Bharat Ki Khoj Chapter 7 अंतिम दौर-दो
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    NCERT Solution For Class 8 Hindi Bharat Ki Khoj

    अंतिम दौर-दो Here is the CBSE Hindi Chapter 7 for Class 8 students. Summary and detailed explanation of the lesson, including the definitions of difficult words. All of the exercises and questions and answers from the lesson's back end have been completed. NCERT Solutions for Class 8 Hindi अंतिम दौर-दो Chapter 7 NCERT Solutions for Class 8 Hindi अंतिम दौर-दो Chapter 7 The following is a summary in Hindi and English for the academic year 2021-2022. You can save these solutions to your computer or use the Class 8 Hindi.

    Question 1
    CBSEENHN8001879

    प्रथम विश्व युद्ध के आरंभ में भारतीय राजनीति उतार पर क्यों थी?

    Solution
    प्रथम विश्व युद्ध के आरंभ में भारतीय राजनीति उतार पर थी क्योंकि कांग्रेस के विचार। में टकराव होने के कारण कांग्रेस दो टुकड़ों नरम दल व गरम दल में विभाजित हो गई। दूसरी ओर युद्ध काल में सरकार द्धारा लोगों पर कई कानून भी थोपे गए थे जो आगे बढ़ने में बाधक थे।
    Question 2
    CBSEENHN8001883

    विश्व युद्ध की समाप्ति पर क्या हुआ?

    Solution
    विश्व युद्ध के दौरान भारतीयों का इस्तेमाल करने के लिए सरकार ने बहुत वायदे किए थे और लोगों को इस बात की आशा थी कि अब जीवन में राहत व प्रगति के क्षण आएँगे लेकिन युद्ध समाप्त होते ही सरकार ने तो दमनकारी कानूनों का निर्माण कर पंजाब में ‘मार्शल लॉ’ भी घोषित किया जिससे लोगों की उम्मीदों पर पानी फिर गया।
    Question 3
    CBSEENHN8001884

    मार्शल लॉ क्या था?

    Solution
    मार्शल लॉ ब्रिटिश सरकार द्धारा बनाया गया एक ऐसा कानून था जिसमें किसी भी व्यक्ति को किसी भी समय बिना पुलिस व न्यायालय की इजाजत के गोली का निशाना बनाया जा सकता था।
    Question 4
    CBSEENHN8001885

    भारतीय जनता किस-किस के भय में जीवन जी रही थी?

    Solution
    ब्रिटिश सरकार ने चारों ओर खौफ़नाक वातावरण बनाया था, इसी कारण भारतीय जनता व्यापक दमनकारी, दमघोंटू वातावरण, सेना का, पुलिस का, खुफ़िया विभाग का, अफ़सरों व जमींदारों का, साहूकारों का, बेकारी व भुखमरी के भय तले जीवन जी रही थी।
    Question 5
    CBSEENHN8001886

    गाँधी जी के संदेश ‘डरो मत’ का जनता पर क्या प्रभाव पड़ा ?

    अथवा

    गाँधी जी के विचारों से क्या मनोवैज्ञानिक बदलाव आया?

    Solution
    गाँधी जी के संदेश ‘डरो मत’ से लोगों का ब्रिटिश सरकार के प्रति भय कम हो गया। अब वे डरकर या छिपकर काम कम करने लगे जिससे उनमें काफी परिवर्तन आया। वे कार्यों की और अग्रसर हुए। यह एक मनौवैज्ञानिक बदलाव था।
    Question 10
    CBSEENHN8001897

    गाँधी जी ने कांग्रेस में प्रविष्ट होते ही क्या परिवर्तन किया? ऐसा करने का उनका उद्देश्य क्या था?

