दोहे - रहीम

Question

निम्नलिखित दोहों को पढ़कर गए पूछे प्रशनों के उत्तर दीजिए
रहिमन धागा प्रेम का, मत तोड़ो चटकाय।
टूटे से फिर ना मिले, मिले गाँठ परि जाय।।

प्रेम रूपी धागा जुड़ जाने पर क्या होता है-कौन-सा कथन असत्य है।
  • सम्बन्धों में मधुरता नहीं रहती। 
  • मन में विवाद उत्पन्न होते है।
  • व्यवहार में कठोरता रह जाती है।
  • शंका रूपी गाँठ बनी रहती है।

Answer

C.

व्यवहार में कठोरता रह जाती है।

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Some More Questions From दोहे - रहीम Chapter

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर दीजिए-
‘मोती, मानुष, चून’ के सदंर्भ में पानी के महत्व को स्पष्ट कीजिए।

निम्नलिखित का भाव स्पष्ट कीजिए-
टूटे से फिर ना मिले, मिले गाँठ परि जाय।

निम्नलिखित का भाव स्पष्ट कीजिए-
सुनि अठिलैहैं लोग सब, बाँटि न लैहैं कोय।

निम्नलिखित का भाव स्पष्ट कीजिए-
रहिमन मूलहिं सींचिबो, फूलै फलै अघाय।

निम्नलिखित का भाव स्पष्ट कीजिए-
दीरघ दोहा अरथ के, आखर थोरे आहिं।

निम्नलिखित का भाव स्पष्ट कीजिए-
नाद रीझि तन देत मृग, नर धन हेत समेत।

निम्नलिखित का भाव स्पष्ट कीजिए-
जहाँ काम आवे सुई, कहा करे तरवारि।

निम्नलिखित का भाव स्पष्ट कीजिए-
पानी गए न ऊबरे, मोती, मानुष, चूना

निम्नलिखित भाव को पाठ में किन पंक्तियों द्वारा अभिव्यक्त किया गया है-
जिस पर विपदा पड़ती है वही इस देश में आता है।

निम्नलिखित भाव को पाठ में किन पंक्तियों द्वारा अभिव्यक्त किया गया है-
कोई लाख कोशिश करे पर बिगड़ी बात फिर बन नहीं सकती।