निम्नलिखित पद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रशनों के उत्तर दीजिये हमारैं हरि हारिल की लकरी। मन क्रम बचन नंद-नंदन उर, यह दृढ़ करि पकरी। जागत सोवत स्वप्न दिवस-निसि, कान्ह-कान्ह जक री। सुनत जोग लागत है ऐसौ, ज्यौं करुई ककरी। सु तौ व्याधि हमकौं लै आए, देखी सुनी न करो। यह तो ‘सूर’ तिनहिं लै सौंपो, जिन के मन चकरी।।
गोपियां कब-कब श्रीकृष्ण को रटती थी? अथवा गोपियों को रात-दिन किस बात की रट लगी रहती है? क्यों?
Answer
Short Answer
गोपियां श्रीकृष्ण को जागते, सोते, स्वप्न या प्रत्यक्ष में सदा रटती रहती थीं क्योंकि वे उन्हें पाना चाहती थीं।