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जन-संघर्ष और आंदोलन

Question
CBSEHHISSH10018619

दबाव-समूहों की गतिविधियाँ लोकतांत्रिक सरकार के कामकाज में कैसे उपयोगी होती है?

Solution
दबाव-समूहों की गतिविधियाँ लोकतांत्रिक सरकार के कामकाज में निम्नलिखित प्रकार से उपयोगी होती है:
(i) आंदोलनों के माध्यम से आम जनता सरकार को अपनी समस्याओं से अवगत करवाती है और कुछ विशेष वर्ग के दवाब में आने से रोकती है।
(ii) दबाव-समूह सरकार को निरंकुश होने से रोकते हैं और लोकतंत्र को मजबूत करते हैं।
(iii) दबाव-समूह सरकार को किसी एक हित में कानून बनाने से रोकते हैं।
(iv) ये समाज के विभिन्न समुदयों में संतुलन बनाए रखते हैं।

Some More Questions From जन-संघर्ष और आंदोलन Chapter

दबाव-समूहों और राजनीतिक दलों के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
(क) दबाव-समूह समाज के किसी खास तबके के हितों की संगठित अभिव्यक्ति होते हैं।
(ख) दबाव-समूह राजनीतिक मुद्दों पर कोई-न-कोई पक्ष लेते हैं।
(ग) सभी दबाव समूह राजनीतिक दल होते हैं।
अब नीचे दिए गए विकल्पों में से सही विकल्प चुनें:-

मेवात हरियाणा का सबसे पिछड़ा इलाका है। यह गुड़गाँव और फ़रीदाबाद जिले का हिस्सा हुआ करता था। मेवात के लोगों को लगा कि इस इलाके को अगर अलग ज़िला बना दिया जाय तो इस इलाके पर ज़्यादा ध्यान जाएगा।लेकिन, राजनीतिक दल इस बात पर कोई रुचि नहीं ले रहे थे। सन् 1996 में मेवात एजुकेशन एंड सोशल आर्गेनाईजेशन तथा मेवात साक्षरता समिति ने अलग ज़िला बनाने की माँग उठाई। बाद में सन् 2000 में मेवात विकास सभा की स्थापना हुई। इसने एक के बाद एक कई जन-जागरण अभियान चलाए। इससे बाध्य होकर बड़े दलों यानी कोंग्रेस और इंडियन नेशनल लोकदल को इस मुद्दे पर अपना समर्थन देना पड़ा। उन्होंने फ़रवरी 2005 में होने वाले विधान सभा के चुनावों से पहले ही कह दिया था कि नया ज़िला बना दिया जाएगा। नया ज़िला सन् 2005 की जुलाई में बना।
इस उदाहरण में आपको आंदोलन, राजनीतिक दल और सरकार के बीच क्या रिश्ता नज़र आता है? क्या आप कोई ऐसा उदाहरण दे सकते हैं जो इससे अलग रिश्ता बताता हो?

'दबाव-समूहों' का निर्माण कैसे होता है?

नेपाल के आंदोलन और बोलिविया के जनसंघर्ष के बीच अंतर कीजिए।

दबाव समूह और आंदोलन; राजनीतिक को किस प्रकार प्रभावित करते हैं? उदाहरणों सहित स्पष्ट कीजिए।

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किसी खास मुद्दे पर केंद्रित आंदोलन किस प्रकार सार्वभौम प्रकृति के आन्दोलनों से भिन्न हैं?

बोलीविया में पानी के निजीकरण के खिलाफ आंदोलन की अगुवाई किस संगठन ने की थी?

'दबाव समूह और आंदोलन राजनीति पर विभिन्न प्रकार से प्रभाव डालते हैं।' इस कथन की उपयुक्त उदाहरणों सहित पुष्टि कीजिए।