भारत और समकालीन विश्‍व 2 Chapter 4 भूमंडलीकृत विश्‍व का बनना
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    NCERT Solution For Class 10 सामाजिक विज्ञान भारत और समकालीन विश्‍व 2

    भूमंडलीकृत विश्‍व का बनना Here is the CBSE सामाजिक विज्ञान Chapter 4 for Class 10 students. Summary and detailed explanation of the lesson, including the definitions of difficult words. All of the exercises and questions and answers from the lesson's back end have been completed. NCERT Solutions for Class 10 सामाजिक विज्ञान भूमंडलीकृत विश्‍व का बनना Chapter 4 NCERT Solutions for Class 10 सामाजिक विज्ञान भूमंडलीकृत विश्‍व का बनना Chapter 4 The following is a summary in Hindi and English for the academic year 2021-2022. You can save these solutions to your computer or use the Class 10 सामाजिक विज्ञान.

    Question 1
    CBSEHHISSH10018385

    सत्रहवीं सदी से पहले होने वाले आदान-प्रदान के दो उदहारण दीजिये। एक उदहारण एशिया से और एक उदहारण अमेरिका महाद्वीपों के बारे में चुनें।  

    Solution

    सत्रहवीं सदी से पहले एशिया और अमेरिका में होने वाले आदान-प्रदान निम्न थे:
    (i) सिल्क मार्ग के रास्ते चीन में रेशम व भारत से मसालों का पश्चिमी देशों का निर्यात किया जाता था और पश्चिमी देशों में सोना, चाँदी जैसी कीमती धातुएँ चीन तथा भारत आयी थीं।
    (ii) आलू, सोया, मूंगफली, मक्का, टमाटर, मिर्च, सकरकंद, आदि खाद्य पदार्थ अमेरिका में पैदा होते थे जिन्हें आज सारे विश्व में खाया जाता है।

    Question 2
    CBSEHHISSH10018386

    बताएँ की पूर्व-आधुनिक विश्व में बीमारियों के वैश्विक प्रसार ने अमेरिकी भूभागों के उपनिवेशीकरण में किस प्रकार मदद दी।

    Solution

    सोलहवीं सदी के मध्य तक आते-आते पुर्तगाली और स्पेनिश सेनाओं की विजय का सिलसिला शुरू हो चूका था।

    (i) स्पेनिश विजेताओं के सबसे शक्तिशाली हथियारों में परंपरागत क़िस्म का सैनिक हथियार तो कोई था ही नहीं। यह हथियार तो चेचक जैसे कीटाणु थे जो स्पेनिश सैनिकों और अफ़सरों के साथ वहाँ जा पहुँचे थे।

    (ii) लाखों साल से दुनिया से अलग-थलग रहने के कारण अमेरिका के लोगों के शरीर में यूरोप से आने वाली इन बीमारियों से बचने की रोग-प्रतिरोधी क्षमता नहीं थीं।

    (iii) फलस्वरूप, इस नए स्थान पर चेचक बहुत मारक साबित हुआ। एक बार शंक्रमण शुरू होने के बाद तो यह बीमारी पुरे महाद्वीप में फैल गई।

    (iv) इसने पूरे के पूरे समुदायों को खत्म कर डाला। इस तरह घुसपैठियों की जीत का रास्ता आसान होता चला गया।

    (v) बंदूकों को तो खरीद कर या छीन कर हमलावरों के ख़िलाफ़ भी इस्तेमाल किया जा सकता था। पर चेचक जैसी बीमारियों के मामले में तो ऐसा नहीं किया जा सकता था क्योंकि हमलावरों के पास उससे बचाव का तरीका भी था और उनके शरीर में रोग प्रतिरोधी क्षमता भी विकसित हो चुकी थीं।

    Question 3
    CBSEHHISSH10018387

    निम्नलिखित के प्रभावों की व्याख्या करते हुए संक्षिप्त टिप्पणियाँ लिखें:
    कॉर्न लॉ के समाप्त करने के बारे में ब्रिटिश सरकार का फ़ैसला।

