निम्नलिखित का भाव स्पष्ट कीजिए: जगतु तपोबन सौ कियौ दीरघ-दाघ निदाघ।
Answer
Short Answer
बिहारी जी ने इस पंक्ति द्वारा यह बताया है कि ग्रीष्म ऋतु की भीषण गर्मी से पूरा जंगल तपोवन बन गया है। सबकी आपसी दुश्मनी समाप्त हो गई है। साँप, हिरण और सिंह सभी गर्मी से बचने के लिए साथ रह रहे हैं।