियाँ लम्बी होती है और ये लम्बे रस्ते तय करती है।
    (ii) इन नदियों को वर्षा के साथ -साथ हिम से भी जल मिलता है इसलिए ये बारहमासी नदियाँ होती है।
    (iii) हिमालय की प्रमुख नदियों में कई सहयक नदियाँ आकर मिलती है।
    (iv) ये नदियाँ अपने साथ भरी मात्रा में सिल्ट लेकर दुनिया का सबसे बड़ा डेल्टा बनती हैl जिसे सुंदरवन कहते है।
    (v) भारत में हिमालय की नदियाँ बंगाल की खाड़ी में जाकर मिलती है।

    (i) ये नदियाँ अपेक्षाकृत छोटी होती है और छोटी दुरी तय करती है।
    (ii) इस नदियों का प्रवाह वर्षा पर निर्भर करती है। ये प्रायः मौसमी होती है।
    (iii) प्रमुख प्रायदुपीय नदियाँ जैसे महानदी, गोदावरी ,कृष्णा तथा कावेरी में छोटी सहयक नदियाँ आकर मिलती है।
    (iv) ये नदियाँ डेल्टा और ज्वारमुख का निर्माण करती है इनके डेल्टा छोटे होते है।
    (v) प्रायद्वीपीय नदियाँ बंगाल की खाड़ी और अरब सागर दोनों में गिरती है।

    Question 12
    CBSEHHISSH9009593

    प्रायद्वीपीय पठार के पूर्व एवं पश्चिम की और बहने वाली नदियों की तुलना कीजिए।

    Solution
    पूर्व की ओर बहने वाली नदियाँ

     

    पश्चिम की और बहने वाली नदियाँ

    (i) गोदावरी, कृष्णा और कावेरी नदियाँ पश्चिमी घाट से निकल कर पूर्व की और बहते हुए बंगाल की खाड़ी में समाप्त हो जाती हैं।
    (ii) समुन्द्र में प्रवेश करते समय ये सभी नदियाँ डेल्टा बनती हैं।

    (i) नर्मदा और तापी दो ही ऐसी लम्बी नदियाँ है जो अरब सागर में गिरती हैं।
    (ii) ये नदियाँ ज्वारनदमुख बनती हैं।

    Question 13
    CBSEHHISSH9009647

    किसी देश की अर्थव्यवस्था के लिए नदियाँ महत्वपूर्ण हैं?

    Solution

    (i) ऐतिहासिक रूप से नदी घाटियाँ प्रारम्भिक सभ्यताओं का केंद्र रही हैं, जैसे नील नदी की सभ्यता, सिंधु घाटी की सभ्यता इत्यादि।
    (ii) भारत जैसी कृषि अर्थव्यवस्था वाले देश में नदियों में सिंचाई, नौसंचालन, जलविद्युत निर्माण इत्यादि द्वारा अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
    (iii) नदियों के मैदान तथा सिंचाई को सुविधाओं ने विभिन्न प्रकार की खाद्य फसलों व नकदी फसलों को उगाने तथा दूसरे कृषि क्रिया-कलापों में काफी मदद पहुँचाई है।
    (iv) नदियाँ बाढ़ के मैदान तथा डेल्टा का निर्माण करती हैं, जो कृषि हेतु उपजाऊ मृदा करती हैं।
    (v) नदी घाटी विश्व के सबसे घनी आबादी वाले क्षेत्र होते हैं क्योंकि ये कृषि योग्य भूमि तथा जल प्रदान करती हैं। जैसे भारत की गंगा द्रोणी अथवा मैदान।

    Question 14
    CBSEHHISSH9009648

    भारत में सबसे विशाल नदी द्रोणी कौन-सी है?

    Solution

    गंगा द्रोणी भारत में सबसे विशाल नदी द्रोणी है।

    Question 15
    CBSEHHISSH9009649

    सिंधु एवं गंगा नदियाँ कहाँ से निकलती हैं?