    Solution

    कॉर्न लॉ को समाप्त करने के ब्रिटिश सरकार के फैसले के प्रभाव:
    (i) कॉर्न लॉ के निरस्त हो जाने के बाद बहुत कम कीमत पर खाद्य पदार्थों का आयत किया जाने लगा। आयातित खाद्य पदार्थों की लागत ब्रिटेन में पैदा होने वाले खाद्य पदार्थों से कम थी।
    (ii) ब्रिटिश किसानों की हालत बिगड़ने लगी क्योंकि वे आयातित माल की क़ीमत का मुक़ाबला नहीं कर सकते थे। विशाल भू-भागों पर खेती बंद हो गई। हज़ारो लोग बेरोज़गार हो गए।
    (iii) गाँवों से उजड़ कर वे या तो शहरों में या दूसरे देशों में जाने लगे। जब खाद्य पदार्थों की कीमतों में गिरावट आई तो ब्रिटेन में उपभोग का स्तर बढ़ गया।

    Question 4
    CBSEHHISSH10018388

    निम्नलिखित के प्रभावों की व्याख्या करते हुए संक्षिप्त टिप्पणियाँ लिखें:
    अफ़्रीका में रिंडरपेस्ट का आना।

    Solution

    अफ़्रीका में रिंडरपेस्ट का आना:
    (i) अफ्रीका के पूर्वी हिस्से में महाद्वीप में दाखिल होने वाली यह बीमारी 'जंगल की आग' की तरह पश्चिमी अफ्रीका की तरफ़ बढ़ने लगी। 1892 में यह अफ़्रीका के अटलांटिक तक जा पहुँची। पाँच साल बाद यह केप (अफ़्रीका का धुर दक्षिणी हिस्सा) तक भी पहुँच गई। रिंडरपेस्ट ने अपने रास्ते में आने वाले 90 प्रतिशत मवेशियों को मौत की नींद सुला दिया।
    (ii) पशुओं के खत्म हो जाने से तो अफ्रीका के रोज़ी- रोटी के साधन ही खत्म हो गए। अपनी सत्ता को और मज़बूत करने तथा अफ़्रीकियों को श्रम बाज़ार में ढकेलने के लिए वहाँ के बागान मालिकों, खान मालिकों और औपनिवेशिक सरकारों ने बचे-खुचे पशु भी अपने क़ब्ज़े में ले लिए।
    (iii) बचे-खुचे पशु संसाधनों पर क़ब्ज़े से यूरोपीय उपनिवेशकारों को पूरे अफ़्रीका को जीतने व गुलाम बना लेने का बेहतरीन मौक़ा हाथ लग गया था।

    Question 5
    CBSEHHISSH10018521

    निम्नलिखित के प्रभावों की व्याख्या करते हुए संक्षिप्त टिप्पणियाँ लिखें:
    विश्वयुद्ध के कारण यूरोप में कामकाजी उम्र के पुरषों की मौत। 


      



    Solution

    प्रभाव:
    (i) मृतक और घायलों में से ज्यादातर कामकाजी उम्र के लोग थे। इस महाविनाश के कारण यूरोप में कामकाज के लायक लोगों की संख्या बहुत कम रह गई।
    (ii) परिवार के सदस्य घट जाने से युद्ध के बाद परिवारों की आय भी गिर गई।
    (iii) युद्ध की ज़रूरतों के मद्देनजर पूरे के पूरे समाजों को बदल दिया गया। मर्द मोर्चे पर जाने लगे तो उन कामों को सँभालने के लिए घर की औरतों को बाहर आना पड़ा जिन्हे अब तक केवल मर्दों का ही काम करना पड़ा काम माना जाता था।

     

    Question 6
    CBSEHHISSH10018522

    निम्नलिखित के प्रभावों की व्याख्या करते हुए संक्षिप्त टिप्पणियाँ लिखें:
    भारतीय अर्थव्यवस्था पर महामंदी का प्रभाव।




