‘बाहर भीतर, इस घर उस घर’ के द्वारा कवि क्या स्पष्ट करना चाहता है?
‘बाहर भीतर, इस घर उस घर’ पंक्ति के द्वारा कवि यह स्पष्ट करना चाहता है कि कविता की रचना करते समय कवि की दृष्टि सर्वत्र घूमती रहती है। उसके मन के भाव बाहर-भीतर, घर के अंदर तथा बाहर सभी जगह से आते हैं।