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औधोगीकरण का युग

Question
CBSEHHISSH10018783

सूती वस्त्र उत्पादक बुनकरों ने कौन - कौन सी समस्याओं का सामना किया ?

Solution
  • उनका निर्यात बाजार धराशाही हो गया ।
  • मेनचेस्टर के आयातों की बाढ़ से स्थानीय बाजार संकुचित हो गया ।
  • मशीन निर्मित आयातित सूती वस्त्र के सामान इतने अधिक सस्ते थे कि बुनकर आसानी से उनका मुकाबला नहीं कर सके।
  • बुनकर पर्याप्त मात्रा मे उच्च श्रेणी के कच्चे सूत की आपूर्ति नहीं कर सके।

Some More Questions From औधोगीकरण का युग Chapter

निम्नलिखित की व्याख्या करें:

ईस्ट इंडिया कंपनी ने भारत में बुनकरों पर निगरानी रखने के लिए गुमाश्तों को नियुक्त किया था। 

प्रत्येक वाक्य के आगे 'सही' या 'गलत' लिखें

आदि-औद्योगिक का मतलब बताएँ।

उन्नीसवीं सदी के यूरोप में कुछ उद्योगपति मशीनों की बजाए हाथ से काम करने वाले श्रमिकों को प्राथमिकता क्यों देते थे।

ईस्ट इंडिया कंपनी ने भारतीय बुनकरों से सूती और रेशमी कपड़ों की नियमित आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए क्या किया।

कल्पना कीजिए कि आपको ब्रिटेन तथा कपास के इतिहास के बारे में विश्वकोश के लिए लेख लिखने को कहा गया है। इसे अध्याय में दी गई जानकारियों के आधार पर अपना लेख लिखिए।

पहले विश्व युद्ध के समय भारत का औद्योगिक उत्पादन क्यों बढ़ा?

'वस्त्र उद्योग देश का एकमात्र उद्योग है जो कच्चे माल से उच्चतम अतिरिक्त मूल्य उत्पाद तक की श्रृंखला में परिपूर्ण तथा आत्मनिर्भर है।' इस कथन को न्यायसंगत ठहराइए।

भारतीय उद्योगों पर प्रथम विश्व युद्ध के क्या परिणाम हुए ?

जोबर कौन था? उसके कार्य स्पष्ट कीजिए।