Sponsor Area
गाँधी जी के संदेश ‘डरो मत’ का जनता पर क्या प्रभाव पड़ा ?
अथवा
गाँधी जी के विचारों से क्या मनोवैज्ञानिक बदलाव आया?
B.
नरम दल और गरम दलA.
किसी भी व्यक्ति को किसी भी समय बिना पुलिस व न्यायालय की इज़ाज़त के गोली का निशाना बनाया जा सकता है।आत्मनिर्भर बनने का
A.
सत्य, निर्भय व कर्म कागाँधी जी ने कांग्रेस में प्रविष्ट होते ही उसके संविधान में परिवर्तन किया। उन्होंने लोकतांत्रिक और लीक संगठन बनाया। उसमें किसानों व मजदूरों को पूरा स्थान दिया। इससे आम जनता भी कांग्रेस का हिस्सा बनी।
ऐसा करने का उनका उद्देश्य था सरकार को अहसास दिलाना कि केवल नेता ही नहीं भारत की आम जनता भी उनके विरुद्ध है और स्वतंत्रता हेतु सतर्क है।
गाँधी जी के प्रति लोग सम्मोहित क्यों होते थे?
अथवा
गाँधी जी ने कैसे मनोवैज्ञानिक क्रांति आरंभ की?
गाँधी जी जैसे तेजस्वी व्यक्तित्व ने अपने विचारों से भारत की सामान्य जनता को चुंबक की भाँति सम्मोहित किया। वे उनके लिए अतीत के साथ भविष्य को जोड़ने वाली कड़ी बन गए।
उन्होंने अपने अनुयायियों को ही नहीं बल्कि विरोधियों व तटस्थ रहने वाले लोगों को भी अपनी विचारधारा सं झकझोर डाला और देश के लिए सोचने पर मजबूर कर दिया। यही उनकी मनोवैज्ञानिक क्रांति थी।
Sponsor Area
A.
भारत के सभी लोगों को प्रेरित करके उनमें सक्रियता का भाव भरनाC.
कर्म में विश्वास व नैतिक मूल्यों को माननाB.
भारत में हिंदू, मुसलिम, सिक्स व ईसाई को समान महत्त्व दिया जाता था।B.
अंग्रेज़ों की गलत नीतियों जिनके आधार पर कांग्रेस में ही फूट पड़ गई। भारत दो राष्ट्रों भारत और पाकिस्तान में बँट गया।B.
राष्ट्रीय एकता और लोकतंत्र की भावना परC.
मिस्टर जिन्ना ने धरती के दो टुकड़े तो करवा दिए लेकिन हिंदू-मुसलमानों को अलग-अलग करने में असफल रहे।Sponsor Area
Sponsor Area