सूरदास - पद
‘भ्रमरगीत’ का उद्देश्य ही है - ज्ञान और योग का खंडन करके निर्गुण भक्ति के स्थान पर सगुण भक्ति की प्रतिष्ठा करना। सूरदास ने उद्धव की पराजय दिखा कर ऐसा करने में सफलता प्राप्त की है।
Sponsor Area