विद्यालय में आयोजित विज्ञान प्रदर्शनी की उपयोगिता के विवरण को दैनिक समाचार-पत्र के संपादक को पत्र लिखकर प्रकाशित करने का अनुरोध कीजिए।
अथवा
बढ़ती हुई महँगाई के परिप्रेक्ष्य में शिक्षा निदेशक को पत्र लिखकर छात्रवृत्ति की धनराशि में बढ़ोतरी करने का अनुरोध कीजिए।
पता : .................
दिनांक : ..............
सेवा में,
संपादक,
नवभारत टाइम्स,
बहादुरशाह जफ़र मार्ग,
आई. टी. ओ.,
नई दिल्ली।
विषय: विज्ञान प्रदर्शनी की उपयोगिता बताने हेतु पत्र।
महोदय,
मेरा नाम राघव है। मेरे विद्यालय में कल विज्ञान प्रदर्शनी आयोजित की गई थी। इसमें अनेक विद्यालयों ने भाग लिया था। बच्चों के द्वारा बनाए गए कई मॉडल हैरत करने वाले थे। इस प्रदर्शनी को देखकर मुझे इसकी उपयोगिता का पता चला। इसमें प्रत्येक बच्चे ने मॉडल बनाने में बहुत परिश्रम किया था। मॉडल ऐसे बनाए गए थे कि देखते ही पता चल जाता था कि यह किस विषय से संबंधित हैं।
इस प्रदर्शनी में जितना उत्साह मॉडल प्रदर्शित करने वाले बच्चों में था, उतना ही उत्साह देखने वालों बच्चों में भी था। इस प्रदर्शनी के माध्यम से हम विज्ञान के कई अनजान पहलूओं से अवगत हो सके। हमें कई विषयों के बारे में गूढ़ जानकारियाँ भी प्राप्त हुईं। ग्रह, उपग्रह, परमाणु आदि के बारे में लाभदायक जानकारियाँ मिली। इस प्रकार की प्रदर्शनी बच्चों के विकास के लिए और विज्ञान को समझने के लिए आवश्यक है।
आपसे निवेदन है कि इसे अपने समाचार-पत्र में उचित स्थान पर छापकर लोगों का ध्यान इस ओर करवाने की कृपा करें। मैं सदैव आपका आभारी रहूँगा।
सधन्यवाद।
भवदीय
रमेश
अथवा
पता : .................
दिनांक : ..............
सेवा में,
शिक्षा निदेशक,
शिक्षा विभाग,
नई दिल्ली।
विषय: छात्रवृत्ति की धनराशि में बढ़ोतरी करने हेतु पत्र।
महोदय,
सविनय निवेदन है यह कि आजकर महँगाई तेज़ी से बढ़ती जा रही है। खाद्य वस्तुओं से लेकर हर छोटी-बड़ी वस्तुओं के दामों में ज़बरदस्त उछाल देखने को मिल रहा है। कॉपी-किताब, पेंसिल इत्यादि भी इसकी चपेट से बाहर नहीं है। ऐसे में छात्रवृत्ति की धनराशि पिछले तीन सालों से उतनी ही दी जा रही है। इतनी धनराशि में तो किताबें भी पूरी नहीं आ पाती हैं। मेरे जैसे विद्यार्थी जो छात्रवृत्ति से ही अपनी पढ़ाई का खर्चा उठाते हैं, उनके लिए दिक्कतें बढ़ रही हैं। यदि ऐसा ही रहा तो, मेरे जैसे कई बच्चे अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर पाएँगे।
अतः आपसे विनम्र निवेदन है कि शीघ्र ही इस दिशा में ठोस कदम उठाते हुए छात्रवृत्ति की धनराशि बढ़ायी जाए। आपके इस कदम से मेरे जैसे छात्र निश्चिंत होकर अपनी पढ़ाई जारी रख सकें। मैं सदैव आपका आभारी रहूँगा।
सधन्यवाद।
भवदीय
कविता