यशपाल-लखनवी अन्दाज़
नवाब साहब ने खीरों के नीचे रखा तौलिया झाड़कर अपने सामने बिछा लिया। सीट के नीचे से पानी का लोटा निकाल कर खीरों को खिड़की से बाहर धोया और तौलिए से पोंछ लिया। जेब से चाकू निकाल कर दोनों खीरों के सिर काटकर उन्हें गोदकर उनका झाग निकाला। खीरों को सावधानी से छीलकर उनकी फाँकों को तौलिए पर सजाते गए और उन पर जीरा मिला नमक और लाल मिर्च छिड़क दी।
Sponsor Area
Sponsor Area
Sponsor Area