Question
निम्नलिखित पंक्तिओं को पढ़कर शिल्प सौन्दर्य लिखिए।
अशराफ़ और कमीने से ले शाह ता वज़ीर
ये आदमी ही करते हैं सब कारे दिलपज़ीर
यां आदमी मुरीद है और आदमी ही पीर
अच्छा भी आदमी ही कहाता है ए नज़ीर
और सबमें जो बुरा है सो है वो भी आदमी
Solution
शिल्प सौन्दर्य-
1. इसमें आदमी की परस्पर विरोधी भूमिकाएँ दिखाकर अद्भुत प्रभाव उत्पन्न किया गया है।
2. हिन्दी व उर्दू भाषा का मिश्रित प्रयोग है।
3. भाषा सरस, सरल व मर्मस्पर्शी है।
4. भाषा में लयात्मकता व गीतात्मकता है।
5. भावात्मक शैली का प्रयोग हुआ है।
6. उर्दू शब्दावली का सटीक प्रयोग दृष्टव्य हैं।
7. ‘सो है वह भी आदमी’ की आवृत्ति से कविता में अद्भुत मनमोहकता आ गई है।
8. मुहावरों का सुंदर प्रयोग हुआ है।