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आबादी बढ़ने के कारण स्थान का अभाव हो रहा था, लगातार बढ़ती आबादी की आवास की समस्या से निपटने के लिए बड़े-बड़े बिल्डर समुद्र को पीछे धकेल रहे थे।
लेखक का घर पहले ग्वालियर में था और बाद में वे बम्बई में वर्सोवा नामक स्थान में रहने लगे।
लेखक के अनुसार एकल परिवारों का चलन होने के कारण जीवन डिब्बों जैसे घरों में सिमटने लगा है।
कबूतर के घोंसले में दो अंडे थे। एक बिल्ली ने तोड़ दिया था दूसरा बिल्ली से बचाने के चक्कर में माँ से टूट गया। कबूतर इससे परेशान होकर इधर-उधर फड़फड़ा रहे थे।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
अरब में लशकर को नूह के नाम से क्यों याद करते हैं?
अरब में लशकर को नूह नाम से याद करने का कारण यह है क्योंकि वे हमेशा दूसरों के दुःख में दुखी रहते थे। एक बार उन्होंने एक जख्मी कुत्ते को दुत्कार दिया था और इसी कारण वे उम्र-भर रोते रहे थे। नूह को पैगम्बर या ईश्वर का दूत भी कहा गया है। उनके मन में करूणा होती थी।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
लेखक की माँ किस समय पेड़ों के पत्ते तोड़ने के लिए मना करती थीं और क्यों?
लेखक की माँ दिन छिपने या सूरज ढलने के बाद पेड़ों के पत्ते तोड़ने के लिए मना करती थीं क्योंकि उनका मानना था कि ऐसा करते समय वे रोते हैं और हमें बददुआ देते हैं। रात में फूल तोड़ने पर वे श्राप देते हैं।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
प्रकृति में आए असंतुलन का क्या परिणाम हुआ?
गर्मी में ज्यादा गर्मी, बेवक्त की बरसातें, जलजले, सैलाब, तूफ़ान और नित नए रोग ये सारे प्रकृति में आए असंतुलन का परिणाम हैं।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
लेखक की माँ ने पूरे दिन रोज़ा क्यों रखा?
लेखक के घर एक कबूतर का घोंसला था जिसमें दो अंडे थे। एक अंडा बिल्ली ने झपट कर तोड़ दिया, दूसरा अंडा बचाने के लिए माँ उतारने लगीं तो टूट गया। इस पर उन्हें दुख हुआ। माँ ने प्रायश्चित के लिए पूरे दिन रोज़ा रखा और नमाज़ पढ़कर माफी माँगती रहीं
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
लेखक ने ग्वालियर से बंबई तक किन बदलावों को महसूस किया? पाठ के आधार पर स्पष्ट कीजिए।
लेखक ने ग्वालियर से बम्बई तक अनेक बदलावों को महसूस किया जैसे पहले बड़े-बड़े घर, आँगन और दालान होते थे। अब डिब्बे जैसे घर होते हैं, पहले सब मिलकर रहते थे अब सब अलग-अलग रहते हैं, इमारतें ही इमारतें हैं पशु-पक्षियों के रहने के लिए स्थान नहीं रहे,पहले अगर वे घोंसले बना लेते थे तो ध्यान रखा जाता था पर अब उनके आने के रास्ते बंद कर दिए जाते हैं।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
'डेरा डालने' से आप क्या समझते हैं? स्पष्ट कीजिए।
'डेरा डालने' का अर्थ है - अस्थाई रूप से बसना। आजकल पक्षियों को अपने घोसलें बनाने के लिए उपयुक्त जगह नहीं मिल पाती हैं इसलिए वे लोग इमारतों में ही अपना डेरा जमा लेते हैं।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
शेख अयाज़ के पिता अपने बाजू पर काला च्योंटा रेंगता देख भोजन छोड़ कर क्यों उठ खड़े हुए?
शेख अयाज़ के पिता अपने बाजू पर काला च्योंटा रेंगता देख भोजन छोड़ कर उस च्योंटे को कुएँ पर छोड़ने के लिए उठ खड़े हुए क्योंकि उनके अनुसार उन्होंने उस च्योंटे को घर से बेघर कर दिया था अत: बिना समय गवाँए वे उस च्योंटे को उसके घर अर्थात् कुएँ पर छोड़ आते हैं।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए−
बढ़ती हुई आबादी का पर्यावरण पर क्या प्रभाव पड़ा?
