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सूरदास - पद

Question
CBSEENHN10001464

निम्नलिखित पद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रशनों के उत्तर दीजिये 
हमारैं हरि हारिल की लकरी।
मन क्रम बचन नंद-नंदन उर, यह दृढ़ करि पकरी।
जागत सोवत स्वप्न दिवस-निसि, कान्ह-कान्ह जक री।
सुनत जोग लागत है ऐसौ, ज्यौं करुई ककरी।
सु तौ व्याधि हमकौं लै आए, देखी सुनी न करो।
यह तो ‘सूर’ तिनहिं लै सौंपो, जिन के मन चकरी।।

श्रीकृष्ण को गोपियों ने किस प्रकार अपने जीवन में धारण कर रखा था?

Solution
श्रीकृष्ण को गोपियों ने हारिल पक्षी की लकड़ी के समान धारण कर रखा था।

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