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कर्नल कांलिज ने वज़ीर अली को गिरफ़्तार करने के लिए जंगल में खेमा लगाये हुए था।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए-
वज़ीर अली से सिपाही क्यों तंग आ चुके थे?
वज़ीर अली ने कई वर्षों से अंग्रेज़ों की आँख में धूल झोंककर उनकी नाक में दम कर रखा था। इसलिए वे वज़ीर अली से तंग आ चुके थे।
कर्नल ने सवार पर नज़र रखने इसलिए कहा ताकि वे ये देख सके कि वह किस दिशा की तरफ़ जा रहा है और इससे उन्हें वज़ीर अली के बारे में कुछ जानकारी प्राप्त हो सके।
सवार स्वयं वज़ीर अली था और अब तक उसे कोई पहचान नहीं पाया था साथ ही वह एक जाँबाज और बहादुर था जो की शत्रुओं को ललकार रहा था। इसलिए उसने कहा कि वज़ीर अली की गिरफ़्तारी बहुत मुश्किल है।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
वज़ीर अली के अफ़साने सुनकर कर्नल को रॉबिनहुड की याद क्यों आ जाती थी?
वज़ीर अली रॉबिनहुड की तरह साहसी, हिम्मतवाला, बहादुर और चकमा देने में माहिर था। वह भी रॉबिनहुड की तरह किसी को भी चकमा देकर भाग जाता था। वह अंग्रेज़ी सरकार की पकड़ में नहीं आ रहा था। कम्पनी के वकील को उसने उसके घर में जाकर मार दिया था। उसकी बहादुरी के अफ़साने सुनकर ही कर्नल को रॉबिनहुड की याद आती थी।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
सआदत अली कौन था? उसने वज़ीर अली की पैदाइश को अपनी मौत क्यों समझा?
सआदत अली वज़ीर अली का चाचा और नवाब आसिफउदौला का छोटा भाई था। जब तक आसिफउदौला की कोई सन्तान नहीं थी, तब तक सआदत अली की नवाब बनने की पूरी सम्भावना थी। इसलिए उसे वज़ीर अली की पैदाइश उसकी मौत लगी।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
सआदत अली को अवध के तख्त पर बिठाने के पीछे कर्नल का क्या मकसद था?
सआदत अली और कर्नल दोस्त थे। सआदत अली को कर्नल पर विश्वास भी था। सआदत अली को ऐशों आराम की जिंदगी बिताना पसंद था इसलिए वह खुद तो ऐशो आराम की जिंदगी बिताएगा साथ ही दोस्त और विश्वासपात्र होने के कारण कर्नल की जिंदगी भी बड़े आराम से गुजरेगी। इस तरह सआदत अली को अवध के तख़्त पर बिठाने के पीछे कर्नल का मकसद अवध की धन-दौलत पर कब्ज़ा करना था।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
कंपनी के वकील का कत्ल करने के बाद वज़ीर अली ने अपनी हिफ़ाज़त कैसे की?
कंपनी के वकील की हत्या करने के बाद वज़ीर अली आजमगढ़ भाग गया और वहाँ के नवाब ने उसकी सहायता की और उसे सुरक्षित घागरा पहुँचा दिया। तब से वह वहाँ के जंगलों में रहने लगा।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
सवार के जाने के बाद कर्नल क्यों हक्का-बक्का रह गया?
कर्नल जिस सवार को साधारण सिपाही समझ रहा था और जिसकी मदद से वह वज़ीर अली को पकड़ने का ख्वाब देख रहा था वो वास्तव में स्वयं वज़ीर अली था। बड़ी चतुराई से वजीर अली कारतूस लेने कर्नल के खेमे में सवार बनकर आया था। जाते समय कर्नल ने नाम पूछा तो उसने वज़ीर अली बताया। उसे सामने देखकर कर्नल हक्का-बक्का रह गया।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए-
लेफ़्टीनेंट को ऐसा क्यों लगा कि कंपनी के खिलाफ़ सारे हिंदुस्तान में एक लहर दौड़ गई है?
