भारत में मानसूनी प्रकार की जलवायु क्या है?
स्थल तथा जल के गर्म एवं ठंडे होने की भिन्न प्रक्रिया के कारण भारत के स्थल भाग पर निम्न दाब का क्षेत्र उत्पन्न होता है जबकि इसके आस-पास समुद्र (हिन्द महासागर) के ऊपर उच्च दाब का क्षेत्र बनता है। इसका परिणाम यह होता है कि पवन तंत्र के दिशा उलट जाती है। समुंदर के ऊपर उच्च दाब क्षेत्र से आर्दता युक्त निम्न दाब क्षेत्र, स्थल भाग (भारतीय उपमहाद्वीप) की तरफ चलने लगती है, जो भारत को भारी वर्षा प्रदान करती है।



