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किसी लोकतांत्रिक देश को संविधान की आवश्यकता क्यों पडती है?
लोकतांत्रिक देश को संविधान की आवश्यकता निम्नलिखित कारणों से पड़ती है-
1 .संविधान उन आदर्शों को सूत्रबद्ध करता है जिसे हम अपने देश को अपनी इच्छा और सपनों के अनुसार रच सकेl
2.नागरिकों के मौलिक अधिकारों की रक्षा संविधान ही करता हैl
3.सरकार के विभिन्न अंगो में संविधान के कारण मतभेद नही होते यदि होते भी है तो उन्हें संविधान के नियमो के द्वारा सुलझा लिया जाता हैl
4.संविधान यह भी सुनिशित करता है कि कोई भी ताकतवर समूह किसे दूसरे समूह या लोगो पर अपनी ताकत का इस्तमाल न करेl
5 .संविधान में ऐसे नियमो को तय किया जाता है जिससे की देश के राजनेता अपनी शक्तियों का गलत इस्तेमाल न करे सकेl
नीचे दिए गए दो दस्तावेज़ो के हिस्सों को देखिये|पहला कॉलम 1990 का नेपाल के संविधान का है|दूसरा कॉलम नेपाल के ताज़ा अन्तरिम संविधान में से लिया गया है|
1990 का नेपाल का संविधान भाग-7:कार्यपालिका | 2007 अन्तरिम संविधान भाग-5 कार्यपालिका |
अनुछेद 35:कार्यकारी शक्तियाँ नेपाल अभिराज्य की कार्यकारी शक्तियाँ महामहिम नरेश एवं मंत्रिपरिषद् में निहित होंगी| |
अनुछेद 37:कार्यकारी शक्तियाँ नेपाल की कार्यकारी शक्तियाँ मंत्रिपरिषद में निहित होंगी| |
1990 में बना नेपाल का संविधान इस बात पर आधारित था कि देश कि सत्ता पूरी तरह से राजा के हाथों में होंगी तथा देश के सभी नियम और कानून राजा ही निर्धारित करेगा| 2007 के अन्तरिम संविधान के अनुसार नेपाल की सभी शक्तियाँ मंत्रिपरिषद में निहित होगी और सभी कार्यकारी फैसले प्रधानमंत्री के नाम पर लिए जायेंगे| अतः पर कहा जा सकता है कि नेपाल को एक नए संविधान कि आवशकता है क्योंकि पिछले संविधान में वे आदर्श नही है जो नेपाल कि जनता अपने देश के लिए चाहती है और जिनके लिए वे संघर्षशील रहे है|
अगर निर्वाचित प्रतिनधियों की शक्ति पर अंकुश नही होता तो क्या होता?
अगर निर्वाचित प्रतिनधियों कि शक्तियों पर अंकुश नही होता तो-
1. देश के नेता अपनी शक्तियों का इस्तेमाल गलत तरीके से कर सकते थेl वे उनका दुरुपयोग करतेl जिससे समाज में अराजकता और हिंसा फैल सकती थी इससे देश में अशांति उत्पन्न होतीl
2 .नेता अपने गलत फैसलों को भी जनता पर थोपती और जिसे जनता को मजबूरी में स्वीकारना पड़ताl जो जनता के हित में नही होताl
निम्मलिखित स्थितियों में अल्पसंख्यक कौन है? इन स्थितियों में अल्पसंख्यकों के विचारो का सम्मान करना क्यों महत्वपूर्ण है?इसका एक एक कारण बताइयेl
एक स्कूल में 30 शिक्षक है और उनमे से 20 पुरुष हैंl
इस स्थिति में महिला वर्ग अल्पसंख्य्यक हैंl परन्तु भले ही उनकी उपस्थित स्कूल में कम हो परंतु वे पुरूषों के बराबर की शिक्षित हैं और उन्ही के सम्मान पद पर स्थित हैं|स्कूल चलाने में वे पुरूषों के बराबर की ही भूमिका अदा कर रही हैंl उनके विचारो का सम्मान करना महत्वपूर्ण हैl
निम्मलिखित स्थितियों में अल्पसंख्यक कौन है?इन स्थितियों में अल्पसंख्यकों के विचारो का सम्मान करना क्यों महत्वपूर्ण है?इसका एक एक कारण बताइये|
एक शहर में 5 प्रतिशत लोग बौद्ध धर्म को मानते है|
यहाँ बौद्ध धर्म को मानने वाले अल्पसंख्य्यक हैंl सभी धार्मिक समुदायों को अपनी संस्कृति की रक्षा करने अधिकार हैं| उनके विचारो का सम्मान करना महत्वपूर्ण है|
निम्नलिखित स्थितियों में अल्पसंख्यक कौन है?इन स्थितियों में अल्पसंख्यकों के विचारो का सम्मान करना क्यों महत्वपूर्ण है?इसका एक एक कारण बताइयेl
एक कारखाने के भोजन में 80 प्रतिशत कर्मचारी शाकाहारी हैंl
इस परिस्थिति में मांसाहारी कर्मचारी अल्पसंख्य्यक हैंlप्रत्येक व्यक्ति को अपनी इच्छा के अनुसार अपना भोजन चुनने का अधिकार हैंl उनके विचारों का सम्मान महवपूर्ण हैंl
निम्नलिखित स्थितियों में अल्पसंख्यक कौन है?इन स्थितियों में अल्पसंख्यकों के विचारो का सम्मान करना क्यों महत्वपूर्ण है?इसका एक एक कारण बताइये|
50 विद्यार्थियों की कक्षा में 40 विद्यार्थी संपन्न परीवारों से हैं|
यहाँ गरीब परिवारों के विद्यार्थी अल्पसंख्याक हैं|समान कक्षा के विद्यार्थी होने के नाते उन्हें अलग नही मापा जा सकता| उनकी अवेहलना होने पर उनमें हीन भावना आ सकती है जो उनमे प्रतिभा के विकास को प्रभवित कर सकती हैं|उनके विचारों का सामान महवपूर्ण हैं|
नीचे दिए गए बाएँ कॉलम में भारतीय संविधान के मुख्य आयामों की सूची दी गई हैं |दूसरे कॉलम में प्रत्येक आयाम के सामने दो वाक्यो में लिखिए कि आपकी राय में यह आयाम क्यों महत्वपूर्ण हैं -
मुख्य आयाम | महत्त्व |
संघवाद | भारत क्षेत्र और जनसंखया की दृष्टि से अत्यन्त विशाल और विविधताओ से परिपूर्ण हैं| इतने बड़े देश में एवं राज्य में यह संभव नही हैं कि केंद्र में बैठे लोग देश के लिए सभी फैसले ले सकेl देश को सुचारू रूप से चलाने के लिए प्रांतीय स्तर पर भी सरकार की व्यवस्था की गई हैं तथा ग्रामीण स्तर पर पंचायती राज की शासन व्यवस्था हैं | |
शक्तियों का बंटवाराँ | संविधान के अनुसार सरकार के तीन अंग होते हैं-विधायक ,कार्यपालिका और न्यायपालिका| प्रत्येक अंग दूसरे अंग पर अंकुश रखता हैं ताकि ये अपनी शक्तियों का दुरूपयोग ना कर सके और सत्ता के बीच संतुलन बना रहे | |
मौलिक अधिकार | मौलिक अधिकारों देश के नागरिकों को राज्य की सत्ता के निरंकुश इस्तेमाल से बचाता हैं| |
संसदीय शाशन पद्धति | जनता को चुनावों के द्वारा स्वयं अपना प्रतिनिधि चुनने का अधिकार दिया गया हैं| |
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