वनों को 'जैव विविधता का विशिष्ट स्थल' क्यों माना जाता हैं? ऐसे दो उपायों की सूची बनाइए जिसमे कोई व्यक्ति वन एवं वन्यजीवन के प्रबन्धन में प्रभावी योगदान कर सकता है।
वनों को 'जैव विविधता का गर्म स्थान (हॉट स्पॉट्स)' माना जाता है क्योंकि उनकी प्रजातियों में बहुत उच्च स्तर की समृद्धि होती है और एक उच्च स्तर की स्थानिकता है।
एक व्यक्ति प्रभावी रूप से वनों और वन्य जीवों के प्रबंधन में योगदान कर सकता है:
i) ऐसे कुछ उत्पादों का उपयोग करना जो सीधे जंगलों और वन्यजीवों जैसे लकड़ी, पशु त्वचा आदि से प्राप्त होते हैं।
ii) औद्योगिक उद्देश्य के लिए वनों को नहीं काटना चाहिए।