पर्यावरण असंतुलित होने का सबसे बड़ा कारण आबादी का बढ़ना है। बढ़ती हुई आबादी के कारण पर्यावरण असंतुलित हो गया है। आवासीय स्थलों को बढ़ाने के लिए वन, जंगल यहाँ तक कि समुद्रस्थलों को भी छोटा किया जा रहा है। पशुपक्षियों के लिए स्थान नहीं है। इन सब कारणों से प्राकृतिक का सतुंलन बिगड़ गया है और प्राकृतिक आपदाएँ बढ़ती जा रही हैं। कहीं भूकंप, कहीं बाढ़, कहीं तूफान, कभी गर्मी, कभी तेज़ वर्षा इन के कारण कई बिमारियाँ हो रही हैं। इस तरह पर्यावरण के असंतुलन का जन जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ा है।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए−
लेखक की पत्नी को खिड़की में जाली क्यों लगवानी पड़ी?
लेखक के घर में कबूतरों ने घोंसला बना रखा था। कबूतर अपने बच्चों की रखवाली के लिए बार-बार लेखक के घर में चले आते थे जिससे लेखक का घर और पुस्तकालय गंदा होते थे इसलिए कबूतरों से अपने घर के बचाव के लिए लेखक की पत्नी को खिड़की में जाली लगवानी पड़ी।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए−
समुद्र के गुस्से की क्या वजह थी? उसने अपना गुस्सा कैसे निकाला?
कई सालों से बिल्डर समुद्र को पीछे धकेल रहे थे और उसकी ज़मीन हथिया रहे थे। समुद्र सिमटता जा रहा था। समुद्र का लगातार सिमटना समुद्र के गुस्से की वजह थी। कई वर्षों से बड़े-बड़े बिल्डर समुद्र को पीछे धकेलकर उसकी जमीन पर कब्ज़ा कर रहे थे और बेचारा समुद्र लगातार अपना स्वरुप छोटा बनाते हुए सिमटता चला जा रहा था। पहले तो उसने अपनी टाँगों को समेटा, फिर उकडूँ बैठ गया फिर वह खड़ा हो गया। यह प्रकिया निरंतर चलती ही रही तो समुद्र को गुस्सा आ गया। जब उसे गुस्सा आया तो उसने गुस्से में अपनी लहरों पर दौड़ते तीन जहाज़ों को उठाकर तीन दिशाओं में फेंक दिया। एक वर्ली के समुद्र किनारे, दूसरा बांद्रा में कार्टर रोड़ के सामने और तीसरा गेट-वे-ऑफ़ इंडिया पर गिरा।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए−
'मट्टी से मट्टी मिले,
खो के सभी निशान,
किसमें कितना कौन है,
कैसे हो पहचान'
इन पंक्तियों के माध्यम से लेखक क्या कहना चाहता है? स्पष्ट कीजिए।
इन पंक्तियों के माध्यम से लेखक यह कहना चाहता है कि सभी प्राणियों का निर्माण मिट्ठी से हुआ है। और अंत में इसी मिट्टी में हमें मिल जाना है अर्थात् सभी मनुष्य समान हैं। उनमें भेदभाव करना उचित नहीं हैं। यह पता नही रहता कि उस मिट्टी में कौन-कौन से मिट्टी मिली हुई है यानी मनुष्य में कितनी मनुष्यता है और कितनी पशुता यह किसी को पता नहीं होता। हमें मिलजुलकर आपसी सौहार्द से रहना चाहिए। पशु-पक्षियों को भी वही ईश्वर बनाता है जो इंसानों को बनाता है। जब सभी मनुष्यों में एक ही तत्त्व समाया हुआ है तो उनको अलग-अलग कर बताना उचित नहीं है। इसे पहचानने की कोशिश भी व्यर्थ है।
उपर्युक्त पंक्तियों का आशय यह है कि हर एक की अपनी सहनशक्ति की सीमा होती है फिर चाहे वह प्रकृति हो या इंसान। प्रकृति के साथ मनुष्य खिलवाड़ करता रहा है परन्तु प्रकृति की भी एक हद तक सहन करने की शक्ति होती है। उससे छेड़छाड़ का खामियाजा सबको भुगतना पड़ता है। इसका उदाहरण हमें कुछ वर्षों पहले समुद्र द्वारा फेकें गए तीन जहाजों के जरिए मिलता है। इसने तीन जहाजों को गेंद की तरह उछाल दिया था।
