सूरदास - पद
गोपियां अब श्रीकृष्ण के पास जा कर अपनी वियोग से उत्पन्न पीड़ा को कहने का साहस नहीं कर सकती थीं। गोपियों को पहले तो विश्वास था कि श्रीकृष्ण जब कभी मिलेंगे तब वे उन्हें अपनी पीड़ा सुनाएंगी लेकिन अब तो श्रीकृष्ण ने स्वयं उद्धव से निर्गुण भक्ति का ज्ञान उन्हें संदेश रूप में भेज दिया था।
Sponsor Area
उद्धव के व्यवहार की तुलना किस-किस से की गई है?
Sponsor Area
Sponsor Area