    Solution

    सिंधु नदी तिब्बत में मानसरोवर झील के निकट से निकलती है। गंगा नदी हिमालय में गंगोत्री हिमानी से मिलती हैं।

    Question 16
    CBSEHHISSH9009650

    गंगा की दो मुख्य धाराओं के नाम लिखिए। ये कहाँ पर एक-दूसरे से मिलकर गंगा नदी का निर्माण करती हैं?

    Solution

    गंगा की दो मुख्य धाराएँ भागीरथी और अलकनंदा हैं। ये उत्तरांचल राज्य के देवप्रयाग नामक स्थान पर मिलती हैं।

    Question 17
    CBSEHHISSH9009651

    कौन-सी दो प्रायद्वीपीय नदियाँ गर्त से होकर बहती हैं? समुद्र में प्रवेश करने से पहले वे किस प्रकार की आकृतियों का निर्माण करती हैं?

    Solution

    नर्मदा एवं तापी दो प्रायद्वीपीय नदियाँ हैं जो गर्त से होकर बहती हैं। समुद्र में प्रवेश करने से पहले वे एश्चुरी का निर्माण करती हैं।

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    Question 19
    CBSEHHISSH9009741

    बारहमासी और ऋतुगत नदियाँ किसे कहते है?

    Solution
    1. नदियाँ जो पूरे वर्ष बहती है वे बारहमासी नदियाँ कहलाती है। उनमें ज़्यादा या कम पर गति पूरे वर्ष भर रहती है जैसे कि गंगा।
    2. नदियाँ जो पूरे वर्ष नहीं बहती है उन्हे ऋतुगत नदियाँ कहते है। ये ऋतुगत नदियाँ है जो वर्षा ऋतु में बहती है और शुष्क ऋतु में सूख जाती हैं। जैसे कि सुवर्ण रेखा ।
    3. हिमालय से निकलने वाली नदियाँ बारहमासी नदियाँ है। उनका स्त्रोत बर्फ के मैदान और ग्लेसियर है। मानसून के दौरान हिमालय क्षेत्र में भारी वर्षा होती है जिसके कारण उन नदियों में पानी का प्रवाह बढ़ जाता है।
    Question 20
    CBSEHHISSH9009742

    गोदावरी नदी को दक्षिणी गंगा क्यों कहा जाता है ?

    Solution

    गोदावरी प्रायद्वीपीय क्षेत्र की सबसे बड़ी नदी है। इसकी लम्बाई लगभग 1500 किलो मीटर है। यह नदी तंत्र महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश तथा आँध्रप्रदेश में फैला हुआ हैं । इसकी लम्बी दूरी तय करने और वृहत क्षेत्रो में फैले होने के कारण गोदावरी नदी को दक्षिणी गंगा के नाम से जाना जाता है। यह नदी महाराष्ट्र के नासिक जिले में पश्चिमी ढाल से निकलती है और पूर्व की ओर प्रवाहित होती हुई बंगाल की खाड़ी में जाकर मिल जाती है।

    Question 21
    CBSEHHISSH9009743

    लवणीय झील का निर्माण कैसे होता है? भारत के कुछ लवणीय झील के उदाहरण दें।

    Solution

    वह झील जिसमें अधिक मात्रा में लवण की मात्रा मिली होती है उसे लवणीय झील कहते है। यह झील शुष्क जलवायु वाले क्षेत्रों में पाई जाती है। इस प्रकार की झीले अक्सर ऋतुगत होती है। उदहारण के लिए: भारत में सांभर झील के पानी का उपयोग नमक बनाने के लिए होता है।

    Question 22
    CBSEHHISSH9009744

    लैगून क्या है? यह झील से किस प्रकार भिन्न है।

    Solution

    स्पिट तथा बार (रोधिका) तटीय क्षेत्रों में लैगून का निर्माण करते है। हवाओं और समुंद्री धाराओं की क्रिया तटीय क्षेत्रों में समुद्र के जल को रोककर जिस आकार का निर्माण करते है उसे लैगून का निर्माण होता है। यह सामान्य रुप से गंगा नदी के विशाल डेल्टा और महानदी डेल्टा के पास पाया जाता है। उड़ीसा में चिल्का, तमिलनाडु में पुलीकट और आंध्रप्रदेश में ये प्रमुख लैगून हैं।

