मानव भूगोल के मूल सिद्धांत Chapter 1 मानव भूगोल: प्रकृति एवं विषय क्षेत्र
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    NCERT Solution For Class 12 ������������������ मानव भूगोल के मूल सिद्धांत

    मानव भूगोल: प्रकृति एवं विषय क्षेत्र Here is the CBSE ������������������ Chapter 1 for Class 12 students. Summary and detailed explanation of the lesson, including the definitions of difficult words. All of the exercises and questions and answers from the lesson's back end have been completed. NCERT Solutions for Class 12 ������������������ मानव भूगोल: प्रकृति एवं विषय क्षेत्र Chapter 1 NCERT Solutions for Class 12 ������������������ मानव भूगोल: प्रकृति एवं विषय क्षेत्र Chapter 1 The following is a summary in Hindi and English for the academic year 2021-2022. You can save these solutions to your computer or use the Class 12 ������������������.

    Question 1
    CBSEHHIGEH12025241
    Question 4
    CBSEHHIGEH12025244

    पर्यावरण के दो प्रमुख घटकों के नाम दीजिए।

    Solution
    1. भौतिक पर्यावरण
    2. जैविक पर्यावरण
    Question 5
    CBSEHHIGEH12025245

    उपनिवेश काल में मानव भूगोल के उपागम क्या थे?

    Solution

    अन्वेषण और विवरण तथा प्रादेशिक विश्लेषण ।

    Question 6
    CBSEHHIGEH12025246

    राजनैतिक भूगोल की दो शाखाएँ (उपक्षेत्र) बताइए ।

    Solution
    1. निर्वाचन भूगोल
    2. सैन्य भूगोल
    Question 7
    CBSEHHIGEH12025247

    संभववाद का आधार क्या था?

    Solution

    प्रकृति पर विजय प्राप्त की जा सकती है।

    Question 8
    CBSEHHIGEH12025248

    मानव के प्राकृतीकरण की व्याख्या कीजिए ।

    Solution
    1. मानवीय क्रियाएँ प्रकृति द्वारा नियंत्रित होती हैं।
    2. मानव को निष्किय कारक माना गया है।
    3. मानव पर पर्यावरण की बाध्यताएँ महत्पूर्ण थी ।
    4. मध्य भारत में बस्तर के अभूंझमार क्षेत्र में बेंदा का उदाहरण ।
    Question 9
    CBSEHHIGEH12025249

    प्रकृति के मानवीकरण का वर्णन कीजिए ।

    Solution
    1. मानव को स्वतंत्र कारक बताया गया है।
    2. प्रत्येक स्थान पर संभावनाएँ हैं और मानव इन संभावनाओं का स्वामी है।
    3. सांस्कृतिक और तकनीकी ज्ञान प्रकृति का उपयोग करने में सक्षम है।
    4. नार्वे के ट्रांडहीम में रहने वाली कैरी का उदाहरण ।
    Question 10
    CBSEHHIGEH12025250

    नव - निश्चयवाद की तीन विशेषताएँ बताइए ।

    Solution
    1. ग्रिफिथ टेलर ने प्रस्तुत किया ।
    2. पर्यावरणीय निश्चयवाद और संभावनावाद के बीच के मार्ग को प्रस्तुत करती है।
    3. पर्यावरण का नुकसान किए बगैर समस्याओं को सुलझाने पर बल देती है।
    4. ''रुको और जाओ '' निश्चयवाद की विचारधारा पर बल देती है।
    Question 11
    CBSEHHIGEH12025251

    समय के विभिन्न गलियारों में मानव भूगोल के उपागम बताइए । मानव भूगोल के उपागम की सूची बनाइए ।

    Solution
    1. अन्वेषण और विवरण
    2. प्रादेशिक विश्लेषण
    3. क्षेत्रीय विभेदन
    4. स्थानिक संगठन
    5. मानवतावादी, आमूलवादी और व्यवहारवादी विचारधाराओं का उदय 
    6. भूगोल में उत्तर - आधुनिकवाद
    Question 12
    CBSEHHIGEH12025252

    मानव भूगोल के छ: क्षेत्र कौन से हैं?

