आपके माता-पिता के ज़माने से लेकर अब तक फेरी की आवाज़ों में कैसा बदलाव आया है? बड़ों से पूछकर लिखिए।
वक्त के साथ फेरी के स्वर भी बदल गए हैं। जैसे – पहले फेरी वाले गाकर या कविता के माध्यम से मधुर स्वर में अपने उत्पाद के गुणों को लोगों तक पहुँचाते थे परन्तु आज के फेरीवालों के स्वर में वैसी मधुरता सुनने को नहीं मिलती। साथ ही लाउडस्पीकर जैसे उपकरणों का भी प्रयोग होने लगा है।