लेफ़्टीनेंट को जब कर्नल ने बताया कि कंपनी के खिलाफ़ केवल वज़ीर अली ही नहीं बल्कि दक्षिण में टीपू सुल्तान, बंगाल में नवाब का भाई शमसुद्दौला भी कंपनी के खिलाफ़ हैं और इन्होंने अफ़गानिस्तान के बादशाह शाहेज़मा को आक्रमण के लिए निमत्रंण दिया है। यह सब देखकर लेफ़्टीनेंट को आभास हुआ कि कंपनी के खिलाफ़ पूरे हिन्दूस्तान में लहर दौड़ गई है।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए-
वज़ीर अली ने कंपनी के वकील का कत्ल क्यों किया?
वज़ीर अली को उसके नवाबी पद से हटा दिया गया और बनारस भेज दिया गया। फिर कुछ महिनों बाद उन्हें कलकत्ता बुलाया तो वज़ीर अली ने कंपनी के वकील,जो कि बनारस में रहता था, उससे शिकायत की परन्तु उसने शिकायत सुनने की जगह वज़ीर अली को खूप खरी-खोटी सुनाई। इस पर वज़ीर अली को गुस्सा आ गया और उसने वकील का कत्ल कर दिया।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए-
सवार ने कर्नल से कारतूस कैसे हासिल किए?
सवार जो कि स्वयं वज़ीर अली ही था,अकेला ही घोड़े पर सवार होकर अंग्रेज़ों के खेमे में पहुँच गया और कर्नल को दिखाया कि वह भी वज़ीर अली के खिलाफ़ है। उसने कर्नल से अकेले में मिलने के लिए कहा। कर्नल मान गया और वज़ीर अली के दस कारतूस माँगने पर उसने दे दिए। इस तरह सवार कर्नल से बड़ी ही चतुराई से कारतूसों को प्राप्त करता है।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए-
वज़ीर अली एक जाँबाज़ सिपाही था, कैसे? स्पष्ट कीजिए।
वज़ीर अली को अंग्रेज़ों ने अवध के तख्ते से हटा दिया पर उसने हिम्मत नहीं हारी। वज़ीफे की रकम में मुश्किल डालने वाले कंपनी के वकील की भी हत्या कर दी। अंग्रेज़ों को महीनों दौड़ाता रहा परन्तु फिर भी हाथ नहीं आया। अंग्रेज़ों के खेमे में अकेले ही पहुँच गया,कारतूस भी ले आया और अपना सही नाम भी बता गया। इस तरह वह एक जाँबाज़ सिपाही था।
निम्नलिखित के आशय स्पष्ट कीजिए−
मुट्ठीभर आदमी और इतना दमखम।
इस पंक्ति में वज़ीर अली के साहस और वीरता का परिचय है। इस पंक्ति का आशय यह है कि भले ही वज़ीर अली के पास मुठ्ठीभर आदमी थे परन्तु उसके साहस और जाँबाजी असख्य लोगों का मुकाबला कर सकती थी अर्थात् वज़ीर अली एक बहादुर, साहसी निर्भय और चालाक सिपाही था।
निम्नलिखित के आशय स्पष्ट कीजिए−
गर्द तो ऐसे उड़ रही है जैसे कि पूरा एक काफ़िला चला आ रहा हो मगर मुझे तो एक ही सवार नज़र आता है।
यह कथन लेफ़्टीनेंट का है। जब वज़ीर अली अंग्रेज़ों के खेमे में अकेला ही आ रहा था परन्तु इतनी तेज़ी से आ रहा था, इतनी धूल उड़ रही थी कि मानों कई सैनिक आ रहे हो, पूरा एक काफ़िला आ रहा हो। आशय यह है कि वज़ीर अली जैसे सवार के आने से काफ़िला के आने का प्रभाव उत्पन्न होता था। लेफ़्टीनेंट कहता है सैनिक तो एक ही नज़र आ रहा है।
निम्नलिखित शब्दों का एक-एक पर्याय लिखिए−
खिलाफ़, पाक, उम्मीद, हासिल, कामयाब, वजीफ़ा, नफ़रत, हमला, इंतेज़ार, मुमकिन।
खिलाफ़ - विरूद्ध
पाक - पवित्र
उम्मीद - आशा
हासिल - प्राप्त
कामयाब - सफल
वजीफ़ा - छात्रवृति
नफ़रत - घृणा
हमला - आक्रमण
इंतेज़ार - प्रतीक्षा
मुमकिन - संभव
