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दोहे - रहीम

Question
CBSEENHN9000758

निम्नलिखित दोहों को पढ़कर पूछे गए प्रशनों के उत्तर दीजिये
धनि रहीम जल पंक को लघु जिय पिंअत अघाय।
उदधि बड़ाई कौन है, जगत पिआसो जाय।।

कीचड़ मे जल को पीकर कौन तृप्ते हो जाते हैं?
  • कमल
  • छोटे-छोटे जीव
  • पशु
  • मनुष्य

Solution

B.

छोटे-छोटे जीव

Some More Questions From दोहे - रहीम Chapter

निम्नलिखित का भाव स्पष्ट कीजिए-
टूटे से फिर ना मिले, मिले गाँठ परि जाय।

निम्नलिखित का भाव स्पष्ट कीजिए-
सुनि अठिलैहैं लोग सब, बाँटि न लैहैं कोय।

निम्नलिखित का भाव स्पष्ट कीजिए-
रहिमन मूलहिं सींचिबो, फूलै फलै अघाय।

निम्नलिखित का भाव स्पष्ट कीजिए-
दीरघ दोहा अरथ के, आखर थोरे आहिं।

निम्नलिखित का भाव स्पष्ट कीजिए-
नाद रीझि तन देत मृग, नर धन हेत समेत।

निम्नलिखित का भाव स्पष्ट कीजिए-
जहाँ काम आवे सुई, कहा करे तरवारि।

निम्नलिखित का भाव स्पष्ट कीजिए-
पानी गए न ऊबरे, मोती, मानुष, चूना

निम्नलिखित भाव को पाठ में किन पंक्तियों द्वारा अभिव्यक्त किया गया है-
जिस पर विपदा पड़ती है वही इस देश में आता है।

निम्नलिखित भाव को पाठ में किन पंक्तियों द्वारा अभिव्यक्त किया गया है-
कोई लाख कोशिश करे पर बिगड़ी बात फिर बन नहीं सकती।

निम्नलिखित भाव को पाठ में किन पंक्तियों द्वारा अभिव्यक्त किया गया है-
पानी के बिना सब सूना है अत: पानी अवश्य रखना चाहिए।