    Solution

    भारतीय अर्थव्यवस्था पर महामंदी के प्रभाव:
    (i) महामंदी ने भारतीय व्यापार को काफी प्रभावित किया। 1928 से 1934 के बीच देश के आयात-निर्यात घट कर लगभग आधे रह गए थे। जब अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में कीमतें गिरने लगीं तो यहाँ भी कीमतें नीचे आ गईं। 1928 से 1934 के बीच भारत में गेहूँ की कीमत 50% गिर गई।
    (ii) शरीर निवासियों के मुक़ाबले किसानों और काश्तकारों को ज़्यादा नुकसान हुआ। यद्धपि कृषि उत्पादों की कीमत तेजी से नीचे गिरी लेकिन सरकार ने लगान वसूली में छूट देने से साफ़ इंकार कर दिया। सबसे बुरी मार उन काश्तकारों पर पड़ीं जो विश्व बाज़ार के लिए उपज पैदा करते थे।
    (iii) पूरे देश में काश्तकार पहले से भी ज़्यादा क़र्ज़ में डूब गए। खर्चे पूरे करने के चक्कर में उनके बचत खत्म हो चुकी थी, ज़मीन सूदखोरों के पास गिरवी पड़ी थी, घर में जो भी गहने-ज़ेवर थे बिक चुके थे।


    Question 7
    CBSEHHISSH10018523

    निम्नलिखित के प्रभावों की व्याख्या करते हुए संक्षिप्त टिप्पणियाँ लिखें:
    बहुराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा अपने उत्पादन को एशियाई देशों में स्थानांतरित करने का फैसला।    



    Solution

    चीन जैसे देशों में वेतन तुलनात्मक रूप से कम थे। फलस्वरूप विश्व बाज़ारों पर अपना प्रभुत्व कायम करने के लिए प्रतिस्पर्धा कर रही विदेशी बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने वहाँ जमकर निवेश शुरू कर दिया। यहाँ पर नए उद्योगों की स्थापना हुई, रोज़गार के अवसर बढ़े और लोगों को आधुनिक जरूरत की वस्तुएँ टेलीविज़न, मोबाइल फ़ोन, कंप्यूटर और खिलौने आदि तुलनात्मक रूप से कम मूल्यों में प्राप्त होने लगे।
     उद्योगों को कम वेतन वाले देशों में ले जाने से वैश्विक व्यापर और पूँजी प्रवाहों पर भी असर पड़ा।  
      

    Question 8
    CBSEHHISSH10018524

    खाद्य उपलब्ध्ता पर तकनीक के प्रभाव को दर्शाने के लिए इतिहास से दो उदहारण दें।

     

    Solution

    तकनीकी विकास ने खाद्य उपलब्धता को सुगम और अति प्रभावी बना दिया। इसके दो उदहारण इस प्रकार हैं:-
    (i) यातायात और परिवहन साधनों में काफी सुधार किए गए। तेज़ चलने वाली रेलगाड़ियाँ बनाई गई है एवं बोगियों का भार भी कम किया गया। जलपोतों का आकार बढ़ाया गया जिससे किसी भी उत्पाद को खेतों से दूर-दूर के बाजारों में कम लागत पर और अधिक आसानी से पँहुचाया जा सके। 
    (ii) 1870 के दशक तक अमेरिका से यूरोप को मांस का निर्यात नहीं किया जाता था। उस समय तक अमेरिका से यूरोप को मांस का निर्यात नहीं किया जाता था। उस समय केवल ज़िंदा जानवर बहुत ज़्यादा घेरते थे। बहुत सारे तो लंबे सफ़र में मर जाते थे या बीमार पड़ जाते थे। बहुतों का वज़न गिर जाता था या वे खाने के लायक नहीं रह जाते थे। इसी वजह से मांस खाना एक महँगा सौदा था और यूरोप के ग़रीबो की पहुँच से बाहर था। दूसरी तरफ ऊँची कीमतों के कारण मांस उत्पादों की माँग और उत्पादन भी कम रहता था। नई तकनीक के आने पर यह स्थिति बदल गई। पानी के जहाज़ों में रेफ्रिजरेशन की तकनीक स्थापित कर दी गई जिससे जल्दी खराब होने वाली चीज़ों को भी लंबी यात्रा पर ले जाया जा सकता था।

