‘हिंसा’ के बारे में महाभारत ग्रथं का क्या मत है?
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हिंसा को जीवन का अंग मानना चाहिए।
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हिंसा से ही प्रभुत्व कायम होता है।
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लोकहित हेतु की गई हिंसा को बुश नहीं मानना चाहिए।
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नवीन रूप हेतु हिंसा अनिवार्य होती है।
Answer
Multi-choise Question
C.
लोकहित हेतु की गई हिंसा को बुश नहीं मानना चाहिए।