वह क्या-क्या है, जिसे कवि ने सहर्ष स्वीकारा है?
कवि ने अपने जीवन की कटु-मधुर अनुभूतियों, सुख-दुःखपूर्ण परिस्थितियों, व्यक्तित्व की दृढ़ता तथा मीठे-तीखे अनुभव आदि सबको सहर्ष स्वीकार किया है। इसका कारण यह है कि वह इन सबके साथ अपने प्रिय को जुड़ा पाता है। जो-जो बातें उसके प्रिय को पसंद हैं, उन्हें कवि सहर्ष स्वीकार कर लेता है। कवि के पास अपनी गर्वीली गरीबी है, जीवन के गहरे अनुभव हैं, प्रौढ़ विचार हैं, भावनाओं का बहता प्रवाह है, प्रेयसी का प्यार है। वह इन सबको सहर्ष स्वीकार कर लेता है।