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स्मृति - श्रीराम शर्मा

Question
CBSEENHN9001112

मक्खनपुर पढ़ने जाने वाली बच्चों की टोली रास्ते में पड़ने वाले कुएँ में ढेला क्यों फेंकती थी?

Solution
मक्खनपुर पढ़ने जाने वाले बच्चों की टोली पूरी वानर टोली थी। उन बच्चों को पता था कि कुएँ में साँप है। वे ढेला फेंककर कुएँ में से आने वाली उसकी क्रोधपूर्ण फुँफकार सुनने में मजा लेते थे। कुएँ में ढेला फेंककर उसकी आवाज तथा उससे सुनने के बाद अपनी बोली की प्रतिध्वनि सुनने की लालसा उनके मन में रहती थी।

Some More Questions From स्मृति - श्रीराम शर्मा Chapter

‘साँप ने फुसकार मारी या नहीं, ढेला उसे लेगा या नहीं, यह बात अब तक स्मरण नहीं'- यह कथन लेखक की किस मनोदशा को स्पष्ट करता है?

किन कारणों से लेखक ने चिट्‌ठियों को कुएँ से निकालने का निर्णय लिया?

साँप का ध्यान बाँटने के लिए लेखक ने क्या-क्या युक्तियाँ अपनाई?

कुएँ में उतरकर चिट्‌ठियों को निकालने सबंधी साहसिक वर्णन को अपने शब्दों में लिखिए।

इस पाठ को पढ़ने के बाद किन-किन बाल-सुलभ शरारतों के विषय में पता चलता है?

‘मनुष्य का अनुमान और भावी योजनाएँ कभी-कभी कितनी मिथ्या और उलटी निकलती हैं’- का आशय स्पष्ट कीजिए।

‘फल तो किसी दूसरी शक्ति पर निर्भर है’- पाठ के सदंर्भ में इस पंक्ति का आशय स्पष्ट कीजिए 

लेखक की चिट्‌ठियाँ कुएँ में क्यों गिर गई?

लेखक अपने बचपन में किस वस्तु से अधिक मोह रखता था और क्यों?

लेखक का छोटा भाई क्यों रोने लगा?