    समुन्द्र के समीप ताजा हवायें भी तटीय बालू से जल को रोक लेती हैं जिससे, दलदली लैगून का निर्माण हो जाता है।

    (1) लैगून में सामान्यत: लवणीय जल होता है जबकि झील शुद्ध जल या लवणीय जल से भरा होता।

    (2) लैगून का निर्माण पवनों एवं तरंगो के क्रिया से तटीय क्षेत्रो में बनता है जबकि झील का निर्माण नदियों के द्ववारा होता है।

    Question 23
    CBSEHHISSH9009745

    गार्जं क्या है?

    Solution

    गार्जं संकीर्ण नदी घाटियों को कहा जाता है जो पर्वतीय क्षेत्रों में नदियों के क्रियाकलापों से बनता है। यह मुख्य रुप से उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में पाया जाता है।

    Question 24
    CBSEHHISSH9009746

    ब्रह्मपुत्र नदी किस प्रकार की प्रवाह प्रणाली से सम्पन्न है?

    Solution

    ब्रह्मपुत्र नदी पूरे असम क्षेत्र जल एवं सिल्ट की मात्रा लिए हुए प्रवाहित होती है। उत्तर पूर्वी भारत के क्षेत्रों में भारी वर्षा होती है। मानसून के दौरान असम में भारी वर्षा होती है। जिसके कारण ब्रह्मपुत्र नदी में जल की मात्रा काफी बढ़ जाती है। बड़े पैमाने पर मृदा अपरदन होने के कारण बहुत मात्रा में सिल्ट लेकर प्रवाहित होती है। यह सिल्ट नदी के तल में जमा हो जाती है। जिसके कारण नदी का जल कई प्रवाहों में बदल जाता है।

    Question 25
    CBSEHHISSH9009747

    भारत में स्वच्छ जल झील कहां स्थित है?

    Solution

    भारत की अधिकतर स्वच्छ जल झील हिमालय में स्थित है। हिमालय की अधिकांश पर्वत श्रेणियां बर्फ़ो से ढकी है और हिमालय में अनेक हिमनद है। हिमालय क्षेत्र स्थित झीलों का निर्माण बर्फ़ो के पिघलने से होता है जिससे, इन झीलो का पानी शुद्ध होता है। भारत की सबसे बड़ी शुद्ध जल झील वुलर झील है।

    Question 26
    CBSEHHISSH9009748

    नदी द्रोणी क्या है ?

    Solution

    वह क्षेत्र जहाँ से एक नदीं तंत्र या उसकी सहायक नदियों द्वारा जल प्रवाहित होता है उसे नदी द्रोणी कहते है। अपवाह शब्द एक क्षेत्र के नदी तंत्र का वर्णन करता है। कई छोटी- छोटी धाराएँ मिलकर एक मुख्य नदी का निर्माण करती है। मुख्य नदी में कई सहायक नदी और उपनदी मिलती है। अंत में नदियां समुंद्र में अपने पानी को प्रवाह करती है।

    Question 27
    CBSEHHISSH9009749

    कृष्णा और उसकी सहायक नदियों पर नोट लिखें।

    Solution

    कृष्णा नदी महाबलेश्वर के निकट एक झील से निकलती है और यह पूर्व दिशा की ओर प्रवाहित होती हुई बंगाल की खाड़ी में मिल जाती है। इसकी लम्बाई लगभग 1400 किलो मीटर है। गोदावरी के बाद यह प्रायद्वीपय भारत की दूसरी सबसे लम्बी नदी है। तुंगभद्रा, कोयना तथा भीमा, घाट प्रभा और भूसी कृष्णा नदी की मुख्य सहायक नदियाँ है।