    Question 9
    CBSEHHISSH10018525

    ब्रेटन वुड्स समझौते का क्या अर्थ है।

    Solution

    दितीय विश्वयुद्ध के पश्चात विश्व के औद्योगिक राष्ट्र के सामने विश्व अर्थव्यवस्था को स्थिरता प्रदान करने की एक चुनौती थी। इस चुनौती के लिए जुलाई 1944 में अमेरिका के न्यू हैंपशर के ब्रेटन वुड्स में एक सम्मेलन का आयोजन किया गया। सदस्य देशों के विदेशी व्यापार में लाभ और घाटे से निपटने के लिए ब्रेटन वुड्स सम्मेलन में ही अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की स्थापना की गई युद्धोत्तर पुनर्निर्माण के लिए पैसे का प्रबंध करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय पुनःनिर्माण एवं विकास बैंक (विश्व बैंक)का गठन किया गया। इसी कारण से विश्व बैंक और आई. एम. एफ. को ब्रेटन वुड्स संस्थान व्यवस्था या ब्रेटन वुड्स ट्विन भी कहा जाता है। इसी के आधार पर युद्धोत्तर अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक व्यवस्था को अक्सर ब्रेटन वुड्स व्यवस्था भी कहा जाता है।

    Question 10
    CBSEHHISSH10018526

    कल्पना कीजिए कि आप कैरीबियाई क्षेत्र में काम करने वाले गिरमिटिया मज़दूर हैं। इस अध्याय में दिए गए विवरणों के आधार पर अपने हालात और अपनी भावनाओं का वर्णन करते हुए अपने परिवार के नाम एक पत्र लिखें।

     

    Solution

    उत्तम नगर
    01 मई, 2017
    आदरणीय पिता जी, 

    मैं यहाँ पर सकुशल हूँ और आशा करता हूँ कि आप भी परिवार सहित सकुशल होंगे। मैं यहाँ पर एक अनुबंधित श्रमिक के रूप में इसलिए आया था ताकि मैं अपने घर की आर्थिक स्थिति सुधार सकूँ। लेकिन जो हमें भारत में वायदे किए गए थे यहाँ ऐसा कुछ नहीं है, यहाँ का जीवन तो कुछ और ही है।

    यहाँ भोजन, स्वास्थ्य और सोने के लिए मकान आदि का कोई प्रबंध नहीं है। यहाँ मुझे क्षमता से अधिक काम करना पड़ता है, वेतन भी बहुत कम मिलता है। अगर कोई गलती हो जाती है तो जुर्माना देना पड़ता है। कभी-कभी सज़ा भी सेहन करनी पड़ती है। यहाँ मेरा जीवन कष्टमय और नारकीय है। अनुबंध खत्म होते ही मैं घर लौटने को उत्सुक हूँ। आप अपना, माताजी व बहन का ख़याल रखना।
    प्रणाम!
    आपका पुत्र 
    राहुल कुमार

    Question 11
    CBSEHHISSH10018527

    अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक विनिमयों में तीन तरह की गतियों या प्रभावों की व्याख्या करें। तीनों प्रकार की गतियों के भारत और भारतीयों से संबंधित एक-एक उदाहरण दे और उनके बारे में संक्षेप में लिखें।

    Solution

    अर्थशास्त्रीयों ने अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक विनिमय में तीन तरह की गतियों या 'प्रवाहों' का वर्णन किया है। इनका वर्णन इस प्रकार है-
    (i) व्यापार का प्रवाह
    (ii)श्रम का प्रवाह
    (iii) पूँजी प्रवाह

