मनुष्यता
कवि ने दधीचि, कर्ण आदि महान व्यक्तियों का उदाहरण देकर ‘मनुष्यता’ के लिए उदार होने तथा परोपकारी होने की प्ररेणा दी है। हमे अपने प्राण तक न्योंछावर करने के लिए तैयार रहना चाहिए। दधीचि ने मानवता की रक्षा के लिए अपनी अस्थियॉ तथा कर्ण ने खाल तक दान कर दी। इससे यह सन्देश मिलता है कि इस नाशवान शरीर के प्रति मोह को त्यागते हुए, मानवता के कल्याण के लिए मनुष्य को आवश्यकता पड़ने पर इसका बलिदान करने से भी पीछे नही हटना चाहिए।
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Q11(क) बिहारी के दोहों की रचना मुख्यतः किन भावों पर आधारित है ? उनके मुख्य ग्रंथ और भाषा के नाम का उल्लेख कीजिये । (2)
(ख) 'मनुष्यता' कविता में कैसी मृत्यु को सुमृत्यु कहा गया है और क्यों ? (2)
(ग) 'कर चले हम फिदा ' कविता में धरती को दुल्हन क्यों कहा गया है ? (1)
निम्नलिखित में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
(क) 'मनुष्यता' कविता में कवि ने किन महान व्यक्तियों के उदाहरणों से मनुष्यता के लिए क्या संदेश दिये हैं? किन्हीं तीन का उल्लेख कीजिए।
(ख) 'मनुष्यता' कविता में कवि ने सबको एक होकर चलने के प्रेरणा क्यों दी है? इसके क्या लाभ हैं? स्पष्ट कीजिए।
(ग) कवयित्री महादेवी वर्मा की कविता 'मधुर मधुर मेरे दीपक जल' का प्रतिपाद्य अपने शब्दों में लिखिए।
(घ) 'आत्मत्राण' कविता में कवि की क्या कामनाएँ हैं? अपने शब्दों में संक्षेप में लिखिए।
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