उपर्युक्त पंक्तियों का आशय यह है कि महान होने के कारण बड़े लोगों में अपनी इन्द्रियों को काबू करने की क्षमता होती है। महान तथा बड़े लोगों में क्षमा करने की प्रधानता होती है। किसी भी व्यक्ति की महानता क्रोध कर दण्ड देने में नहीं होती है बल्कि किसी की भी गलती को क्षमा करना ही महान लोगों की विशेषता होती है। समुद्र महान है। वह मनुष्य के खिलवाड़ को सहन करता रहा। पर हर चीज़ की हद होती है। एक समय उसका क्रोध भी विकराल रूप में प्रदर्शित हुआ। वैसे तो महान व्यक्तियों की तरह उसमें अथाह गहराई,शांति व सहनशक्ति है।
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उपर्युक्त पंक्तियों का आशय यह है कि बढ़ते शहरीकरण ने पक्षियों से उनके घर छीन लिए हैं, कुछ की तो जातियाँ ही नष्ट हो गईं। इसलिए कुछ पक्षियों ने अपने ठिकाने बदल दिए हैं या शहर की इमारतों में अपने नए ठिकाने बना लिए हैं।
उपर्युक्त पंक्तियों का आशय यह है कि इंसान हो या पशु-पक्षी सभी समान होते हैं। शेख अयाज़ के पिता बोले, नहीं, यह बात नहीं हैं। मैने एक घर वाले को बेघर कर दिया है। उस बेघर को कुएँ पर उसके घर छोड़ने जा रहा हूँ। इन पंक्तियों में उनकी यह भावना छिपी हुई थी कि वे पशु-पक्षियों की भावनाओं को समझते थे। वे चीटें को भी घर पहुँचाने जा रहे थे। उनके लिए मनुष्य पशु-पक्षी एक समान थे। वे किसी को भी तकलीफ नहीं देना चाहते थे।
उदाहरण के अनुसार निम्नलिखित वाक्यों में कारक चिन्हों को पहचानकर रेखांकित कीजिए और उनके नाम रिक्त स्थानों में लिखिए; जैसे
(क) माँ ने भोजन परोसा। कर्ता
(ख) मैं किसी के लिए मुसीबत नहीं हूँ। ...............
(ग) मैंने एक घर वाले को बेघर कर दिया। ...............
(घ) कबूतर परेशानी में इधर-उधर फड़फड़ा रहे थे। ................
(ङ) दरिया पर जाओ तो उसे सलाम किया करो। .................
(क) माँ ने भोजन परोसा। कर्ता
(ख) मैं किसी के लिए मुसीबत नहीं हूँ। संप्रदान
(ग) मैंने एक घर वाले को बेघर कर दिया। कर्म
(घ) कबूतर परेशानी में इधर-उधर फड़फड़ा रहे थे। अधिकरण
(ङ) दरिया पर जाओ तो उसे सलाम किया करो। अधिकरण
नीचे दिए गए शब्दों के बहुवचन रूप लिखिए -
चींटी, घोड़ा, आवाज़, बिल, फौज, रोटी, बिंदु, दीवार, टुकड़ा।
चींटी - चीटियाँ
घोड़ा - घोड़ें
आवाज़ - आवाज़ें
बिल - बिलों
फ़ौज - फ़ौजें
रोटी - रोटियाँ
बिंदु - बिन्दुओं
दीवार - दीवारें
टुकड़ा - टुकड़े
ध्यान दीजिए नुक्ता लगाने से शब्द के अर्थ में परिवर्तन हो जाता है। पाठ में 'दफा' शब्द का प्रयोग हुआ है जिसका अर्थ होता है-बार (गणना संबंधी), कानून संबंधी। यदि इस शब्द में नुक्ता लगा दिया जाए तो शब्द बनेगा ' दफ़ा ' जिसका अर्थ होता है - दूर करना, हटाना। यहाँ नीचे कुछ नुक्तायुक्त और नुक्तारहित शब्द दिए जा रहे हैं उन्हें ध्यान से देखिए और अर्थगत अंतर को समझिए।
सजा - सज़ा नाज - नाज़
जरा - ज़रा तेज - तेज़
निम्नलिखित वाक्यों में उचित शब्द भरकर वाक्य पूरे किजिए−
(क) आजकल .................. बहुत खराब है। (जमाना/ज़माना)
(ख) पूरे कमरे को .................. दो। (सजा/सज़ा)
(ग) ............. चीनी तो देना (जरा/ज़रा)
(घ) माँ दही ............... भूल गई। (जमाना/ज़माना)
(ङ) दोषी को ............ दी गई। (सजा/सज़ा)
(च) महात्मा के चेहरे पर................ था। (तेज/तेज़)
(क)आजकल ज़माना बहुत खराब है।(जमाना/ज़माना)
(ख) पूरे कमरे को सजा दो। (सजा/सज़ा)
(ग) ज़रा चीनी तो देना। (जरा/ज़रा)
(घ) माँ दही जमाना भूल गई। (जमाना/ज़माना)
(ङ) दोषी को सज़ा दी गई। (सजा/सज़ा)
(च) महात्मा के चेहरे पर तेज था। (तेज/तेज़)
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिएः
(क) अोचुमेलॉव की दो चारित्रिक विशेषताओं का अपने शब्दों में उल्लेख कीजिए।
(ख) 'अब कहाँ दूसरे के दुख से दुखी होने वाले' पाठ के आधार पर लिखिए कि समुद्र के गुस्से का क्या कारण था? उसने अपने गुस्सा कैसे व्यक्त किया?