    व्यापार का प्रवाह: 18 वी शताब्दी के अंतिम दशकों में ब्रिटेन की जनसंख्या तेज़ी से बढ़ने लगी थी । नतीजा, देश में भोजन की माँग भी बढ़ी। जैसे-जैसे शहर फैले और उद्योग बढ़ने लगे, कृषि उत्पादों की माँग भी बढ़ने लगी। कृषि उत्पाद भी महँगे होने लगे। अंग्रेजों ने अपनी कृषि उत्पादों की माँग को पूरा करने के लिए व्यापार प्रवाह के माध्यम से भारत से इंग्लैंड में खाद्यान्नों और कपास का आयत किया। बहुत छोटे पैमाने पर ही सही लेकिन इस तरह के नाटकीय बदलाव हम अपने यहाँ पंजाब में भी देख सकते हैं। ब्रिटिश सरकार ने अर्द्ध-रेगिस्तानी परती भूमि को उपजाऊ बनाने के लिए नहरों का जाल बिछा दिया ताकि निर्यात के लिए गेहूँ और कपास की कृषि की जा सके। नई नहरों की सिंचाई वाले क्षेत्रों में पंजाब के अन्य स्थानों के लोगों को लाकर बसाया गया। उनकी बस्तियों को केनाल कॉलोनी(नहर बस्ती) कहा जाता था।

    श्रम का प्रवाह: 19 वीं सदी में भारत और चीन के लाखों मज़दूरों के खदानों बगानों और सड़क व रेलवे निर्माण परियोजनाओं में कार्य करने के लिए दूर-दूर के देशों में ले जाया जाता था। भारतीय अनुबंदित श्रमिकों को विशेष प्रकार के अनुबंध के अंतर्गत ले जाया जाता था। इन अनुबंधों में यह शर्त होती थी कि यदि मज़दूर अपने मालिक के बागानों से 5 साल काम कर लेंगे तो वह स्वदेश लौट सकते हैं। भारत के अधिकतर अनुबंधित श्रमिक पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य भारत और तमिलनाडु के सूखे लाखों से जाते थे।

    पूंजी का प्रवाह: विश्व बाजार के लिए खाद्य पदार्थ व फसलें उगाने के लिए पूँजी की आवश्यकता थी। इसके लिए छोटे किसान महाजनों एवं सूदखोरों से कर्ज लेते थे। इसके लिए ये लोग या तो अपनी पूँजी लगाते थे या यूरोपीय बैंकों से क़र्ज़ लेते थे। उनके पास दूर-दूर तक पहुँचाने की एक व्यवस्थित पद्धति होती थी। यहाँ तक कि उन्होंने व्यवसायिक संगठनों और क्रियाकलापों के देशी स्वरुप भी विकसित कर लिए थे।

     

     

    Question 12
    CBSEHHISSH10018528

    महामंदी के कारणों की व्याख्या करें।

    Solution

    आर्थिक महामंदी के कई कारण थे:
    (i) पहला कारण यह था कि कृषि क्षेत्र में अधिक उत्पादन की समस्या बनी हुई थी। कृषि उत्पादों की गिरती कीमतों के कारण स्थिति और खराब हो गई थी। कीमतें गिरीं और किसानों की आय घटने लगी तो आमदनी बढ़ाने के लिए किसान उत्पादन बढ़ाने का प्रयास करने लगे ताकि कम कीमत पर ही सही लेकिन ज्यादा माल पैदा करके वे अपना आय स्तर बनाए रख सकें।फलस्वरुप बाजार में कृषि उत्पादों की आमद और भी बढ़ गई। किमते और नीचे चली गई, खरीदारों के आभाव में कृषि उपज पड़ी-पड़ी सड़ने लगी।
    (ii) दूसरा कारण 1920 के दशक के मध्य में बहुत सारे देशों ने अमेरिका से क़र्ज़े लेकर अपनी निवेशी संबंधी जरूरतों को पूरा किया था। जब हालात अच्छे थे तो अमेरिका से क़र्ज़ा जुटाना बहुत आसान था लेकिन संकट का संकेत मिलते ही अमेरिकी उद्यमियों के होश उड़ गए।
    (iii) 1928 के पहले छह माह तक विदेशों में अमेरिका का क़र्ज़ा एक अरब डॉलर था। साल भर के भीतर यह क़र्ज़ा घटकर केवल चौथाई रह गया था। जो देश अमेरिकी क़र्ज़े पर सबसे ज़्यादा निर्भर थे उनके सामने गहरा संकट आ खड़ा हुआ।

