खाद्य और सम्बंधित वस्तुओं को उपलब्ध कराने में सहकारी समितियों की भूमिका पर एक टिपण्णी लिखें।
सहकारी समितियों की भूमिका:
(i) भारत में विशेषकर देश के दक्षिणी और पश्चिमी भागों में सहकारी समितियाँ खाद्य सुरक्षा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
(ii) सहकारी समितियाँ निर्धन लोगों को खाद्यान्न की बिक्री के लिए काम कीमत वाली दुकानें खोलती हैं।
उधारणतः तमिलनाडु में जितनी राशन की दुकानें है, उनमें से करीब ९४ प्रतिशत सहकारी समितियों के माध्यम से चलाई जा रही हैं।
(iii) दिल्ली में मदर डायरी उपभोक्ताओं को दिल्ली सरकार द्वारा निर्धारित नियंत्रित दरों पर दूध और सब्ज़ियाँ उपलब्ध कराने में तेज़ी से प्रगति कर रही है।
(iv) गुजरात में दूध तथा दुग्ध उत्पादों में अमूल एक और सफल सहकारी समिति का उदाहरण है। इसने देश में श्वेत क्रांति ला दी है।



