वैज्ञानिक चेतना के वाहक चनद्रशेखर वेंकट रामन - धीरंजन मालवे
रामन् की सफलता से पूरे भारत का सम्मान बढ़ा। देश के नवयुवकों में विज्ञान के प्रति रुचि जाग्रत हो गई,। स्वयं रामन् ने कितने ही वैज्ञानिकों को शोध कार्य की ओर प्रवृत्त किया। उन्होंने ‘रामन् रिसर्च इंस्टीट्यूट’ नाम से प्रयोगशाला बनाई। इससे सैकड़ो छात्रों को लाभ मिला। कुछ छात्रों ने अत्यंत महत्वर्पूण कार्य किये तथा ऊँचे पदों तक पहुँचे। इस प्रकार रामन् ने भारत में वैज्ञानिक चेतना का प्रसार किया।
Sponsor Area
Sponsor Area
Sponsor Area