वैज्ञानिक चेतना के वाहक चनद्रशेखर वेंकट रामन - धीरंजन मालवे

Question

रामन् की सफलता पर भारत का क्या प्रभाव हुआ?

Answer

रामन् की सफलता से पूरे भारत का सम्मान बढ़ा। देश के नवयुवकों में विज्ञान के प्रति रुचि जाग्रत हो गई,। स्वयं रामन् ने कितने ही वैज्ञानिकों को शोध कार्य की ओर प्रवृत्त किया। उन्होंने ‘रामन् रिसर्च इंस्टीट्‌यूट’ नाम से प्रयोगशाला बनाई। इससे सैकड़ो छात्रों को लाभ मिला। कुछ छात्रों ने अत्यंत महत्वर्पूण कार्य किये तथा ऊँचे पदों तक पहुँचे। इस प्रकार रामन् ने भारत में वैज्ञानिक चेतना का प्रसार किया।

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Some More Questions From वैज्ञानिक चेतना के वाहक चनद्रशेखर वेंकट रामन - धीरंजन मालवे Chapter

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए-
'रामन्- प्रभाव’ की खोज के पीछे कौन-सा सवाल हिलोरों ले रहा था?

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए-
प्रकाश तरंगों के बारे में आइंस्टीन ने क्या बताया?

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए-
रामन् की खोज ने किन अध्ययननो को सहज बनाया?

(क) निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
कॉलेज के दिनों में रामन् की दिली इच्छा क्या थी?

(क) निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
वाद्ययंत्रों पर की गई खोजों से रामन् ने कौन-सी भ्रांति तोड़ने की कोशिश की?

(क) निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
रामन् के लिए नौकरी सबंधी कौन-सा निर्णय कठिन था?

(क) निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
सर चंद्रशेखर वेंकटे रामन् को समय-समय पर किन-किन पुरस्कारों से सम्मानित किया गया?

(क) निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
रामन् को मिलने वाले पुरस्कारों ने भारतीय-चेतना को जाग्रत किया ऐसा क्यों कहा गया है?

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए-
(ख) 
रामन् के प्रारम्भिक शोधकार्य को आधुनिक हठयोग क्यों कहा गया है?

(ख) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए-
 रामन् की खोज ‘रामन प्रभाव’ क्या है? स्पष्ट कीजिए?