    Question 13
    CBSEHHISSH10018529

    जी-77 देशों  से आप क्या समझते हैं? जी -77 को किस आधार पर ब्रेटन वुड्स की जुड़वाँ संतानों की प्रतिक्रिया कहा जा सकता हैं? व्याख्या करें।    

    Solution

    जी-77 विश्व के 77 विकासशील देशों का एक समूह में जो अपनी अर्थव्यवस्था को तेज गति प्रदान करने के उद्देश्य से संगठित हुए हैं। इन 77 देशों ने एक नई अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक प्रणाली के लिए आवाज उठाई है। इस नई आर्थिक प्रणाली से उनका आशय एक ऐसी व्यवस्था से था जिसमें उन्हें अपने संसाधनों पर सही अर्थ में नियंत्रण मिल सके, जिसमें उन्हें विकास के लिए अधिक सहायता मिले, कच्चे माल के सही दाम मिलें और अपने तैयार मालों को विकसित देशों के बाजारों में बेचने के लिए बेहतर पहुँच मिले।

    जी-77 को ब्रेटन वुड्स की संतानों की प्रतिक्रिया के रूप में देखा जाता है क्योंकि पश्चिम के विकसित राष्ट्रों ने अपनी अर्थव्यवस्थाओं को मजबूती और स्थायित्व प्रदान करने के लिए ब्रेटन वुड्स व्यवस्था का निर्माण किया था और इस व्यवस्था का संचालन और एकाधिकार अमेरिका, इंग्लैंड, फ्रांस, रूस जैसी बड़ी शक्तियों के हाथों में थे। इससे विकासशील देशों की अर्थव्यवस्थाओं को कोई विशेष लाभ नहीं हुआ था। अत: इस व्यवस्था की प्रतिक्रियास्वरुप इन 77 विकासशील देशों ने जी-77 का गठन किया।

    Question 14
    CBSEHHISSH10018738

    'वियतनाम में अमेरिका के युध्द में कूद पड़ने से एक न्य दौर प्रारम्भ हुआ जो वियतनामियों के साथ-साथ अमरीकियों के लिए बहुत महँगा साबित हुआ।' इस कथन का विश्लेषण कीजिए।

    Solution

    वियतनाम में अमेरिका के युध्द में कूद पड़ने से एक नया दौर -
    (i) 1965 से 1972 के बीच बड़ी संख्या में अमेरीकी (3403100) सैनिक ने काम किया, उनमें महिलाएं (7484) शामिल थीं।
    (ii) उसके बहुत सारे सैनिक (लगभग 47244) युध्द में मारे गए और (303704) घायल हुए।
    (iii) घायलों में से बहुत से सैनिक (23014) स्थायी रूप से अपंग घोषित क्र दिए गए।
    (iv) इस युध्द में बड़े-बड़े हथियारों और टैंकों से लैस अमेरिकी सैनिक वियतनाम में झोंक दिए गए। उनके पास बमवर्षक विमान थे।
    (v) अनेक गाँव नष्ट हो गए और विशाल जंगल तहस-नहस कर दिए गए।
    (vi) इस युध्द में असंख्य साधारण नागरिक मारे गए।

    Question 15
    CBSEHHISSH10018762

    तीन उदाहरण देकर दर्शायें कि अमेरिका जाने वाले नये समुद्री रास्तों की खोज के बाद विश्व में बदलाव आया ?

