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दोहे - रहीम

Question
CBSEENHN9000771

निम्नलिखित दोहों को पड़कर उनका शिल्प सौन्दर्य लिखिए।
बिगरी बात बनै नहीं, लाख करौ किन कोय।
रहिमन फाटे दूध को, मथे न माखन होय।।

Solution

1. आपसी संबंधों में यदि एक बार बिखराव आ जाए तो वह फिर वे दुबारा कभी स्थापित नहीं हो पाते। चाहे कितने भी प्रयत्न किए जाए, संबंध टूट कर ही रहते हैं।
2. ब्रज भाषा का प्रयोग दोहों में दृष्टव्य है।
3. दोहों में नीति परक तथ्यों का स्पष्टीकरण किया गया है।
4. दोहों में भावात्मक व उदाहरणात्मक शैली का प्रयोग हुआ है।
5. दोहा छंद का प्रयोग हुआ है।
6. भाषा सरल, सरस व प्रभावशाली है।
7. भाषा में लयात्मकता व गीतात्मकता है।
8. (i) उदाहरण अलंकार का प्रयोग हुआ है।
    (ii) ‘बिगरी बात बनै’ व ‘करौ किन कोय’ में अनुप्रास अलंकार है।

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रहिमन मूलहिं सींचिबो, फूलै फलै अघाय।