साख निर्माण: साख सृजन व्यावसायिक बैंकों का सबसे महत्त्वपूर्ण कार्य है। साख के एक पक्ष को दूसरे पक्ष द्वारा एक निश्चित व्याज की दर पर वित्त उपलब्ध कराने के रूप में परिभाषित किया जा सकता है। साख मौद्रिक एवं व्यावसायिक प्रणाली में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
साख सृजन प्रक्रिया:व्यावसायिक बैंकों में जमाकर्ताओं का चालू खाता होता है तथा वे चैकों के द्वारा अपने दायित्वों को वहन करते हैं। इन बैंकों के पास माँग जमा के विस्तार एवं संकुचन की शक्ति होती है। इन शक्तियों को साख सृजन अथवा साख संकुचन कहते हैं। जब कभी बैंक ऋण देता है, यह जमा का सृजन करता है। व्यावसायिक बैंक अपने ऋण तथा निवेश को कई गुणा करने में सक्षम होते हैं तथा इस प्रकार जमाओं को कई गुणा कर देते हैं। नकद की छोटी सी मात्रा ऋण तथा अग्रिम की गुणाओं द्वारा जमाओं को कई गुणा बढ़ाते हैं। इस प्रकार, व्यावसायिक बैंक साख का सृजन करते हैं।