इतिहासकार पुराने अख़बारों से जो जानकारी जुटाते हैं वह पुलिस की रिपोर्टों में उपलब्ध जानकारी से किस तरह अलग होती है?
सामान्यतः अख़बार के रिपोर्ट गलत नहीं होते। इन रिपोर्टों में घटनाओं का सही विवरण दिया जाता है। दूसरी तरफ, सरकारी अर्थातः पुलिस की रिपोर्ट के पक्षपातपूर्ण होने की संभावना होती थी। प्राय: ये रिपोर्ट वरिष्ठ अधिकारियों के दवाब में या उन्हें खुश करने के लिए लिखा जाता था।
इन रिपोर्टों में जाँच अधिकारी व्यक्तिगत रूप से भी पक्षपात कर सकते थे। अतः यदि इतिहासकार केवल पुलिस रिपोर्ट से उपलब्ध जानकारी पर आधारित होते तो संभव था कि इतिहास प्रस्तुत होगा।