जीव जनन कैसे करते है
ऋतुस्त्राव क्यों होता है?
आवर्त चक्र (लैंगिक चक्र) के अंतिम दिन से पहले 14वें दिन अंडाशय से अंड मोचित होता है। अंडाशय की भित्ति निषेचित अंड को ग्रहण करने के लिए स्वयं को तैयार करती है। गर्भाशय की भित्ति मोटी होती चली जाती है, इसमें प्रचुर रक्त कोशिकाएँ विद्यमान होती हैं।
लेकिन निषेचन न होने की अवस्था में इस पर्त की आवश्यकता नहीं रहती, इसलिए यह पर्त धीरे-धीरे टूटकर योनि मार्ग से रुधिर एवं म्यूकस के रूप में निष्कासित होती है। भित्ति में उपस्तिथ रक्त कोशिकाएँ फट जाती हैं, इसलिए रक्तस्त्राव होता है जिसमें रक्त के साथ-साथ ऊतक तथा बहुत सारा पानी भी होता है इसे ऋतुस्त्राव कहते हैं। यह 2 से 8 दिन तक जारी रहता है।
इसके पश्चात गर्भाशय की भित्ति निषेचित अंड को ग्रहण करने के लिए तैयारी करने लगती है।
Sponsor Area
बीजाणु दवरा जनन से जीव किस प्रकार लाभान्वित होता है?
क्या आप कुछ कारण सोच सकते हैं जिससे पता चलता हो कि जटिल संरचना वाले जीव पुनरुदभवन द्वारा नई संतति उतपन्न नहीं कर सकते?
कुछ पौधों को उगने के लिए कायिक पर्वधन का उपयोग क्यों किया जाता है?
डी.एन.ए. की प्रतिकृति बनाना जनन के लिए आवश्यक क्यों है?
परागण क्रिया निषेचन से किस प्रकार भिन्न है?
शुक्राशय एवं प्रोस्टेट ग्रंथि की क्या भूमिका है?
यौवनारंभ के समय लड़कियों में कौन-से परिवर्तन दिखाई देते हैं?
माँ के शरीर में गर्भस्थ भ्रूण को पोषण किस प्रकार प्राप्त होता है?
यदि कोई महिला कॉपर-टी का प्रयोग कर रही है तो क्या यह उसकी यौनि-संचरित रोगों से रक्षा करेगा?
अलैंगिक जनन मुकुलन द्वारा होता है।
Sponsor Area
Sponsor Area