    Solution
    1. मानवविज्ञान भूगोल : यह बड़े पैमाने पर स्थानिक सन्दर्भ में विविध प्रजातियों का अध्ययन करता है।

    2. सांस्कृतिक भूगोल : यह मानवीय संस्कृतियों की उत्पत्ति, संघटकों और प्रभावों की चर्चा करता है।

    3. आर्थिक भूगोल : यह स्थानीय, प्रादेशिक, राष्ट्रीय और विश्व स्तर पर आर्थिक गतिविधियों की अवस्थिति व वितरण का अध्ययन करता है। आर्थिक भूगोल का अध्ययन निम्न बिन्दुओं के अन्तर्गत किया जा सकता हैः संसाधन भूगोल, कृषि भूगोल, औद्योगिक व परिवहन भूगोल।

    4. राजनीतिक भूगोल : यह स्थानिक सन्दर्भ में राजनीतिक परिघटनाओं का अध्ययन करता है। इसका मुख्य उद्देश्य राजनीतिक व प्रशासनिक प्रदेशों के उद्भव व रूपान्तरण की व्याख्या करना है।

    5. ऐतिहासिक भूगोल : भौगोलिक परिघटनाओं का स्थानिक व कालिक अध्ययन ऐतिहासिक भूगोल के अन्तर्गत किया जाता है।

    6. सामाजिक भूगोल : यह स्थान की सामाजिक परिघटनाओं का विश्लेषण करता है। निर्धनता, स्वास्थ्य, शिक्षा, जीवनयापन सामाजिक भूगोल के कुछ मुख्य क्षेत्र हैं।

    7. जनसंख्या भूगोल : यह जनसंख्या के विविध पक्षों जैसे जनसंख्या वितरण, घनत्व, संघटन, प्रजनन क्षमता, मर्त्यता, प्रवास आदि का अध्ययन करता है।

    8. अधिवास भूगोल : यह ग्रामीण/नगरीय अधिवासों के आकार, वितरण, प्रकार्य, पदानुक्रम और अधिवास व्यवस्था से सम्बंधित अन्य आधारों का अध्ययन करता है।

    Question 17
    CBSEHHIGEH12025339

    मानव भूगोल को परिभाषित कीजिए ।

    Solution

    मानव भूगोल वह विषय है जो प्राकृतिक, भौतिक एवं मानवीय जगत के बीच संबंध, मानवीय परिघटनाओं का स्थानिक वितरण तथा उनके घटित होने के कारण एवं विश्व के विभिन्न भागों में सामाजिक एवं आर्थिक भिन्नताओं का अध्ययन करता है।

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    Question 18
    CBSEHHIGEH12025340

    मानव भूगोल के कुछ उप-क्षेत्रों के नाम बताइए।

    Solution

    आर्थिक भूगोल, सांस्कृतिक भूगोल, सामाजिक भूगोल, जनसंख्या भूगोल, ऐतिहासिक भूगोल, राजनीतिक भूगोल आदि ।

    Question 19
    CBSEHHIGEH12025341

    मानव भूगोल किस प्रकार अन्य सामाजिक विज्ञानों से संबंधित है?