    Question 28
    CBSEHHISSH9009750

    हिमालय से निकलने वाली तीन प्रमुख नदियों और उसकी सहायक नदियों के नाम लिखिए।

    Solution

    हिमालय से निकलने वाली तीन प्रमुख नदियाँ निम्न है:

    1. सिंधु नदी तंत्र - सतलुज, व्यास और रावी सिंधु नदी की तीन प्रमुख सहायक नदियाँ है।
    2. गंगा नदी तंत्र - यमुना, घाघरा और गंडक गंगा नदी की प्रमुख सहायक नदियाँ है।
    3. ब्रह्मपुत्र नदी तंत्र - दिबांग, लोहित केनुला ब्रह्मपुत्र नदी की सहायक नदियाँ है।

    Question 29
    CBSEHHISSH9009751

    प्रायद्वीप भारत में पूर्व और पश्चिम दिशा में प्रवाहित होने वाली नदियों में उत्तर बताएँ।

    Solution

    पूर्व की ओर प्रवाहित होने वाली नदियाँ:

    1. ये नदियाँ अपने मुहाने पर डेल्टा का निर्माण करती है।
    2. ये सभी नदियाँ बंगाल की खाड़ी में जाकर मिल जाती है।
    3. ये नदियाँ है: महानदी, गोदावरी और कृष्णा।

    पश्चिम की ओर प्रवाहित होनेवाली नदियाँ:

    1. ये नदियाँ अपने मुहाने पर डेल्टा का निर्माण नहीं करती है।
    2. ये नदियाँ अरबसागर में जाकर मिल जाती है।
    3. इन नदियों में नर्मदा और तापी महत्वपूर्ण है।

    Question 30
    CBSEHHISSH9009752

    सहायक नदी और उपनदी में अन्तर बतलाएँ ?

    Solution

    सहायक नदी: वैसी नदी को कहते है जो मुख्य नदी में आकर मिलती है। जैसे - यमुना नदी, गंगा की सहायक नदी है। एक सहायक नदी मुख्य नदी के साथ अपना पानी मिला देती है।

    उपनदी: उपनदी उस नदी को कहतेहै जो मुख्य नदी से अलग होती है। उपनदी मुख्य नदी से पानी लेती है, देती नही है।

    Question 31
    CBSEHHISSH9009753

    हिमालय से निकलने वाली नदियों और प्रायद्वीपीय नदियों में अन्तर बताएँ ?

     

    Solution

    हिमालय से निकलने वाली नदियाँ:

    1. ये नदियाँ हिमनद से निकलती है इसलिए ये नदियाँ साल भर बहती रहती है। इनका पानी कभी समाप्त नही होता है।
    2. ये नदियाँ समतल उत्तरी मैदान से बहती है इसलिए ये नदियाँ सिंचाई और जहाजरानी के लिए उपयोगी है।
    3. ये नदियाँ अपने साथ उपजाऊ मिट्टी लाती है जिसे मैदानी भागो में बिछा देती है।
    4. इन नदियों से नहरे निकाल कर सिंचाई की व्यवरथा की गई है।
    5. इन नदियों के किनारे पर नगर और व्यापार केन्द्र स्थित है।

    प्रायद्वीपीय नदियाँ:

    1. ये नदियाँ उन पर्वतों से निकलती है जहाँ हिमछादित नही होती तथा ग्रीष्म में यह सुख जाती है।
    2. ये नदियाँ विषन चट्टानी धरातल पर बहती है, इसलीए ये नदियाँ सिंचाई के लिए उपयोगी नही है और न ही जहाजरानी के लिए।
    3. प्रायद्वीपीय नदियाँ अपने साथ दोमट मिट्टी नही लाती।
    4. इन नदियों का पथरीला धरातल होने के कारण, नदियों के किनारे नहरें नही निकाली जा सकती। अत: इससे सिचाई असंभव है।
    5. इन नदियों के किनारे बहुत कम बड़े नगर और व्यापार के केन्द्र है।

    Question 32
    CBSEHHISSH9009754

    सिंधु नदी तंत्र पर एक नोट लिखें?

