इस पाठ के आधार पर लेखक की भाषा-शैली की चार विशेषताएँ बताइए।
'साँवले सपनों की याद' नामक पाठ की भाषा-शैली संबन्धी विशेषताएँ निम्नलिखित हैं:
1. अपने मनोभावों को प्रस्तुत करने लेखक ने अभिव्यक्ति शैली का प्रयोग किया है।
2. लेखक ने इस पाठ में मिश्रित शब्दावली का प्रयोग किया है। इस पाठ में उर्दू, तद्भव और संस्कृत शब्दों का सम्मिश्रण है।
3. जाबिर हुसैन अलंकारों की भाषा में लिखते हैं। उपमा, रूपक, उनके प्रिय अलंकार हैं।
4. इनकी शैली चित्रात्मक है। पाठ पढ़ते हुए इसकी घटनाओं का चित्र उभर कर हमारे सामने आता है।
5. कलात्मकता उनके हर वाक्य में है। वे सरल-सीधे वाक्यों का प्रयोग नहीं करते हैं बल्कि जटिल वाक्यों का प्रयोग करते है।