    Solution

    भौतिक भूगोल की तरह मानव भूगोल भी स्वयं में एक स्वतंत्र विज्ञान नहीं है। अपनी विषय - वस्तु तथा उसके विश्लेषण के लिए मानव भूगोल अनेक सामाजिक विज्ञानों पर निर्भर करता है। यह दूसरे विषयों को क्षेत्रीय संदर्भ (Regional Perspective) प्रदान करता है जिसकी उनमें कमी होती है। उदाहरणत:-

    1. आर्थिक क्रियाओं व जनसंख्या की विशेषताओं के अध्ययन के लिए मानव भूगोल अर्थशास्त्र व जनांकिकी (Dermography) की सहायता लेता है।
    2. भूगोल स्थान का और इतिहास समय का ज्ञाता होने के कारण ये न केवल एक - दूसरे से अंतर्संबंधित हैं बल्कि एक - दूसरे के पूरक भी हैं।
    3. फूसलों के वितरण और उन्हें निर्धारित करने वाली भौगोलिक दशाओं तथा भूमि-उपयोग के अध्ययन के लिए मानव भूगोल कृषि विज्ञान का सहारा लेता है।
    4. मानव समुदायों, उनके सामाजिक संगठन, परिवार-प्रणाली, श्रम-विभाजन, रीति-रिवाज, लोक-नीति, प्रथाओं व जनजातियों के अध्ययन के लिए मानव भूगोल समाजशास्त्र की ओर देखता है।

    इनके अतिरिक्त अन्य अनेक सामाजिक विज्ञानों के साथ-साथ मानव भूगोल का संबंध विभिन्न प्राकृतिक विज्ञानों से भी है

    Question 20
    CBSEHHIGEH12025342

    मानव के प्राकृतीकरण की व्याख्या कीजिए।

    Solution

    मनुष्य अपनी सांस्कृतिक विरासत से प्राप्त तकनीक और प्रौद्योगिकी की सहायता से अपने भौतिक पर्यावरण से अन्योन्यक्रिया करता है। महत्त्वपूर्ण बात यह नहीं है कि मनुष्य क्या उत्पन्न एवं निर्माण करता है बल्कि यह है कि वह किन उपकरणों एवं तकनीकों की सहायता से उत्पादन एवं निर्माण करता है

    प्रौद्योगिकी से किसी समाज के सांस्कृतिक विकास की सूचना मिलती है। मनुष्य प्रकृति के नियमों को बेहतर ढंग से जानने के बाद ही प्रौद्योगिकी का विकास कर पाया है। उदाहरणतया घर्षण और ऊष्मा की संकल्पना ने 'आग के आविष्कार' में हमारी सहायता की ।

    सभी विज्ञानों का जन्म प्रकृति से हुआ है। सभी उपकरणों की कार्यविधि और तकनीकों को हमने प्रकृति से सीखा है। अत: प्रकृति का ज्ञान प्रौद्योगिकी को विकसित करने के लिए महत्त्वपूर्ण है। आरंभिक मानव ने स्वयं को प्रकृति के आदेशों के अनुसार ढाल लिया था क्योंकि उस समय मानव का सामाजिक- सांस्कृतिक विकास आरंभिक अवस्था में था तथा प्रौद्योगिकी न के बराबर थी । समय के साथ - साथ सामाजिक - सांस्कृतिक विकास होता गया । लोग अपने पर्यावरण और प्राकृतिक तत्त्वों को समझने लगेऔर सक्षम प्रौद्योगिकी का विकास होने लगा । मनुष्य अपनी बुद्धि, कौशल, संकल्प शक्ति के बल पर अपने प्रयासों की छाप प्रकृति पर डालने लगा । प्रौद्योगिकी की प्रारंभिक अवस्था में मनुष्य प्रकृति की सुनता तथा उसकी पूजा करता था ।

    Question 21
    CBSEHHIGEH12025343

    मानव भूगोल के विषय क्षेत्र पर एक टिप्पणी लिखिए।

    Solution

    विगत कुछ वर्षों से मानव भूगोल का महत्त्व दिन - प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। वास्तव में फ्रांस के पॉल विडाल-डी-ला- ब्लाश तथा जीन ब्रून्श ने मानव भूगोल को अत्यधिक महत्त्व देकर उसे उच्च शिखर पर बिठाया है। प्राकृतिक दशाओं का अध्ययन केवल उनको जानने के लिए ही नहीं किया जाता, बल्कि किसी स्थान की प्राकृतिक दशाओं के आधार पर मानव भूगोल के तत्त्वों को आसानी से समझने के लिए भी किया जाता है। विभिन्न विद्वानों ने मानव भूगोल को अपने-अपने ढंग से परिभाषित किया है। मानव भूगोल की कुछ महत्त्वपूर्ण परिभाषाएँ निम्नलिखित हैं।