निम्नलिखित मुहावरों का अपने वाक्यों में प्रयोग कीजिए-
आँखों में धूल झोंकना, कूट-कूट कर भरना, काम तमाम कर देना, जान बख्श देना, हक्का-बक्का रह जाना।
(क) आँखों में धूल झोंकना − चोर ने पुलिस के आँखों में धूल झोंककर चोरी कर ली।
(ख) कूट-कूट कर भरना − झाँसी की रानी में देशभक्ति कूट-कूट कर भरी थी।
(ग) काम तमाम कर देना − देखते ही देखते उस शरारती लड़के ने नए खिलौने का काम तमाम कर दिया।
(घ) जान बख्श देना − हम भारतीय इतने दरियादिल हैं कि अपने दुश्मनों की भी जान बख्श देते हैं।
(ङ) हक्का-बक्का रह जाना − अचानक चाचाजी को सामने देखकर सब हक्के-बक्के रह गए।
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कारक वाक्य में संज्ञा या सर्वनाम का क्रिया के साथ संबंध बताता है। निम्नलिखित वाक्यों में कारकों को रेखांकित कर उनके नाम लिखिए−
(क) जंगल की ज़िंदगी बड़ी खतरनाक होती है।
(ख) कंपनी के खिलाफ़ सारे हिंदुस्तान में एक लहर दौड़ गई।
(ग) वज़ीर को उसके पद से हटा दिया गया।
(घ) फ़ौज के लिए कारतूस की आवश्यकता थी।
(ङ) सिपाही घोड़े पर सवार था।
(क) जंगल की ज़िंदगी बड़ी खतरनाक होती है। (सम्बन्ध कारक)
(ख) कंपनी के खिलाफ़ सारे हिन्दुस्तान में एक लहर दौड़ गई। (सम्बन्ध कारक, अधिकरण कारक)
(ग) वज़ीर को उसके पद से हटा दिया गया। (कर्म कारक, अपादान कारक)
(घ) फ़ौज के लिए कारतूस की आवश्यकता थी। (सम्प्रदान कारक, सम्बन्ध कारक)
(ङ) सिपाही घोड़े पर सवार था। (अधिकरण कारक)
क्रिया का लिंग और वचन सामान्यत: कर्ता और कर्म के लिंग और वचन के अनुसार निर्धारित होता है। वाक्य में कर्ता और कर्म के लिंग, वचन और पुरुष के अनुसार जब क्रिया के लिंग, वचन आदि में परिवर्तन होता है तो उसे अन्विति कहते हैं।
क्रिया के लिंग, वचन में परिवर्तन तभी होता है जब कर्ता या कर्म परसर्ग रहित हों;
जैसे- सवार कारतूस माँग रहा था? (कर्ता के कारण)
सवार ने कारतूस माँगे? (कर्म के कारण)
कर्नल ने वज़ीर अली को नहीं पहचाना? (यहाँ क्रिया कर्ता और कर्म किसी के भी कारण प्रभावित नहीं है)
अत: कर्ता और कर्म के परसर्ग सहित होने पर क्रिया कर्ता और कर्म में से किसी के भी लिंग और वचन से प्रभावित नहीं होती और वह एकवचन पुल्लिंग में ही प्रयुक्त होती है। नीचे दिए गए वाक्यों में 'ने' लगाकर उन्हें दुबारा लिखिए -
(क) घोड़ा पानी पी रहा था।
(ख) बच्चे दशहरे का मेला देखने गए।
(ग) रॉबिनहुड गरीबों की मदद करता था।
(घ) देशभर के लोग उसकी प्रशंसा कर रहे थे।
(क) घोड़े ने पानी पिया।
(ख) बच्चों ने दशहरे का मेला देखा।
(ग) रॉबिनहुड ने गरीबों की मदद की।
(घ) देशभर के लोगों ने उसकी प्रशंसा की।
निम्नलिखित वाक्यों में उचित विराम- चिह्न लगाइए-
(क) कर्नल ने कहा सिपाहियों इस पर नज़र रखो ये किस तरफ़ जा रहा है
(ख) सवार ने पूछा आपने इस मकाम पर क्यों खेमा डाला है इतने लावलश्कर की क्या ज़रूरत है
(ग ) खेमे के अंदर दो व्यक्ति बैठे बातें कर रहे थे चाँदनी छिटकी हुई थी और बाहर सिपाही पहरा दे रहे थे एक व्यक्ति कह रहा था दुश्मन कभी भी हमला कर सकता है
(क) कर्नल ने कहा- 'सिपाहियों! इस पर नजर रखो, ये किस तरफ जा रहा है?'
