-->

तताँरा-वामीरो कथा

Question
CBSEENHN10002517

निम्नलिखित के आशय स्पष्ठ कीजिये-
बस आस की एक किरण थी जो समुद्र की देह पर डूबती किरणों की तरह कभी भी डूब सकती थी।

Solution

इस पंक्ति के जरिए तताँरा के मन की उधेड़बुन को दर्शाया गया है। तताँरा ने वामीरो से मिलने के लिए कहा और वह शाम के समय उसकी प्रतीक्षा भी कर रहा था। जैसे-जैसे सूरज डूब रहा था, उसको वामीरो के न आने की आशंका होने लगती। जिस प्रकार सूर्य की किरणें समुद्र की लहरों में कभी दिखती तो कभी छिप जाती थी, उसी तरह तताँरा के मन में भी उम्मीद बनती और डूबने लगती थी।

Some More Questions From तताँरा-वामीरो कथा Chapter

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर प्रश्नों के उत्तर (25-30 शब्दों में) दीजिए-
तताँरा-वामीरो की त्यागमयी मृत्यु से निकोबार में क्या परिवर्तन आया?

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर प्रश्नों के उत्तर (25-30 शब्दों में) दीजिए-
निकोबार के लोग तताँरा को क्यों पसंद करते थे?

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर प्रश्नों के उत्तर (50-60 शब्दों में) दीजिए-
निकोबार द्वीपसमूह के विभक्त होने के बारे में निकोबारियों का क्या विश्वास है?

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर प्रश्नों के उत्तर (50-60 शब्दों में) दीजिए-
तताँरा खूब परिश्रम करने के बाद कहाँ गया? वहाँ के प्राकृतिक सौंदर्य का वर्णन अपने शब्दों में कीजिए।

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर प्रश्नों के उत्तर (50-60 शब्दों में) दीजिए-
वामीरो से मिलने के बाद तताँरा के जीवन में क्या परिवर्तन आया?

प्राचीन काल में मनोरंजन और शक्ति-प्रदर्शन के लिए किस प्रकार के आयोजन किए जाते थे? 

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (50-60 शब्दों में) दीजिए-
रूढ़ियाँ जब बंधन बन बोझ बनने लगें तब उनका टूट जाना ही अच्छा है। क्यों? स्पष्ट कीजिए।

निम्नलिखित के आशय स्पष्ठ कीजिये-
जब कोई राह न सूझी तो क्रोध का शमन करने के लिए उसमें शक्ति भर उसे धरती में घोंप दिया और ताकत से उसे खींचने लगा। 

निम्नलिखित के आशय स्पष्ठ कीजिये-
बस आस की एक किरण थी जो समुद्र की देह पर डूबती किरणों की तरह कभी भी डूब सकती थी।

निम्नलिखित वाक्यों के सामने दिए कोष्ठक में ( √ ) का चिन्ह लगाकर बताएँ कि वह वाक्य किस प्रकार का है-
(क) निकोबारी उसे बेहद प्रेम करते थे। (प्रश्नवाचक, विधानवाचक, निषेधात्मक, विस्मयादिबोधक)
(ख) तुमने एकाएक इतना मधुर गाना अधूरा क्यों छोड़ दिया? (प्रश्नवाचक, विधानवाचक, निषेधात्मक, विस्मयादिबोधक)
(ग) वामीरो की माँ क्रोध में उफन उठी। (प्रश्नवाचक, विधानवाचक, निषेधात्मक, विस्मयादिबोधक)
(घ) क्या तुम्हें गाँव का नियम नहीं मालूम? (प्रश्नवाचक, विधानवाचक, निषेधात्मक, विस्मयादिबोधक)
(ङ) वाह! कितना सुंदर नाम है। (प्रश्नवाचक, विधानवाचक, निषेधात्मक, विस्मयादिबोधक)
(च) मैं तुम्हारा रास्ता छोड़ दूँगा। (प्रश्नवाचक, विधानवाचक, निषेधात्मक, विस्मयादिबोधक)