जेम्स मिल और टॉमस मैकॉले ऐसा क्यों सोचते थे की भारत में यूरोपीय शिक्षा अनिवार्य है?
(i) मैकॉले के अनुसार भारत एक असभ्य देश था, जिसे सभ्य बनाने की ज़रूरत थी।
(ii) उनका विचार था की शिक्षा का उद्देश्य केवल व्यावहारिक एवं उपयोगी चीज़ों का पठन-पाठन होना चाहिए। अत: भारतीयों को उन वैज्ञानिक एवं तकनीकी विकासों से अवगत कराया जाना चाहिए जिनका उदय पश्चिम में हुआ है।
(iii) उन्होंने महसूस किया कि अंग्रेजी भाषा के ज्ञान से भारतीयों को दुनिया के कुछ बेहतरीन साहित्यों को पढ़ने का सुअवसर प्राप्त होगा। यह उन्होंने पश्चिमी विज्ञानं एवं दर्शन के विकास से भी अवगत कराएगी।



