वीर कुवँर सिंह
आमतौर पर मेले मनोरंजन, खरीद फ़रोख्त एवं मेलजोल के लिए होते हैं। वीर कुँवर सिंह ने मेले का उपयोग किस रूप में किया?
वीर कुँवर सिंह भली-भाँति इस बात से अवगत थे कि अंग्रेज़ी सरकार उनके पीछे लगी हुई है। वे ऐसे स्थानों को चुनते थे जो उनकी गुप्त बैठकों के लिए उपयुक्त स्थान हो। जहाँ पर वो अग्रेज़ों के खिलाफ़ गुप्त योजनाएँ सक्रिय ढंग से बना सके। इसके लिए उन्होनें बिहार के प्रसिद्ध सोनपुर मेले को अपनी गुप्त बैठकों के लिए चुना था। यहाँ पर सारे क्रांतिकारी एकत्र होकर अग्रेज़ों के खिलाफ़ गुप्त योजनाओं को कार्यान्वित रूप दिया करते थे।
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वीर कुँवर सिंह के व्यक्तित्व की कौन-कौन सी विशेषताओं ने आपको प्रभावित किया ?
कुँवर सिंह को बचपन में किन कामों में मज़ा आता था? क्या उन्हें उन कामों से स्वतंत्रता सेनानी बनने में कुछ मदद मिली?
सांप्रदायिक सद्भाव में कुँवर सिंह की गहरी आस्था थी-पाठ के आधार पर कथन की पुष्टि कीजिए।
पाठ के किन प्रसंगों से आपको पता चलता है कि कुँवर सिंह साहसी, उदार एवं स्वाभिमानी व्यक्ति थे?
आमतौर पर मेले मनोरंजन, खरीद फ़रोख्त एवं मेलजोल के लिए होते हैं। वीर कुँवर सिंह ने मेले का उपयोग किस रूप में किया?
आप जानते हैं कि किसी शब्द को बहुवचन में प्रयोग करने पर उसकी वर्तनी में बदलाव आता है। जैसे-सेनानी एक व्यक्ति के लिए प्रयोग करते हैं और सेनानियों एक से अधिक के लिए। सेनानी शब्द की वर्तनी में बदलाव यह हुआ है कि अंत के वर्णनी की मात्रा दीर्घ ी (ई) से ह्रस्व ि (इ) हो गई है। ऐसे शब्दों को, जिनके अंत में दीर्घ ईकार होता है, बहुवचन बनाने पर वह इकार हो जाता है, यदि शब्द के अंत में ह्रस्व इकार होता है, तो उसमें परिवर्तन नहीं होता जैसे-दृष्टि से दृष्टियों।
नीचे दिए गए शब्दों का वचन बदलिए-Sponsor Area
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