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कारतूस

Question
CBSEENHN10002649

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए- 
सआदत अली को अवध के तख्त पर बिठाने के पीछे कर्नल का क्या मकसद था?

Solution

सआदत अली और कर्नल दोस्त थे। सआदत अली को कर्नल पर विश्वास भी था। सआदत अली को ऐशों आराम की जिंदगी बिताना पसंद था इसलिए वह खुद तो ऐशो आराम की जिंदगी बिताएगा साथ ही दोस्त और विश्वासपात्र होने के कारण कर्नल की जिंदगी भी बड़े आराम से गुजरेगी। इस तरह सआदत अली को अवध के तख़्त पर बिठाने के पीछे कर्नल का मकसद अवध की धन-दौलत पर कब्ज़ा करना था।

Some More Questions From कारतूस Chapter

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए- 
लेफ़्टीनेंट को ऐसा क्यों लगा कि कंपनी के खिलाफ़ सारे हिंदुस्तान में एक लहर दौड़ गई है?

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए- 
वज़ीर अली ने कंपनी के वकील का कत्ल क्यों किया? 

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए- 
सवार ने कर्नल से कारतूस कैसे हासिल किए?

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए- 
वज़ीर अली एक जाँबाज़ सिपाही था, कैसे? स्पष्ट कीजिए।

निम्नलिखित के आशय स्पष्ट कीजिए−
मुट्ठीभर आदमी और इतना दमखम।

निम्नलिखित के आशय स्पष्ट कीजिए−
गर्द तो ऐसे उड़ रही है जैसे कि पूरा एक काफ़िला चला आ रहा हो मगर मुझे तो एक ही सवार नज़र आता है।

निम्नलिखित शब्दों का एक-एक पर्याय लिखिए−
खिलाफ़, पाक, उम्मीद, हासिल, कामयाब, वजीफ़ा, नफ़रत, हमला, इंतेज़ार, मुमकिन।

निम्नलिखित मुहावरों का अपने वाक्यों में प्रयोग कीजिए-
आँखों में धूल झोंकना, कूट-कूट कर भरना, काम तमाम कर देना, जान बख्श देना, हक्का-बक्का रह जाना।

कारक वाक्य में संज्ञा या सर्वनाम का क्रिया के साथ संबंध बताता है। निम्नलिखित वाक्यों में कारकों को रेखांकित कर उनके नाम लिखिए−
(क) जंगल की ज़िंदगी बड़ी खतरनाक होती है।
(ख) कंपनी के खिलाफ़ सारे हिंदुस्तान में एक लहर दौड़ गई।
(ग) वज़ीर को उसके पद से हटा दिया गया।
(घ) फ़ौज के लिए कारतूस की आवश्यकता थी।
(ङ) सिपाही घोड़े पर सवार था।

क्रिया का लिंग और वचन सामान्यत: कर्ता और कर्म के लिंग और वचन के अनुसार निर्धारित होता है। वाक्य में कर्ता और कर्म के लिंग, वचन और पुरुष के अनुसार जब क्रिया के लिंग, वचन आदि में परिवर्तन होता है तो उसे अन्विति कहते हैं।
क्रिया के लिंग, वचन में परिवर्तन तभी होता है जब कर्ता या कर्म परसर्ग रहित हों;
जैसे- सवार कारतूस माँग रहा था? (कर्ता के कारण)
सवार ने कारतूस माँगे? (कर्म के कारण)
कर्नल ने वज़ीर अली को नहीं पहचाना? (यहाँ क्रिया कर्ता और कर्म किसी के भी कारण प्रभावित नहीं है)
अत: कर्ता और कर्म के परसर्ग सहित होने पर क्रिया कर्ता और कर्म में से किसी के भी लिंग और वचन से प्रभावित नहीं होती और वह एकवचन पुल्लिंग में ही प्रयुक्त होती है। नीचे दिए गए वाक्यों में 'ने' लगाकर उन्हें दुबारा लिखिए -
(क) घोड़ा पानी पी रहा था।
(ख) बच्चे दशहरे का मेला देखने गए।
(ग) रॉबिनहुड गरीबों की मदद करता था।
(घ) देशभर के लोग उसकी प्रशंसा कर रहे थे।