    Solution

    सिंधु नदी तिब्बत मे मानसरोवर झील के निकट से निकलती है और दक्षिण पश्चिम में बहती हुई अरब सागर में गिर जाती है। इसकी लम्बाई लगभग 2900 किलो मीटर है। इसकी मुख्य सहायक नदियाँ सतलुज, रावी, व्यास, झेलम है। सिंधु नदी तंत्र में सम्मलित नदियों के बँटवारे के लिए भारत और पाकिस्तान में संधि हो रखी है जिसे सिंधु जल संधि कहा जाता है। इस संधि के अनुसार सतलुज, व्यास और रावी नदियों के पानी का प्रयोग भारत करता है। जबकी चिनीब झेलम और सिंध नदी के पानी का प्रयोग पाकिस्तान करता है। भारत इन नदियों के पानी का प्रयोग 20 प्रतिशत करता है। बाकि 80 प्रतिशत पानी का प्रयोग पाकिस्तान करता है।

    Question 33
    CBSEHHISSH9009755

    ब्रह्मपुत्र नदी तंत्र पर एक नोट लिखें?

    Solution

    ब्रह्मपुत्र नदी विश्व की सबसे लंबी नदी है परन्तु इसका अधिकतर भाग भारत के बाहर बहता है। ब्रह्मपुत्र नदी का उदगम तिब्बत के पूर्व मानसरोवर झील से है। यह हिमालय के समानांतर पूर्व की और बहती है। यह तिब्बत में सांगपो एवं बांग्लादेश में जमुना के नाम से जानी जाती है। तिब्बत एक शीत एवं शुष्क क्षेत्र है। इसलिए यहाँ इस नदी में जल एवं सिल्ट की मात्रा कम होती है।
    नामचा बारवा शिखर के पास पहुँचकर यह अंग्रेजी के (U) अक्षर जैसा मोड़ बनाकर भारत के अरुणाचल प्रदेश में गॉर्ज के माध्यम से प्रवेश करती है। यहाँ इसे दिहांग के नाम से जाना जाता है तथा दिबांग, लोहित, केनुला एवं दूसरी सहायक नदियाँ इससे मिलकर असम में ब्रह्मपुत्र का निर्माण करती हैं।
    भारत में यह उच्च वर्षा वाले क्षेत्र से होकर गुजरती है। यहाँ नदी में जल एवं सिल्ट की मात्रा बढ़ जाती हैं। असम में ब्रह्मपुत्र अनेक धाराओं में बहकर एक गुंफित नदी के रूप में बहती हैं तथा बहुत से नदीय द्वीपों का निर्माण करती हैं । प्रत्येक वर्ष वर्षा ऋतु में यह नदी अपने किनारों से ऊपर बहने लगती है एवं बाढ़ के द्वारा असम तथा बांग्लादेश में बहुत अधिक क्षति पहुँचाती है।

    Question 34
    CBSEHHISSH9009756

    गंगा नदी तंत्र पर एक नोट लिखें?

    Solution

    गंगा नदी हिमालय पर्वत में स्थित गंगोत्री या हिमनदी से निकलती है और पूर्व दिशा में भारत और बंगलादेश से बहती हुई बंगाल की खाड़ी में गिर जाती है। इसकी कुल लंबाई लगभग 2500 किलो मीटर है। यमुना, घाघरा, गंडक, कोसी, सोन आदी इसकी प्रमुख सहायक नदियाँ है। इसकी मुख्य सहायक नदी यमुना है। जो इलाहाबाद में आकर गंगा से मिल जाती है। गंगा नदी के जल के बटवारा को लेकर भारत और बंगलादेश के बीच एक संधि हुई है जिसके अनुसार दोनों देश इस नदी के जल का उपयोग करेंगें।

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