    1. विडाल-डी-ला- ब्लाश के अनुसार, ''मानव भूगोल को भौगोलिक विज्ञान की सम्माननीय शाखा का एक नवीन अंकुर माना है। '' उन्होंने आगे और स्पष्ट करते हुए बताया कि मानव भूगोल विकसित विचारों की अभिव्यंजना है जो खोज और भौगोलिक ज्ञान के फलस्वरूप विकसित हुई है।
    2. हंटिंग्टन के अनुसार, ''मानव भूगोल भौगोलिक वातावरण और मानव के कार्यकलापों एवं गुणों के संबंध के स्वरूप और वितरण का अध्ययन है। ''
    3. एलन सी. सेंपल के अनुसार, ''मानव भूगोल अस्थिर पृथ्वी और क्रियाशील मानव के बीच परिवर्तनशील संबंधों का अध्ययन है। ''
    4. जीन ब्रून्श के अनुसार, ''मानव भूगोल उन सभी वस्तुओं का अध्ययन है जो मानव कार्यकलापों द्वारा प्रभावित है और जो हमारी पृथ्वी के धरातलीय पदार्थों की एक बिशेष श्रेणी में देखे जा सकते हैं।

    ''अत: मानव भूगोल एक दर्शनशास्त्र के समान है। मनुष्य की विचारधारा और जीवन दर्शन पर किसी स्थान की भौगोलिक परिस्थितियों का गहरा प्रभाव पड़ता है। मानव भूगोल मनुष्य तथा उस पर वातावरण के प्रभाव का ही अध्ययन है।

    मानव भूगोल का विषय क्षेत्र - मानव भूगोल का क्षेत्र बहुत ही विस्तृत तथा व्यापक है। इसमें मनुष्य की आर्थिक क्रियाओं के अतिरिक्त मनुष्य की और भी क्रियाएँ: जैसे जनसंख्या और उसका वितरण, नगर व उनका आकार तथा प्रकार, मनुष्य की संस्कृति आदि सम्मिलित हैं। वास्तव में आर्थिक भूगोल केवल विस्तृत मानव भूगोल का ही एक अंग है। मानव क्रियाएँ जो भौगोलिक वातावरण के परिणामस्वरूप उत्पन्न होती हैं, अनेक प्रकार की हैं। इनमें से प्रमुख निम्नलिखित हैं-

    1. जनसंख्या: वितरण एवं घनत्व,
    2. मकान: उनके प्रकार तथा बनावट,
    3. मानव अधिवास: ग्रामीण बस्तियाँ, नगरीय बस्तियाँ,
    4. मानवीय अर्थव्यवस्था: आखेट, पशुपालन, कृषि, खनन, उद्योग-धंधे, आवागमन के साधन ।

    मानव भूगोल के अंतर्गत व्यक्तिगत दृष्टिकोण को सामाजिक दृष्टिकोण का रूप दिया जा रहा है। विभिन्न प्रकार के लोगों की संस्कृति को समझने के लिए मानव भूगोल का ही सहारा लिया जाता है। तकनीकी विकास के साथ मनुष्य और पर्यावरण के संबंधों में बदलाव आ रहा है। इसलिए मानव भूगोल की विषय-वस्तु में भी समय के साथ-साथ व्यापक विस्तार हो रहा है। आज मानव भूगोल के अंतर्गत नई समस्याओं और चुनौतियों का अध्ययन भी किया जाने लगा है।

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