निम्नलिखित पद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रशनों के उत्तर दीजिये: हरि हैं राजनीति पढ़ि आए। समुझी बात कहत मधुकर के, समाचार सब पाए। इक अति चतुर हुते पहिलैं ही, अब गुरु ग्रंथ पढ़ाए। बड़ी बुद्धि जानी जो उनकी, जोग-सँदेश पठाए। ऊधौ भले लोग आगे के, पर हित डोलत धाए। अब अपनै मन फेर पाइहैं, चलत जु हुते चुराए। ते क्यौं अनीति करै आपुन, जे और अनीति छुड़ाए। राज धरम तौ यहै ‘सूर’, जो प्रजा न जाहिं सताए।।
कृष्ण के व्यवहार में गोपियों की अपेक्षा क्या अंतर था?
Answer
Short Answer
श्रीकृष्ण का व्यवहार गोपियों की अपेक्षा भिन्न था। गोपियां तो प्रेम की राह पर चलना चाहती थीं परं कृष्ण चाहते थे कि गोपियां प्रेम की राह छोड़ कर योग-साधना पर चलना आरंभ कर दें।