(ग) सआदत अली कौन था? कर्नल उसे अवध के तख्त पर क्यों बिठाना चाहता था?
(क) ओचुमेलॉव की दो विशेषताएँ इस प्रकार हैं-
1. अवसरवादी- ओचुमेलॉव अवसरवादी व्यक्ति है।अवसर का लाभ उठाना उसे बेहद ही अच्छे तरीके से आता है | पहले वह ख्यूक्रिन के पक्ष में बोल रहा था परंतु जैसे ही उसे पता चला कि कुत्ता जनरल साहब का है, तो वह तुरंत को कुत्ते के पक्ष में बोलने लगता है |
2. चापलूस- ओचुमेलॉव एक चापलूस व्यक्ति है।जब तक वह इस सच से अनजान था कि कुत्ता जनरल साहब का नहीं है, तब तक वह कुत्ते के मालिक को सज़ा दिलाने के लिए तैयार था। परन्तु जनरल साहब का कुत्ता होने की बात पता चलने पर जनरल साहब के प्रति वफादर हो जाता है और कुत्ते को सकुशल घर भिजवा देता है।
(ख) कई सालों से बिल्डर समुद्र को पीछे धकेल रहे थे और उसकी जमीन हथिया रहे थे अब समुद्र की सीमा सिमटती जा रही थी| उसने अपनी टांगें समेटी फिर आकर बैठा फिर खड़ा हो गया फिर भी जगह कम पड़ने लगी तू समुद्र गुस्से में आ गया | उसने तीन जहाज फेक दिए|
(ग) सआदत अली वज़ीर अली का चाचा और नवाब आसिफउदौला का भाई था। सआदत अली अंग्रेज़ों का चमचा था। अंग्रेज़ जानते थे कि यदि अवध को अपने अधिकार में लेना है, तो सआदत अली का तख्त पर बैठना आवश्यक है। वज़ीर अली के रहते अवध को अपने कब्जे में लेना संभव नहीं था। यही कारण था कि वह सअादत अली को तख्त पर बैठाना चाहते थे।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए ?
(क) 'अब कहाँ दूसरे के दुख से दुखी होने वाले' पाठ में समुद्र के गुस्से का क्या कारण था? उसने अपना गुस्सा कैसे शांत किया?
(ख) 'कारतूस' पाठ के आधार पर लिखिए कि सआदत अली कौन था? उसने वज़ीर अली की पैदाइश को अपनी मौत क्यों समझा?
(ग) 'गिरगिट' पाठ के आधार पर लिखिए कि इंस्पेक्टर ओचुमेलॉव ख्यूक्रिन पर क्यों झुँझला रहा था?
(क)कई सालों से बिल्डर समुद्र को पीछे धकेल रहे थे और उसकी ज़मीन हथिया रहे थे। समुद्र सिमटता जा रहा था। उसने पहले टाँगें समेटी फिर उकडू बैठा फिर खड़ा हो गया। फिर भी जगह कम पड़ने लगी तो वह गुस्सा हो गया। उसने तीन जहाज फेंक दिए। एक वार्ली के समुद्र के किनारे, दूसरा बांद्रा मे कार्टर रोड के सामने और तीसरा गेट वे ऑफ इंडिया पर टूट फूट गया।
(ख) सआदत अली वज़ीर अली का चाचा और नवाब आसिफउदौला का भाई था। जब तक आसिफउदौला के कोई सन्तान नहीं थी, सआदत अली की नवाब बनने की पूरी सम्भावना थी। कुछ समय बाद वज़ीर अली का जन्म हुआ, तो उसके सपनों पर पानी फिर गया। यही कारण है कि उसने वज़ीर अली की पैदाइश को अपनी मौत समझा।
(ग) ओचुमेलॉव जानता था कि ख्यूक्रिन की कोई गलती नहीं है। जनरल के कुत्ते ने उसी उँगली पर काटा था। आरंभ में उसने ख्यूक्रिन से वादा किया था कि वह उसको न्याय अवश्य दिलाएगा। कुछ समय बाद उसे जैसे ही पता चला कि कुत्ता जनरल का है, तो वह घबरा गया। अब वह स्वयं की कही बातों में फंस गया था। ख्यूक्रिन उसे बार-बार न्याय दिलाने की बात कर रहा था, उससे पीछे छुड़ाने के लिए वह उस पर झुँझला उठा। यदि वह ख्यूक्रिन पर नहीं झुँझलाता, तो ख्यूक्रिन उसके गले की हड्डी बन जाता। इस तरह ख्यूक्रिन पर झुँझलाकर उससे पीछा छुड़ा लिया और जनरल के क्रोध से भी बच गया।
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