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वैज्ञानिक चेतना के वाहक चनद्रशेखर वेंकट रामन - धीरंजन मालवे

Question
CBSEENHN9000556

(ग) निन्नलिखित आशय स्पष्ट कीजिए-
हमारे पास ऐसी न जाने कितनी ही चीज़ें बिखरी पड़ी हैं जो अपने पात्र की तलाश में हैं?

Solution
आशय-हमारे में आस-पास के वातावरण में अनेक प्रकार की वस्तुएँ बिखरी होती है। उनके बारे में जानकारी प्राप्त करने की आवश्यकता है। उन बिखरी चीजों को सही ढंग से सँवारने वाले व्यक्ति की आवश्यकता होती है जो उन्हें नया रूप दे सके है। इन घटनाओं को अनुसंधान करने वाले खोजियों की तलाश रहती है।

Some More Questions From वैज्ञानिक चेतना के वाहक चनद्रशेखर वेंकट रामन - धीरंजन मालवे Chapter

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए-
वाद्ययंत्रों की ध्वनियों के अध्ययन के द्वारा रामन् क्या करना चाहते थे?

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए-
सरकारी नौकरी छोड़ने के पीछे  रामन् की क्या भावना थी?

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए-
'रामन्- प्रभाव’ की खोज के पीछे कौन-सा सवाल हिलोरों ले रहा था?

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए-
प्रकाश तरंगों के बारे में आइंस्टीन ने क्या बताया?

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए-
रामन् की खोज ने किन अध्ययननो को सहज बनाया?

(क) निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
कॉलेज के दिनों में रामन् की दिली इच्छा क्या थी?

(क) निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
वाद्ययंत्रों पर की गई खोजों से रामन् ने कौन-सी भ्रांति तोड़ने की कोशिश की?

(क) निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
रामन् के लिए नौकरी सबंधी कौन-सा निर्णय कठिन था?

(क) निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
सर चंद्रशेखर वेंकटे रामन् को समय-समय पर किन-किन पुरस्कारों से सम्मानित किया गया?

(क) निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
रामन् को मिलने वाले पुरस्कारों ने भारतीय-चेतना को जाग्रत किया ऐसा क्यों कहा गया है?