जीवों में विविधता
वर्गीकरण में पदानुक्रम निर्धारण के लिए दो लक्षणों में से आप किस लक्षण का चयन करेगें?
वर्गीकरण के पदानुक्रम में जीवों को विभिन्न लक्षणों के आधार पर छोटे-छोटे समूहों में बाँटते हुए वर्गीकरण की आधारभूत इकाई जाती तक पहुँचते हैं। सभी जीवधारियों को उनकी शारीरिक संरचना, पोषण के स्त्रोत, भोजन ग्रहण करने की विधि तथा कार्य के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है। विकास क्रम के साथ-साथ शारीरिक लक्षणों में अधिक परिवर्तन होता है। विकास क्रम में जो लक्षण सबसे पहले प्रदर्शित होते हैं, उन्हें उनके मूल लक्षण कहते हैं। जैव विकास के फलस्वरूप मूल लक्षणों में निरंतर परिवर्तन होते रहते हैं जिससे जीवधारी अधिक सफलतापूर्वक जीविनयपन कर सके। वर्गीकरण के विभिन्न पदानुक्रम निम्नलिखित हैं:
जगत → सघ → वर्ग → गण → कुल → वंश → जाति
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जीवों के प्रारंभिक विभाजन के लिए किस मूल लक्षण को आधार बनाया गया है?
किस आधार पर जंतुओं और वनस्पतियों को एक दूसरे से भिन्न वर्ग में रखा जाता है?
आदिम जीव किन्हें कहते हैं? ये तथाकथित उन्नत जीवों से किस प्रकार भिन्न हैं?
क्या उन्नत जीव और जटिल जीव एक होते हैं?
मोनेरा अथवा प्रोटिस्टा जैसे जीवों के वर्गीकरण का मापदंड क्या है?
प्रकाश-संश्लेषण करने वाले एककोशिक, यूकैरियोटि जीव को आप किस जगत में रखेंगे?
वर्गीकरण के विभिन्न पदानुक्रमों में किस समूह में सर्वाधिक समान लक्षण वाले सबसे कम जीवों को और किस समूह में सबसे ज्यादा संख्या में जीवों को रखा जाएगा?
सरलतम पौधों को किस वर्ग में रखा गया है?
टेरिडोफ़ाइट और फैनरोगैम में क्या अंतर है?
जिम्नोस्पर्म और ऐंजियोस्पर्म एक-दूसरे से किस प्रकार भिन्न हैं?
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