सामाजिक विभाजन किस तरह से राजनीती को प्रभावित करते हैं? दो उदाहरण भी दीजिए।
सामाजिक विभाजन राजनीति को भी प्रभावित करते हैं। कई बार इन विभाजनों का फायदा उठाकर राजनितिक होड़ अपने फायदे देखती है। लोकतंत्र में विभिन्न राजनितिक पार्टियों की प्रतिद्वंदिता के कारण समाज में फुट की स्थिति उत्पन्न होती है। राजनितिक पार्टियाँ वोट पाने के लिए इन विभाजनों को ओर बढ़ावा देती है। यदि समाज में व्याप्त विभाजन के हिसाब से राजनीतिक दल होड़ करने लगे तो वह विभाजन में बदल सकता है और देश में विभाजन हो सकता है। ऐसे अनेक देशो में हुआ भी है।
उदाहरण के लिए:
(i) उत्तरी आयरलैंड- उत्तरी आयरलैंड लंबे समय से जातीय और राजनितिक टकराव की स्थिति में रहा।अंत में 1998 ई में दोनों पक्षों में समझौता हुआ और यह हिंसक आंदोलन समाप्त हुआ।
(ii) यूगोस्लाविया- यूगोस्लाविया में सामाजिक और राजनितिक विभाजन का अंत सुखद नहीं रहा। वहाँ देश का विभाजन होने का कारण राजनीतिक दलों की होड़ रही क्योंकि वहां की सरकार ने सभी वर्गों को सत्ता की भागीदारी में साथ लेने का प्रयास नहीं किया। अतः वहाँ 6 गणतंत्र और 8 राज्य बन गए।