Question
निम्नलिखित पद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रशनों के उत्तर दीजिये:
पाँयनि नूपुर मंजु बजैं, कटि किंकिनि कै धुनि की मधुराई।
साँवरे अंग लसै पट पीत, हिये हुलसै बनमाल सुहाई।
माथे किरीट बड़े दृग चंचल, मंद हँसी मुखचंद जुन्हाई।
जै जग-मंदिर-दीपक सुंदर, श्रीब्रजदूलह ‘देव’ सहाई।।
कवि को उन के चेहरे पर मुस्कान किस प्रकार की प्रतीत हो रही है?
Solution
कवि को श्री कृष्ण के चेहरे पर फैली मुस्कान चाँदनी के समान प्रतीत हो रही है