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यतीन्द्र मिश्र - नौबतखाने में इबादत

Question
CBSEHIHN10002796

सुषिर-वाद्यों से क्या अभिप्राय है? शहनाई को ‘सुषिर वाद्यों में शाह’ की उपाधि क्यों दी गई होगी?

Solution

सुषिर-वाद्यों से यह अभिप्राय है, कि फूँककर बजाये जाने वाले वाद्य को 'सुषिर-वाद्य' कहते हैं।
शहनाई एक अत्यंत मधुर स्वर उत्पन्न करने वाला वाद्य है। फूँककर बजाए जाने वाले वाद्यों में कोई भी वाद्य ऐसा नहीं है, जिसके स्वर में इतनी मधुरता हो। शहनाई में समस्त राग-रागिनियों को आकर्षक सुरों में बाँधा जा सकता है। इसलिए शहनाई की तुलना में अन्य कोई सुषिर-वाद्य नहीं टिकता और शहनाई को ‘सुषिर-वाद्यों के शाह’ की उपाधि दी गयी होगी।

Some More Questions From यतीन्द्र मिश्र - नौबतखाने में इबादत Chapter

पाठ में आए किन प्रसंगों के आधार पर आप कह सकते हैं कि –
बिस्मिल्ला खाँ मिली-जुली संस्कृति के प्रतीक थे।

पाठ में आए किन प्रसंगों के आधार पर आप कह सकते हैं कि –
वे वास्तविक अर्थों में एक सच्चे इनसान थे?

बिस्मिल्ला खाँ के जीवन से जुड़ी उन घटनाओं और व्यक्तियों का उल्लेख करें जिन्होंने उनकी संगीत साधना को समृद्ध किया?

बिस्मिल्ला खाँ के व्यक्तित्व की कौन-कौन सी विशेषताओं ने आपको प्रभावित किया?

मुहर्रम से बिस्मिल्ला खाँ के जुड़ाव को अपने शब्दों में लिखिए?

बिस्मिल्ला खाँ कला के अनन्य उपासक थे, तर्क सहित उत्तर दीजिए?

निम्नलिखित मिश्र वाक्यों के उपवाक्य छाँटकर भेद भी लिखिए –
यह ज़रुर है कि शहनाई और डुमराँव एक-दूसरे के लिए उपयोगी हैं?

निम्नलिखित मिश्र वाक्यों के उपवाक्य छाँटकर भेद भी लिखिए –
रीड अंदर से पोली होती है जिसके सहारे शहनाई को फूँका जाता है?

निम्नलिखित मिश्र वाक्यों के उपवाक्य छाँटकर भेद भी लिखिए -
रीड नरकट से बनाई जाती है जो डुमराँव में मुख्यत: सोन नदी के किनारों पर पाई जाती है?

निम्नलिखित मिश्र वाक्यों के उपवाक्य छाँटकर भेद भी लिखिए –
उनको यकीन है, कभी खुदा यूँ ही उन पर मेहरबान होगा?