    Solution
    • आलू का इस्तेमाल शुरू करने पर यूरोप के गरीबों की ज़िंदगी में बदलाव आया ।
    • उनका भोजन बेहतर हो गया और औसत उम्र बढ़ने लगी ।
    • गुलामों का व्यापार शुरु हो गया ।
    • यूरोप में धर्मिक टकराव होते रहते थे इसलिए हजारों लोग यूरोप से भागकर अमेरिका चले गये।
    Question 16
    CBSEHHISSH10018763

    19वीं सदी में लोगों द्वारा यूरोप से भागकर अमेरिका जाने के क्या कारण थे ?

    Solution
    • कार्न - ला कानून को समाप्त करनेक बाद कम कीमतों में सामान का आयात
    • भयानक बिमारियों का फैलना
    • धर्मिक टकराव
    Question 17
    CBSEHHISSH10018764

    रिंडरपेस्ट क्या था ? इसने अफ़्रीकी लोगों को किस तरह प्रभावित किया ?

    Solution
    • खतरनाक सक्रामक रोग/मवेशी प्लेग ।
    • प्रतिशत से अफ़्रीकी मवेशी मारे गये ।
    • आजीविका का नष्ट हो जाना ।

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    Question 18
    CBSEHHISSH10018765

    सूती वस्त्र उद्योगों के औद्योगिकरण का ब्रिटेन में क्या प्रभाव पडा ?

    Solution
    • आयात शुल्क के कारण ब्रिटेन में भारतीय कपास के आयात में तेज़ी से कमी आई ।
    • भारतीय वस्त्रों को अन्तर्राष्ट्रीय बाज़ारों में भारी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पडा । बाद में निर्माण किये गये सूती उत्पादों के निर्यात में कमी आने के पश्चात बिट्रिश निर्माताओं ने बहुत ही सस्ती कीमत पर भारत से कपास का आयात आरम्भ कर दिया ।
    Question 19
    CBSEHHISSH10018766

    यूरोपीय लोगों के अफ़्रीका की और आकर्षित होने के मुख्य कारण क्या थे ?

    Solution
    1. अफ्रीका मे विशाल भूक्षेत्र तथा खनिज के भंडारों का होना ।
    2. यूरोपीय लोग अफ़्रीका में बागान की खेती करने और खादानों का दोहन करना चाहते थे ताकि उन्हें यूरोप भेजा जा सके।
    3. अफ़्रीका मे औदयोगिक क्रांति नहीं आई थी ।
    4. अफ़्रीका सैन्य शक्ति में भी पिछड़ा हुआ था ।
    Question 20
    CBSEHHISSH10018767

    कार्न-ला क्या था ? उसे क्यों समाप्त किया गया उसकी समाप्ती के क्या परिणाम हुए ?

    Solution
    1. मक्का के आयात पर पाबदी - कार्न - ला
    2. यह भू स्वामियों के दबाव में किया गया ।
    3. लोग इस कानून से नाराज थे क्योंकि खाद्द्य पदार्थों की कीमतें बहुत ऊची थी ।
    4. कार्न-ला की समाप्ति के बाद ब्रिटेन में आयातित खाद्द्य पदार्थों की लागत यहाँ पैदा होने वाले - खाद्द्य पदार्थों से भी कम थी । जिसके कारण ब्रिटिश किसान आयातित माल की कीमत का मुकाबला नहीं कर सकते थे।
    Question 21
    CBSEHHISSH10018768

    आर्थिक महामंदी के कारण बताइए?