    Solution

    गाँधी जी ने कांग्रेस में प्रविष्ट होते ही उसके संविधान में परिवर्तन किया। उन्होंने लोकतांत्रिक और लीक संगठन बनाया। उसमें किसानों व मजदूरों को पूरा स्थान दिया। इससे आम जनता भी कांग्रेस का हिस्सा बनी।

    ऐसा करने का उनका उद्देश्य था सरकार को अहसास दिलाना कि केवल नेता ही नहीं भारत की आम जनता भी उनके विरुद्ध है और स्वतंत्रता हेतु सतर्क है।

    Question 11
    CBSEENHN8001898

    गाँधी जी का उद्देश्य क्या था?

    Solution
    गाँधी जी का उद्देश्य था लोगों को प्रेरित करके उनमें सक्रियता का भाव जागृत करना।
    Question 12
    CBSEENHN8001899

    गाँधी जी की कार्यपद्धति क्या थी?

    Solution
    गाँधी जी की कार्यपद्धति अहिंसात्मक थी, उसमें हिंसा हेतु लेशमात्र भी स्थान न था। उनके काम करने का तरीका पूर्णतया शांतिपूर्वक था लेकिन जिस बात को गलत समझा जाता था उसके आगे सिर झुकाना भी उन्होंने मंजूर नहीं किया। उन्होंने लोगों को पदवियाँ छोड़ने हेतु प्रेरित किया। गाँवों-गाँवों में कर्म का संदेश पहुँचाना चाहा। सत्य और अहिंसा दो उनके हथियार थे। सविनय अवज्ञा आदोलन व असहयोग आंदोलन उन्हीं की देख-रेख में भारत में चले जिन्होंने अंग्रेज़ी सरकार की जड़ें उखाड़कर रख दीं।
    Question 13
    CBSEENHN8001900

     गाँधी जी की सक्रियता को दोहरा आह्वान क्यों माना गया?

    Solution
    गाँधी जी की सक्रियता को दोहरा आह्वान माना गया क्योंकि एक ओर तो उनका लक्ष्य था विदेशी शासन की चुनौती देना और दूसरी ओर सामाजिक बुराइयों के विरुद्ध लड़कर देश की समस्याओं को हल करना व दलित जातियों को ऊपर उठाने के साथ छुआछूत के अभिशाप को समाप्त करना।
    Question 14
    CBSEENHN8001901

    गाँधी जी की धर्म संबंधी अवधारणा क्या थी?

    Solution
    गाँधी जी मूलत: हिंदू धर्म को मानने वाले थे। उनका किसी सिद्धांत, परंपरा या कर्मकांड से कोई संबध नहीं था। वे नैतिक नियमों में विश्वास करते थे। वे सत्य और अहिंसा में विश्वास करते थे। वे नैतिक नियमों की सत्ता भी उसी रूप में मानते थे जिस रूप में उन्हें स्वीकार करते थे।
    Question 15
    CBSEENHN8001903

    गाँधी जी की कथनी और करनी में मेल था। कैसे?

    Solution
    गाँधी जी की कथनी और करनी में मेल था अर्थात् जो कहते थे वही करके भी दिखाते थे। ऐसा इसलिए सत्य है क्योंकि अपने विचारों की शुरुआत वे स्वयं अपने से करते थे।
    Question 16
    CBSEENHN8001905

    गाँधी जी के सपनों का भारत कैसा था?

    Solution
    गाँधी जी के सपनों का भारत-गाँधी जी का मानना था कि ‘‘मैं एक ऐसे भारत के लिए काम करूँगा जिसमें गरीब-से-गरीब व्यक्ति भी यह महसूस करेगा कि यह उसका देश है जिसके निर्माण में उसकी आवाज़ प्रभावी है। एक ऐसा भारत जिसमें लोगों के ऊँच-नीच वर्ग नहीं होंगे। ऐसा भारत जिसमें सब जातियाँ पूरे समभाव से रहेंगी ... एस भारत में छुआछूत या नशीली मदिरा और दवाइयों के अभिशाप के लिए कोई जगह नहीं होगी ... स्त्रियों को पुरुषों के समान अधिकार होंगे ... यही मेरे सपनों का भारत है।’’
    Question 17
    CBSEENHN8001906

    गाँधी जी के प्रति लोग सम्मोहित क्यों होते थे?

