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कल्लू कुम्हार की उनाकोटी - के. विक्रम सिंह

Question
CBSEENHN9001130

केलासशहर के ज़िलाधिकारी ने आह की खेती के विषय में लेखक को क्या जानकारी दी?

Solution
कैलाशशहर के जिलाधिकारी ने आलू की खेती के विषय में लेखक को यह जानकारी दी कि आलू की बुआई के लिए आमतौर पर पारंपरिक आलू के बीजों की जरूरत दो मीट्रिक टन प्रति हैक्टेयर पड़ती है। इसके बरक्स टी.पी.एस. की सिर्फ 100 ग्राम मात्रा दो हैक्टेयर की बुआई के लिए काफी होती है। त्रिपुरा की टी.पी.एस. का निर्यात अब न सिर्फ असम, मिजोरम, नागालैंड और अरुणाचल प्रदेश को बल्कि बांग्लादेश, मलेशिया और वियतनाम को भी किया जा रहा है।

Some More Questions From कल्लू कुम्हार की उनाकोटी - के. विक्रम सिंह Chapter

 ‘उनाकोटी’ का अर्थ स्पष्ट करते हुए बतलाएँ कि यह स्थान इस नाम से क्यों प्रसिद्ध है?

पाठ के सदंर्भ में उनाकोटी में स्थित गंगावतरण की कथा को अपने शब्दों में लिखिए 

कल्लू कुम्हार का नाम उनाकोटी से किस प्रकार जुड़ गया?

‘मेरी रीढ़ में एक झुरझुरी- सी दौड़ गई'- लेखक के इस कथन के पीछे कौन-सी घटना जुड़ी है?

त्रिपुरा ‘बहुधार्मिक समाज’ का उदाहरण कैसे बना?

टीलियामुरा कस्बे में लेखक का परिचय किन दो प्रमुख हस्तियों से हुआ? समाज-कल्याण के कार्यों में उनका क्या योगदान था ?

केलासशहर के ज़िलाधिकारी ने आह की खेती के विषय में लेखक को क्या जानकारी दी?

त्रिपुरा के घरेलू उद्योगों पर प्रकाश डालते हुए अपनी जानकारी के कुछ अन्य घरेलू उद्योगों के विषय में बताइए?

लेखक त्रिपुरा क्यों गया?

त्रिपुरा में सी.आर.पी.एफ. की भूमिका का वर्णन करो?