    Solution
    1. युद्ध द्वारा बनाई गई स्थितियां प्रथम विश्व युद्ध की अवधि के दौरान सेना को आपूर्ति की गई वस्तुओं की बढ़ती मांग के कारण एक विशाल औद्योगिक विस्तार था। युद्ध के बाद, इन वस्तुओं की मांग अचानक गिरा दी गई और इसलिए, कई उद्योगों में कोई मांग नहीं थी। कम मांग के कारण कृषि की कीमतों में भी गिरावट आई है।
    2. उत्पादन रोज़गार आय और व्यापार में बहुत बड़ी गिरावट दर्ज की गई,
    3. युद्धोत्तर विश्व अर्थव्यवस्था बहुत कंमज़ोर हो गई थी ।
    4. कीमतें गिरी तो किसानों की आय घटने लगी और आमदनी बढ़ाने के लिये किसान अधिक मात्रा में उत्पादन करने लगे।
    5. बहुत सारे देशों ने अपनी निवेश संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिये अमेरिका से क़र्ज़ लिया ।
    6. अमेरिकी उद्योगपतियों ने मंदी की शंका को देखते हुये यूरोपीय देशों को कर्ज देना बंद कर दिया ।
    7. हज़ारों बैंक दीवालिया हो गये।
    8. फार्म बड़े पैमाने पर अपनी उपज बेच नहीं सका, कारोबार गिर गया। नतीजतन, बड़े पैमाने पर बेरोजग़ारी हुई।
    Question 22
    CBSEHHISSH10018769

    प्रथम विश्वयुद्ध के प्रभावों को स्पष्ट करों ?

     

    Solution
    1. यह प्रथम आधुनिक औद्योगिक युद्ध था जिसमे औद्योगिक राष्ट्र शामिल थे।
    2. मशीन गनों, टैंकों एयर क्राफ्ट , रासायनिक हथियारों का व्यापक पैमाने पर प्रयोग किया गया ।
    3. अत्याधिक मृत्यु और विनाश हुआ ।
    4. अधिकतर मरने और घायल होने वाले कार्यशील उम्र के थे।
    5. लोगों की आय कम हो गई ।
    6. पुरूषों को युद्ध में भाग लेने को बाध्य किया गया ।
    Question 23
    CBSEHHISSH10018770

    भारतीय अर्थव्यवस्था पर महामंदी के क्या प्रभाव पड़े ?

    Solution
    1. भारत का आयात और निर्यात आधा हो गया ।
    2. कृषि उत्पादों की कीमतें गिर गई ।
    3. सामाज्यवादी सरकार ने राजस्व में कोई कटौती नहीं की ।
    4. टाट का निर्यात बंद होने से पटसन की कीमतें गिर गई ।
    5. किसान कर्ज़ में डूब गए ।
    Question 24
    CBSEHHISSH10018771

    19वीं शताब्दी में अनुबधों की नई गुलामी प्रथा का वर्णन कीजिए ?

    Solution
    1. हजारों भारतीय एवं चीनी मजदूर बागानों खानों और सडक, एवं रेल परियोजनाओं के निर्माण के लिए ससार के विभिन्न क्षेत्रों में गए ।
    2. भारत में अनुबंधित श्रमिक समझौते के तहत पांच साल की अवधि तक मजदूरों को बागानों में काम करना था ।
    3. भारत के सूती कपड़ो के उद्योगों का पतन ।
    4. भूमि किराये में बढोतरी ।
    Question 25
    CBSEHHISSH10018772

    ब्रिटिश सरकार कॉर्न लाज के समाप्त करने के निर्णय का क्या प्रभाव पड़ा ।

    Solution
    1. सस्ती दर पर भोजन का आयात।
    2. ब्रिटिश कृषक आयातों का मुकाबला करने में असमर्थ ।
    3. ब्रिटेन में भोजन के उपभोग की मात्रा बढ़ी ।
    4. तीव्र औद्योगिकरण से ब्रिटेन में आय बढ़ी और भोजन का आयात बढ़ा ।
    5. ब्रिटेन की माँग को पूरा करने लिए समस्त संसार ने भोजन उत्पादन को बढ़ाया ।

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