(ख) सवार ने पूछा- 'आपने इस मकाम पर क्यों खेमा डाला है? इतने लावलश्कर की क्या ज़रूरत है?'
(ग) खेमे के अंदर दो व्यक्ति बैठे बातें कर रहे थे। चाँदनी छिटकी हुई थी और बाहर सिपाही पहरा दे रहे थे। एक व्यक्ति कह रहा था- 'दुश्मन कभी भी हमला कर सकता है।'
‘कारतूस’ कहानी में वजीर अली को एक बहादुर, साहसी और निडर व्यक्तित्व व कारनामों वाले व्यक्ति के रुप में दर्शाया गया है| वजीर अली अवध के नवाब आसिफ़ उद्दौला का पुत्र था। ईस्ट इंडिया कंपनी ने उसे शासन से वचिंत कर उसके चाचा को उसका राज्य को सौंप दिया था। तब से वह अंग्रेजों का कट्टर विरोधी हो गया था। उसका यही उद्देश्य था कि अंग्रेजों को अपने देश से निकाल बाहर करना। वह इतना बहादुर व निडर व्यक्ति था कि अकेले ही अंग्रेजी सेना के खेमे में घुसकर अंग्रेजी अफ़सर से कारतूस प्राप्त कर लिया। उसकी बहादुरी के आगे वह अफ़सर भी नतमस्तक हो गया था। उसे किसी की गुलामी पसंद नहीं थी। वह कायर नहीं था। अपने आत्मसम्मान की रक्षा के लिए उनसे कंपनी के वकील तक की हत्या कर दी थी। उसका विशाल व्यक्तित्व ही था कि उसके विरोधी भी उसकी तारीफ करते थे।
वजीर अली कौन था? उसके चरित्र की क्या विशेषताएं हैं? अपने शब्दों में सोदाहरण स्पट कीजिए।
‘कारतूस’ कहानी में वजीर अली को एक बहादुर, साहसी और निडर व्यक्तित्व व कारनामों वाले व्यक्ति के रुप में दर्शाया गया है| वजीर अली अवध के नवाब आसिफ़ उद्दौला का पुत्र था। ईस्ट इंडिया कंपनी ने उसे शासन से वचिंत कर उसके चाचा को उसका राज्य को सौंप दिया था। तब से वह अंग्रेजों का कट्टर विरोधी हो गया था। उसका यही उद्देश्य था कि अंग्रेजों को अपने देश से निकाल बाहर करना। वह इतना बहादुर व निडर व्यक्ति था कि अकेले ही अंग्रेजी सेना के खेमे में घुसकर अंग्रेजी अफ़सर से कारतूस प्राप्त कर लिया। उसकी बहादुरी के आगे वह अफ़सर भी नतमस्तक हो गया था। उसे किसी की गुलामी पसंद नहीं थी। वह कायर नहीं था। अपने आत्मसम्मान की रक्षा के लिए उनसे कंपनी के वकील तक की हत्या कर दी थी। उसका विशाल व्यक्तित्व ही था कि उसके विरोधी भी उसकी तारीफ करते थे।
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