प्रकाश - परावर्तन तथा अपवर्तन
उत्तल लेंस के प्रकरण में ये जानने के लिए की बिम्ब दूरी में परिवर्तन करने पर प्रतिबिम्ब दूरी में किस प्रकार परिवर्तन होता है, कोई छात्र लेंस से काफी दूरी पर स्थित किसी चमकीले बिम्ब का पर्दे पर तीक्ष्ण प्रतिबिम्ब प्राप्त करता है। इसके पश्चात वह धीरे-धीरे इस बिम्ब को लेंस की ओर लाता है और हर बार प्रतिबिम्ब को पर्दे पर फोकस करता है।
(a) प्रतिबिम्ब को फोकस करते समय उसे पर्दे को किस और सरकाना होता है - लेंस की ओर अथवा लेंस से दूर?
(b) पर्दे पर बने प्रतिबिम्ब का साइज घटता है, अथवा बढ़ता है?
(c) बिम्ब को लेंस के निकट ले जाने पर क्या होता है?
a) वस्तु की स्थिति लेंस से दूर होती है, क्योंकि छात्र वस्तु को लेंस की ओर ले जाता है। तेज छवि प्राप्त करने के लिए आवरण को लेंस से दूर ले जाना चाहिए।
b) जब वस्तु को लेंस के पास ले जाया जाता है, तो छवि का आकार बढ़ता है।
c) जब वस्तु को लेंस के बहुत करीब ले जाते हैं, तो इसे फोकस और प्रकाशीय केंद्र के बीच रखा जा सकता है। फिर, बनाई गई छवि आभासी और बढ़ी हुई होगी।
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किसी लेंस क 1 डाइऑप्टर क्षमता को परिभाषित कीजिए।
निम्न में से कौन-सा पदार्थ लेंस बनाने में प्रयुक्त नहीं किया जा सकता?
किसी बिंब का अवतल दर्पण द्वारा बना प्रतिबिंब आभासी, सीधा तथा बिंब से बड़ा पाया गया। वस्तु की स्थिति कहाँ होनी चाहिए?
किसी बिंब का वास्तविक तथा समान साइज़ का प्रतिबिंब प्राप्त करने के लिए बिंब को उत्तल लेंस के सामने कहाँ रखें?
किसी गोलीय दर्पण तथा किसी पतले गोलीय लेंस दोनों की फोकस दूरियाँ - 15cm हैं। दर्पण तथा लेंस संभवत: हैं-
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