धर्म की आड़ - गणेशशंकर विद्यार्थी

Question

ईश्वरत्व से मनुष्यत्व की ओर क्या अर्थ है?

Answer

इससे लेखक का अभिप्राय है कि स्वयं का प्रभुत्व जमाकर लोगों की नजरों में भगवान बनने से अच्छा है सच्चा मनुष्य बना जाए। मानव मात्र की सेवा के लिए जीवन लगाया जाए।

Sponsor Area

Some More Questions From धर्म की आड़ - गणेशशंकर विद्यार्थी Chapter

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए-
धर्म के व्यापार को रोकने के लिए क्या उद्योग होने चाहिए?

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए-
लेखक के अनुसार स्वाधीनता आंदोलन का कौन आ दिन सबसे बुरा था?

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए-
साधारण से साधारण आदमी तक के दिल में क्या बात अच्छी तरह दर कर बैठी हैं?

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए-
धर्म के स्पष्ट चिह्न क्या हैं?

(क) निन्नलिखित प्रशनों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
चलते-पुरज़े लोग धर्म के नाम पर क्या करते हैं?

(क) निन्नलिखित प्रशनों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
चालाक लोग साधारण आदमी की किस अवस्था का लाभ उठाते है?

(क) निन्नलिखित प्रशनों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
आनेवाला समय किस प्रकार के धर्म को नहीं टिकने नहीं देगा?

(क) निन्नलिखित प्रशनों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
कौन-सा कार्य देश की स्वाधीनता के विरुद्ध समझा जाएगा?

(क) निन्नलिखित प्रशनों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
पाश्चात्य देशों में धनी और निर्धन लोगों में क्या अतंर है?

(क) निन्नलिखित प्रशनों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
कौन-से लोग धार्मिक लोगों से अधिक अच्छे है?