    अथवा

    गाँधी जी ने कैसे मनोवैज्ञानिक क्रांति आरंभ की?

    Solution

    गाँधी जी जैसे तेजस्वी व्यक्तित्व ने अपने विचारों से भारत की सामान्य जनता को चुंबक की भाँति सम्मोहित किया। वे उनके लिए अतीत के साथ भविष्य को जोड़ने वाली कड़ी बन गए।

    उन्होंने अपने अनुयायियों को ही नहीं बल्कि विरोधियों व तटस्थ रहने वाले लोगों को भी अपनी विचारधारा सं झकझोर डाला और देश के लिए सोचने पर मजबूर कर दिया। यही उनकी मनोवैज्ञानिक क्रांति थी।

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    Question 22
    CBSEENHN8001916

    भारत में कभी जातीय सवाल क्यों नहीं उठे थे?

    Solution
    भारत में हिंदू, मुस्लिम, सिख व ईसाई सभी जातियों के लोग समान रूप से रहते थे। इसलिए कभी जातीय सवाल नहीं उठे थे।
    Question 23
    CBSEENHN8001918

    स्वाधीनता प्राप्ति के अंतिम पड़ाव में राजनीतिक मामलों का स्थान सांप्रदायिकता ने कैसे ले लिया?

    Solution
    स्वाधीनता प्राप्ति के अंतिम पड़ाव में अंग्रेज़ों ने ऐसी चाल चली कि मुसलमानों ने अपने आप को कांग्रेस से ही अलग करना चाहा। अंग्रेज़ों के फूट डालने के कारण ही भारत दो राष्ट्रों भारत और पाकिस्तान में बँट गया।
    Question 24
    CBSEENHN8001919

    कांग्रेस किन दो विचारों पर अडिग थी?

    Solution
    कांग्रेस राष्ट्रीय एकता और लोकतंत्र की भावना पर अडिग थी।
    Question 25
    CBSEENHN8001920

     मुसलमानों को अलग धार्मिक गुट निर्मित करने में किस नेता ने पूर्ण सहयोग दिया?

    Solution
    मुसलमानों को अलग धार्मिक गुट निर्मित करने में मिस्टर जिन्ना ने पूरा सहयोग दिया। उन्होंने ही बिटिश सरकार के समक्ष दो राष्ट्रों भारत और पाकिस्तान का प्रस्ताव रखा।
    Question 26
    CBSEENHN8001921

    कांग्रेस किस प्रयास में असफल रही?

    Solution
    कांग्रेस ने बहुत प्रयास किया कि सांप्रदायिक तत्त्वों को राजनीतिक में न लाया जाए लेकिन मुस्लिम लीग ने सहयोग न किया और कांग्रेस राष्ट्रीय एकता कायम रखने में असफल रही।
    Question 27
    CBSEENHN8001923

    स्वतंत्रता प्राप्ति हेतु मिस्टर जिन्ना के क्या विचार थे?

    Solution
    मिस्टर जिन्ना ने स्वतंत्रता की माँग को नया मोड़ दे दिया। उन्होंने अपना विचार दिया कि भारत में दो राष्ट्र हैं हिंदू और मुसलमान। इसी विचारधारा से पाकिस्तान व भारत के विभाजन की अवधारणा का विकास हुआ। जिसका परिणाम यह निकला कि स्वतंत्रता मिलते ही भारत दो टुकड़ों में बँट गया।
    Question 28
    CBSEENHN8001924

    क्या जिन्ना के विचार सही थे?

    Solution
    जिन्ना के विचार सही नहीं थे। उनके विचारों से केवल पाकिस्तान व भारत की अवधारणा का विकास हुआ। लेकिन उससे ‘दो राष्ट्रों’ की समस्या का हल नहीं हुआ, क्योंकि हिंदू व मुसलमान तो पूरे देश में थे।

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